सांप के डसने के कितने देर बाद उपचार जरुरी.:बलरामपुर में डॉक्टरों को महत्वपूर्ण टिप्स, दिया गया विशेष प्रशिक्षण
बलरामपुर में सर्पदंश से बचाव और नियंत्रण के लिए स्वास्थ्यकर्मियों का विशेष प्रशिक्षण शिविर आयोजित किया गया। सीएमओ कार्यालय सभागार में आयोजित इस शिविर का उद्घाटन मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. मुकेश कुमार रस्तोगी ने किया। प्रोजेक्टर से दी गई जानकारी राज्य मास्टर ट्रेनर डॉ. सौरभ गुप्ता ने प्रोजेक्टर के माध्यम से सर्पदंश के लक्षणों और उपचार की विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने बताया कि सर्पदंश के बाद काटने की जगह पर दर्द, सूजन, फफोले, रक्तस्राव, आंख व मुंह से खून आना, त्वचा का रंग बदलना, अत्यधिक पसीना, लार टपकना, सिरदर्द, धुंधली दृष्टि और सांस लेने में कठिनाई जैसे लक्षण दिखाई देते हैं। जहरीले सांपों का रहता है खतरा डॉ. रस्तोगी ने बताया कि बलरामपुर का अधिकांश क्षेत्र ग्रामीण है, जहां जहरीले सांपों का खतरा अधिक रहता है। जिले के 24 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों और नव सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों पर अक्सर सर्पदंश के मामले आते हैं। उन्होंने बताया कि सर्पदंश के मरीज को 100 मिनट के भीतर उचित उपचार मिलने पर उसकी जान बचाई जा सकती है। लोगों को मिलेंगी स्वास्थ्य सुविधाएं प्रशिक्षण का मुख्य उद्देश्य चिकित्सकों को सर्पदंश के बारे में संपूर्ण जानकारी देना और समुदाय तक बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं पहुंचाना है। स्वास्थ्य विभाग की टीम पहले से ही इस दिशा में कार्यरत है और सीएमओ द्वारा निरंतर निगरानी की जा रही है। प्रशिक्षित स्वास्थ्यकर्मी अपने-अपने केंद्रों पर जाकर लोगों को सर्पदंश के समय बेहतर उपचार और स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान करेंगे।

सांप के डसने के कितने देर बाद उपचार जरुरी
सांप के डसने की घटनाएँ अक्सर सभी स्थानों पर घटित होती हैं, विशेष रूप से ग्रामीण क्षेत्रों में। बलरामपुर में हाल ही में डॉक्टरों को इस संदर्भ में महत्वपूर्ण टिप्स दिए गए हैं। यह जानकारी सांप के डसने के बाद त्वरित उपचार की आवश्यकता और उसके सही तरीके पर केंद्रित है।
सांप के डसने के लक्षण
सांप के डसने के बाद व्यक्ति में कई लक्षण दिखाई दे सकते हैं, जैसे कि:
- उदासी और चक्कर आना
- सांस लेने में कठिनाई
- स्राव और सूजन
- दिल की धड़कन का तेज होना
इसलिए, इसे सही समय पर पहचानना और उपचार करना बेहद महत्वपूर्ण है।
उपचार का समय
सांप के डसने के बाद तुरंत उपचार की आवश्यकता होती है। विशेषज्ञों का कहना है कि उपचार जितना जल्दी किया जाएगा, परिणाम उतने ही बेहतर होंगे। आम तौर पर यह सुझाव दिया जाता है कि 30 मिनट के अंदर उचित चिकित्सा सहायता ली जाए।
विशेष प्रशिक्षण का महत्व
बलरामपुर में डॉक्टरों को दिए गए प्रशिक्षण में उन्हें बताया गया कि सांप के डसने के मामलों में त्वरित और प्रभावी उपचार कैसे किया जाए। यह प्रशिक्षण न केवल अस्पतालों के लिए महत्वपूर्ण है, बल्कि ग्रामीण क्षेत्रों में भी स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं के लिए बेहद उपयोगी है।
खुद की सहायता कैसे करें
जब कोई व्यक्ति सांप के डसने का शिकार होता है, तो उसे कुछ बुनियादी कदम उठाने चाहिए:
- संक्रमित क्षेत्र को आराम दें और आगे बढ़ने से बचें
- सांप के काटने के स्थान को क्रमशः लपेटें, लेकिन रक्त प्रवाह को रोकने से बचें
- जल्दी से चिकित्सा सुविधा तक पहुँचें
निष्कर्ष
सांप के डसने के मामलों में सही और समयबद्ध उपचार से व्यक्ति की जान बचाई जा सकती है। इस संदर्भ में बलरामपुर में डॉक्टरों को मिले प्रशिक्षण के द्वारा उम्मीद की जाती है कि भविष्य में बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान की जा सकेंगी।
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