शहर में चोरी करने वाले सुल्तान के गिरोह पर गैंगेस्टर:कई घटनाओं को दे चुका है अंजाम; गैंग में पंजीकृत हैं 4 सदस्य
गिरोह बनाकर गोरखपुर शहर में चोरी की घटनाओं को अंजाम देने वाले सुल्तान गिरोह पर गैंगेस्टर लगाया गया है। इस गिरोह में चार सदस्य हैं। कोतवाली पुलिस ने गुरुवार को यह कार्रवाई की। गैंग लीडर सुल्तान सहित सभी सदस्यों पर कई केस दर्ज हैं। पुलिस का मानना है कि इस कार्रवाई से चोरी की घटनाओं पर अंकुश लग सकेगा। सुल्तान पर 14 मुकदमे दर्ज हैं। उसके अन्य साथियों पर भी विभिन्न थानों में मुकदमे दर्ज हैं। इस गिरोह ने कोतवाली थानाक्षेत्र के खाटू श्याम डिस्ट्रीब्यूटर के यहां बड़ी चोरी की थी। जिसके बाद काफी मशक्कत कर पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। अब इस मामले में गैंगेस्टर की कार्रवाई की गई है। सुल्तान के अलावा राजकुमार सिंह उर्फ टिंकू, रामरक्षा यादव उर्फ तेजू यादव एवं आदर्श मिश्रा उर्फ सलोने पर कार्रवाई की गई है। 45 लाख रुपये से अधिक चुराया था कैश कोतवाली क्षेत्र के दुर्गाबाड़ी पेट्रोल पंप के पीछे स्थित खाटू श्याम डिस्ट्रीब्यूटर नाम से दुकान है। यहां इलेक्ट्रिक सामानों की थोक बिक्री की जाती है। 21 अक्टूबर 2024 को दुकान बंद कर मालिक व कर्मचारी घर चले गए थे। उस समय कैश बाक्स में लगभग 45 लाख 40 हजार रुपये कैश व 2-2 ग्राम के सोने के 8 सिक्के, 10-10 ग्राम के चांदी के 18 सिक्के, 20 ग्राम के चांदी के दो सिक्के व 50 ग्राम का एक सिक्का पूजा के लिए रखा था। 22 की सुबह जब मालिक दुकान पहुंचे तो शटर का ताला टूटा हुआ था। अंदर गए तो कैश बाक्स से नगदी व सोने, चांदी के सिक्के गायब थे। इस मामले में अविरल मोदी की ओर से केस दर्ज कराया गया था। गैंग के सदस्यों पर दर्ज हैं कई केस तिवारीपुर के घोषीपुर कर्बला निवासी सुल्तान वर्तमान में कांशीराम आवास योजना में रहता है। उसपर विभिन्न मामलों में 14 केस दर्ज हैं। इसी तरह मूल रूप से मऊ के मधुबन का रहने वाला राजकुमार सिंह वर्तमान में रामजानकी नगर के गंगा टोला शिव मंदिर के पास रहता है। उसपर अलग-अलग जिलों में 15 मामले दर्ज हैं। रामरक्षा पर 8 मुकदमे दर्ज हैं। इसी तरह आदर्श मिश्रा पर 3 मामले दर्ज हैं। जानिए पुलिस ने क्या कहा एसपी सिटी अभिनव त्यागी ने बताया कि शहर में चोरी की घटनाएं करने वाले सुल्तान के गिरोह पर गैंगेस्टर की कार्रवाई की गई है। इस गैंग में सुल्तान सरगना है। गैंग ने मिलकर अक्टूबर 2024 में कोतवाली थानाक्षेत्र के खाटू श्याम डिस्ट्रीब्यूटर के यहां 45 लाख रुपये से अधिक की चोरी की थी। जिसके बाद पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर जेल भेजा था। अब उनपर गैंगेस्टर के तहत कार्रवाई की गई है।

गैंगेस्टर का खौफ
शहर में चोरी की घटनाओं में तेजी से इजाफा हो रहा है, और इसके पीछे एक संगठित गिरोह का हाथ है। इस गिरोह के प्रमुख सदस्य, जिन्हें 'सुल्तान' के नाम से जाना जाता है, एक से एक वारदात को अंजाम दे चुके हैं। हाल के महीनों में कई चोरी की घटनाएं इनका शिकार बनी हैं, जिससे स्थानीय समुदाय में डर और असुरक्षा की भावना पैदा हो गई है।
गिरोह की संरचना
गैंग में कुल चार सदस्यों का पंजीकरण है, जिनमें से प्रत्येक का अपनी-अपनी भूमिका है। यह गिरोह योजना बनाने से लेकर कार्यान्वयन तक के पूरे प्रक्रिया को बेहद कुशलता से अंजाम देता है। सुल्तान के नेतृत्व में ये चार सदस्य चोरी की घटनाओं को अंजाम देते हैं, जिससे पुलिस को भी खासी चुनौती मिल रही है।
पुलिस की कार्रवाई
गिरोह के खिलाफ पुलिस ने विशेष अभियान शुरू किया है। उनके द्वारा कई ठिकानों पर छापे मारे गए हैं, और कुछ संदिग्धों को हिरासत में लिया गया है। पुलिस का कहना है कि वे जल्दी ही इस गिरोह के सभी सदस्यों को पकड़ने में सफल होंगे।
स्थानीय समुदाय की चिंता
जनता में इस गिरोह के प्रति आक्रोश और चिंता बढ़ती जा रही है। लोग अपने घरों और संपत्तियों की सुरक्षा को लेकर चिंतित हैं। संगठित गिरोह के प्रभाव से सुरक्षा व्यवस्था को चुनौती मिल रही है, और शहर के निवासियों का जीवन सामान्य से अधिक प्रभावित हो रहा है।
निष्कर्ष
शहर में चोरी की घटनाओं पर लगाम पाने के लिए पुलिस का अभियान जारी है। स्थानीय लोगों को सलाह दी गई है कि वे सतर्क रहें और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत पुलिस को दें। उम्मीद है कि जल्दी ही यह गिरोह न्याय के कठघरे में होगा और स्थानीय समुदाय को सुरक्षा का विश्वास वापस मिलेगा। Keywords: शहर में चोरी, सुल्तान गिरोह, गैंगेस्टर, चोरी की घटनाएँ, पुलिस कार्रवाई, गिरोह के सदस्य, सुरक्षा की चिंता, स्थानीय समुदाय, संगठित अपराध, गैंग की सक्रियता
What's Your Reaction?






