रिश्वत लेने वाला एडीओ सस्पेंड:कानपुर में जांच के गाजिपुर मंडल से किया गया सम्बद्ध, घूस लेते वीडियो सामने आने के बाद हुई कार्रवाई
कानपुर में सहकारिता संयुक्त आयुक्त एवं संयुक्त निबंधक कानपुर मंडर में तैनात एडीओ अरविंद कुमार सिंह को रिश्वत लेने के आरोप में निलम्बित कर दिया गया है। अरविंद कुमार सिंह वर्ग 2 के सहकारी निरीक्षक है। रिश्वत लेते हुए वीडियो सामने आने के बाद अपर आयुक्त एवं अपर निबंधक प्रशासन सहकारिता श्रीकांत गोस्वामी ने सहकारी निरीक्षक को सस्पेंड कर दिया है। बीते दिनों एडीओ अरविंद कुमार सिंह का एक वीडियो सामने आया था। जिसमें वो कर्मचारी के कार्य की जांच करने के बाद पहले मीठा खाते हैं उसके बाद रिश्वत लेते दिख रहे हैं। इस मामले में जब जांच कराई गई तो जिस सचिव से उन्होंने रिश्वत ली उसने पहले शपथपत्र देकर घटना को निराधार बताया मगर जांच में यह भी कहा गया कि दोनो पक्षों (सचिव एवं सहायक विकास अधिकारी), अपर जिला सहकारी अधिकारी बिल्हौर एवं सहायक आयुक्त एवं सहायक निबन्धक कानपुर नगर के समक्ष वार्ता के उपरान्त यह सारे बयानों का निर्माण वीडियो वायरल होने के उपरान्त दोनों पक्षों द्वारा अपराधिक व विधिक कार्यवाही से बचने के लिये आपसी सांठ-गांठ से किया गया है। जांच पूरी होने के बाद अपर आयुक्त सहकारिता ने एडीओ अरविंद कुमार सिंह को तत्काल प्रभाव से सस्पेंड कर दिया। आदेश में यह भी कहा किया कि अरविंद कुमार सिंह के विरूद्ध संस्थित उक्त अनुशासनिक कार्यवाही के जिम्मेदारी संयुक्त आयुक्त एवं संयुक्त निबंधक बरेली मंडल राजेश कुमार सिंह को सौंपी गई है। वो इस मसले पर जांच अधिकारी होंगे। इसके साथ ही अरविंद कुमार सिंह को सहायक आयुक्त एवं सहायक निबन्धक सहकारिता गाजीपुर से सम्बद्ध किया गया है।

रिश्वत लेने वाला एडीओ सस्पेंड: कानपुर में जांच के गाजिपुर मंडल से किया गया सम्बद्ध
हाल ही में कानपुर से एक चौंकाने वाली खबर आई है, जिसमें रिश्वत लेते हुए एक एडीओ का वीडियो सामने आया है। इस वीडियो के बाद संबंधित अधिकारी के विरुद्ध त्वरित कार्रवाई की गई है। एडीओ को सस्पेंड कर दिया गया है, और जांच प्रक्रिया को आगे बढ़ाया जा रहा है।
घूस लेते हुए वीडियो का मर्म
गाजिपुर मंडल के एडीओ की करतूतों को कैमरे में कैद किया गया था, जिसमें वह स्पष्ट रूप से एक व्यक्ति से रिश्वत लेते दिखाई दे रहे थे। वीडियो वायरल होते ही विभाग में हड़कंप मच गया। ऐसे में शासन ने कार्रवाई करते हुए तुरंत एडीओ को निलंबित कर दिया। यह घटनाक्रम बताता है कि विभाग के भीतर राइट को विकसित करने के लिए गंभीरता से कदम उठाए जा रहे हैं।
जांच की प्रक्रिया
ऐसी अनियमितताओं से निपटने के लिए कानपुर में एक विशेष जांच टीम का गठन किया गया है। टीम मामले की जांच कर रही है कि क्या यह एक मात्र घटना है या इससे पहले भी एडीओ के खिलाफ कोई शिकायत मिली थी। इसके अलावा, विभाग के अन्य कर्मचारियों की भूमिका की भी जांच की जाएगी।
सामाजिक प्रतिक्रिया
इस घटना ने सामाजिक मीडिया पर भी लोगों की प्रतिक्रिया को उत्पन्न किया है। कई लोग इस कार्रवाई का समर्थन कर रहे हैं, क्योंकि ऐसा माना जा रहा है कि यह भ्रष्टाचार के खिलाफ एक बड़ी कदम है। इससे यह भी दर्शाता है कि सरकारी विभागों में अब पारदर्शिता को बढ़ावा देने के लिए सतर्कताएं बरती जा रही हैं।
रिश्वतखोरी से निपटने के लिए जन जागरूकता अभियानों को भी चालू करने की योजना बनाई जा रही है। लोगों को बताया जाएगा कि वे अपनी शिकायतें कैसे दर्ज करवा सकते हैं और भ्रष्टाचार के खिलाफ अपनी आवाज कैसे उठा सकते हैं।
आने वाले दिनों में, इस मामले पर और भी जानकारी साझा की जाएगी। अधिक अपडेट के लिए, कृपया www.indiatwoday.com पर जाएं।
News by indiatwoday.com
Keywords: रिश्वत लेने वाला एडीओ सस्पेंड, कानपुर रिश्वतखोरी, गाजिपुर मंडल जांच, घूस लेते वीडियो, कानपुर में भ्रष्टाचार, रिश्वतखोरी के खिलाफ कार्रवाई, सरकारी विभागों में पारदर्शिता, कानपुर एडीओ निलंबन, भ्रष्टाचार विरोधी अभियान, रिश्वत के मामले की जांच
What's Your Reaction?






