शिमला में ड्रग माफिया पर बड़ी कार्रवाई:शाह गैंग के 10 सदस्य गिरफ्तार, अब तक 26 पकड़े, उत्तर भारत चल रहा था नेटवर्क
शिमला पुलिस ने अंतरराज्यीय चिट्टा तस्कर संदीप शाह गैंग के सदस्यों को पकड़ा है। पुलिस ने मनी ट्रेल की जांच के आधार पर गैंग के 10 ड्रग तस्करों को गिरफ्तार किया है। सोमवार को पुलिस ने शिमला जिला में विभिन्न जगहों पर गैंग के ठिकानों पर छापेमारी की। गिरफ्तार किए गए आरोपियों में निखिल सेन, मनूज ठाकुर, अमन शोबता, कपिल चंदेल, सुशील वर्मा, आयान चौहान और सुशील शर्मा समेत दो अन्य व्यक्ति शामिल हैं। यह शिमला जिला के शिमला, ठियोग, कोटखाई, रोहड़ू चिड़गांव के विभिन्न जगहों से गिरफ्तार हुए है। पुलिस जांच में सामने आया है कि यह ड्रग्स माफिया न केवल हिमाचल प्रदेश बल्कि पूरे उत्तर भारत में अपना नेटवर्क चला रहा था। शाह गैंग ने एक संगठित सप्लाई चेन तैयार की थी, जिसमें सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स और ऑनलाइन बुकिंग का इस्तेमाल किया जाता था। पुलिस ने मनी ट्रेल का पता लगाते हुए इन आरोपियों तक पहुंचने में सफलता हासिल की। 29 बैंक खातों में जमा करीब 4 करोड़ रुपए फ्रीज शिमला पुलिस की इस कार्रवाई में अब तक गैंग के मुख्य सरगना सहित कुल 26 आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है। यह कार्रवाई क्षेत्र में नशीले पदार्थों की तस्करी पर अंकुश लगाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है। गैंग का सगरना सन्दीप शाह पेशे से सॉफ्टवेयर इंजीनियर था उसने आधुनिक तकनीकों को इस्तेमाल करके करीब 200 लोगों का सिंडिकेट तैयार किया था। जो मिलकर तस्करी नेटवर्क में उसके लिए काम करते थे। बीते दिनों सरगना को पकड़ने के बाद अब पुलिस इसी सिंडिकेट से जुड़े पैडलरों को दबोच रही है। इसके अलावा पुलिस गिरोह से जुड़े 29 बैंक खातों में जमा करीब 4 करोड़ रुपए की राशि भी फ्रीज कर दी है। पुलिस का दावा है कि यह गिरोह 25 से 30 करोड़ रुपए की नशा तस्करी को अंजाम दे चुका है। SP शिमला संजीव गांधी ने बताया कि नशा तस्कर संदीप शाह सिंडिकेट के खिलाफ पुलिस की कार्रवाई जारी है। पुलिस ने इस गिरोह से जुड़े दस और लोगों को गिरफ्तार किया है। मामले में गहन जांच के बाद लेनदेन के मिले तथ्यों के आधार पर इन लोगों की गिरफ्तारी की गई है। आने वाले दिनों में इस मामले से जुड़े कई और लोगों की गिरफ्तारी होगी।

शिमला में ड्रग माफिया पर बड़ी कार्रवाई: शाह गैंग के 10 सदस्य गिरफ्तार
शिमला में हालिया कार्रवाई में, पुलिस ने ड्रग माफिया के खिलाफ एक महत्वपूर्ण संकेत दिया है। शाह गैंग के 10 सदस्य गिरफ्तार किए गए हैं, जो कि एक व्यापक नेटवर्क का हिस्सा थे। इस कार्रवाई के दौरान अब तक कुल 26 संदिग्धों को पकड़ा जा चुका है। यह कदम चौंकाने वाला है और उत्तर भारत में चल रहे ड्रग तस्करी के नेटवर्क को उजागर करता है।
गिरफ्तारी की जानकारी
पुलिस ने मिली जानकारी के आधार पर विभिन्न स्थानों पर छापेमारी की। शाह गैंग के सदस्यों को गिरफ्तार करते समय, पुलिस ने भारी मात्रा में narcotics सामग्री भी जब्त की। अधिकारियों ने कहा कि ये माफिया उत्तर भारत में अवैध गतिविधियों में संलग्न थे, जो हाल के दिनों में बढ़ती अपराध गतिविधियों के लिए जिम्मेदार हैं।
पुलिस की रणनीति
पुलिस की इस मोड्यूल के तहत, पहले से ही एक सक्रिय जांच चल रही थी। इस कार्रवाई के पीछे का मुख्य उद्देश्य ड्रग्स के व्यापार को समाप्त करना और स्थानीय समाज को सुरक्षित बनाना है। पुलिस ने कहा कि वे अन्य संगठनों को भी इस तरह की कार्रवाई के लिए चेतावनी देना चाहते हैं।
स्थानीय प्रतिक्रिया
स्थानीय निवासियों ने इस कार्रवाई का समर्थन किया है और उम्मीद जताई है कि इससे समुदाय सुरक्षित होगा। कई लोग मानते हैं कि पुलिस की मुहिम से युवा पीढ़ी को सुरक्षा मिलेगी और उन्हें ड्रग के प्रभाव से बचाया जा सकेगा।
उदाहरण के लिए, कई स्कूलों और कॉलेजों ने कार्यक्रम आयोजित किए हैं, जहां छात्रों को ड्रग के काफी हानिकारक प्रभावों के बारे में जागरूक किया जा रहा है।
भविष्य की योजना
पुलिस ने कहा है कि इस तरह की कार्रवाई जारी रहेगी और वे आगे भी विवरण प्राप्त करने के लिए अन्य संदिग्धों का अनुसरण कर सकते हैं। यह कार्रवाई केवल एक शुरुआत है, और पुलिस ने वादा किया है कि वे शिमला में ड्रग्स के खिलाफ एक मजबूत मोर्चा बनाएंगे।
समुदाय के सदस्यों को पुलिस से सहयोग करने की भी सलाह दी गई है ताकि ड्रग्स तस्करी के खिलाफ एक स्थायी समाधान खोजा जा सके।
इस प्रकार की सक्रियता और जागरूकता निश्चित रूप से प्रगति की ओर एक कदम है, और उम्मीद है कि शिमला एक सुरक्षित स्थान बनेगा।
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