शीतलहर ने लोगों को घरों में किया कैद:शाम होते ही सड़कों पर पसरा सन्नाटा, सूर्य देव के दर्शन को तरसे लोग

प्रयागराज में पिछले दिनों हुई बारिश के बाद से ही मौसम में आया बदलाव लोगों के लिए मुसीबत बना हुआ है। भारी गलन से पूरा जन जीवन अस्त-व्यस्त है। हालत यह है कि लोग जरूरी कार्यों से ही घर से बाहर निकलना पसंद कर रहे हैं। सड़कों पर भी भीषण गलन से बचने के लिए लोग अलाव की तलाश करते नजर आ रहे हैं। शाम होते ही कोहरे की चादर पूरे जिले को अपनी आगोश में ले रही है। रात के समय सड़कों पर लगभग सन्नाटे जैसी स्थिति बन जा रही है। सोमवार की सुबह भी दिखेगा कोहरे का प्रभाव रविवार की शाम से ही भीषण गलन ने लोगों की मुसीबत बढ़ा दी। शाम सात बजे से ही कोहरे की शुरूआत हो गई। आसमान में छाए बादलों ने रविवार को भी भगवान दिवाकर के दर्शन ठीक से नहीं करने दिया। पूरे दिन आसमान में बादलों की आंख मिचौली चलती रही। शाम को कोहरे और गलन के कारण सड़कों पर भी लगभग सन्नाटे जैसे हालात बने हुए रहे। मौसम विज्ञानियों के मुताबिक सोमवार की शुरूआत भी कोहरे और बादलों के साथ होगी। मौसम विज्ञान की माने तो गंगा और यमुना के संगम क्षेत्र में शुष्क उत्तर- पश्चिमी हवाओं के कारण लोगों को सर्दी का अधिक अहसास होगा। आने वाले दो से तीन दिनों तक धूप निकलने की संभावना बनी है, लेकिन सर्दी लोगों को परेशान करती रहेगी। अधिकतम तापमान 20 डिग्री और न्यूनतम तापमान 10 डिग्री तक जा सकता है, उसके बाद भी सर्दी से राहत मिलने की उम्मीद नहीं है। आठ जनवरी तक आठवीं तक के स्कूल बंद प्रयागराज में बढ़ती गलन और शीतलहर को देखते हुए नर्सरी से कक्षा आठ तक के स्कूल आठ जनवरी तक बंद करने का आदेश किया गया है। बीएसए प्रवीण कुमार तिवारी की तरफ से जारी निर्देश के अनुसार सभी बोर्ड के स्कूल में शामिल है। निर्देश का पालन नहीं करने वाले स्कूलों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।

Jan 6, 2025 - 03:40
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शीतलहर ने लोगों को घरों में किया कैद:शाम होते ही सड़कों पर पसरा सन्नाटा, सूर्य देव के दर्शन को तरसे लोग
प्रयागराज में पिछले दिनों हुई बारिश के बाद से ही मौसम में आया बदलाव लोगों के लिए मुसीबत बना हुआ है

शीतलहर ने लोगों को घरों में किया कैद

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शाम होते ही सड़कों पर पसरा सन्नाटा

हाल ही में आई शीतलहर ने पूरे शहर में हलचल को रोक दिया है। जैसे ही शाम होती है, सड़कों पर सन्नाटा छा जाता है। आम जनता अपने-अपने घरों में कैद होकर इस कड़ाके की ठंड से बचने की कोशिश कर रही है। बच्चे, युवा और वृद्ध सभी इस मौसम के विपरीत प्रभाव का अनुभव कर रहे हैं।

सूर्य देव के दर्शन को तरसे लोग

बहुत से लोग सूर्य देव के दर्शन के लिए तरस रहे हैं। सूरज की गर्मी और रोशनी की कमी ने लोगों की दैनिक दिनचर्या पर गहरा असर डाला है। लोग घर से बाहर निकलने में hesitant हैं, जिससे बाजारों और सड़कों पर सन्नाटा छा गया है। शिनिष, जो कि ठंड से अपने को बचाने के लिए उपाय कर रहे हैं, अब अधिकतर घर के अंदर ही रहना पसंद कर रहे हैं।

ठंड से बचने के उपाय

इस कड़ाके की ठंड से बचने के लिए लोग कई उपाय कर रहे हैं। गर्म कपड़े पहनना, गर्म पेय पदार्थ का सेवन करना, और घर को गर्म रखना कुछ ऐसे उपाय हैं जो लोग अपना रहे हैं। दैनिक जीवन में हलचल न होने के कारण लोग घर पर परिवार के साथ समय बिता रहे हैं।

उपसंहार

शीतलहर ने लोगों के जीवन को प्रभावित किया है, लेकिन यह भी लोगों को एक-दूसरे के करीब लाने का अवसर दे रही है। इस ठंड के मौसम का अनुभव केवल एक प्राकृतिक घटना नहीं, बल्कि यह समाज को एक नया दृष्टिकोण देने वाला अनुभव भी है।

अंतिम बातें

सर्दी के इस मौसम में सावधानी बरतना ज़रूरी है। लोग सुरक्षित रहें और इस शीतलहर के दौरान एक-दूसरे का ख्याल रखें।

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