1 ट्रिलियन इकोनॉमी के लिए की जा रही कवायद:7 विकास प्राधिकरण की 42 हजार इंडस्ट्री का होगा सर्वे, इसमें नोएडा की 15 हजार इंडस्ट्री शामिल
प्रदेश की इकोनॉमिक ग्रोथ एक ट्रिलियन डॉलर तक पहुंचाने के लिए यहां मैन्यूफैक्चरिंग यूनिट को बढ़ाना होगा। इसके लिए प्रदेश भर के औद्योगिक प्राधिकरण क्षेत्र में ऑपरेशनल और नॉन ऑपरेशनल इकाइयों का एक सर्वे प्रदेश सरकार करवा रही है। इस सर्वे की जिम्मेदारी यूपी इन्वेस्ट को दी गई है। यूपी इन्वेस्ट की ओर से कई एजेंसियों का चयन किया जाएगा। इस कार्य को 4 महीने में पूरा करना होगा। एक बार नॉन ऑपरेशनल की जानकारी मिलने पर उसके लैंड बैंक का प्रयोग अन्य मैन्यूफैक्चरिंग के लिए किया जा सकेगा। इन सात विकास प्राधिकरण को किया शामिल अधिकारियों ने बताया कि प्रदेश की सात औद्योगिक विकास प्राधिकरण में औद्योगिक इकाइयों विस्तृत सर्वे कराया जाएगा। ये डेटा बेस प्रदेश में कुल 42 हजार औद्योगिक इकाइयों का सर्वे करने के बाद तैयार होगा। जिसमें नोएडा , ग्रेटरनोएडा और यमुना विकास प्राधिकरण सामूहिक रूप से गौतमबुद्ध नगर में 15 हजार यूनिट शामिल है। इसके अलावा उत्तर प्रदेश राज्य औद्योगिक विकास प्राधिकरण, गोरखपुर औद्योगिक विकास प्राधिकरण, यूपी एक्सप्रेस वे औद्योगिक विकास प्राधिकरण, सतहरिया औद्योगिक विकास प्राधिकरण भी शामिल है। ऐसे एकत्रित किया जाएगा डेटा सर्वेक्षण औद्योगिक भूखंड से उनके आकार, भूमि उपयोग के प्रकार, औद्योगिक श्रेणी, परिचालन स्थिति और अन्य विवरण, जैसे कर्मचारियों की संख्या और निर्मित उत्पाद को निर्धारित करने के लिए डेटा एकत्र करेगा। प्राथमिक लक्ष्य फंक्शनल , नॉन फंक्शनल , निष्क्रिय या खाली भूखंड की पहचान करना है। मोबाइल एप्लिकेशन में सेव होगा डेटा इस सर्वेक्षण की नोडल एजेंसी इन्वेस्ट यूपी होगी। जोकि समय से इस कार्य को कराएगी। डेटा संग्रह को सुव्यवस्थित करने के लिए एक मोबाइल एप्लिकेशन विकसित किया गया है। एजेंसियां सर्वेक्षण के दौरान वास्तविक समय की जानकारी रिकॉर्ड करने के लिए इस ऐप का उपयोग करेंगी। जिसे बाद में सत्यापित और विश्लेषण किया जाएगा। ये काम चार महीने में पूरा करना होगा।

1 ट्रिलियन इकोनॉमी के लिए की जा रही कवायद
News by indiatwoday.com: भारत एक महत्वाकांक्षी 1 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था की ओर बढ़ रहा है, और इसके लिए विभिन्न उपायों का अनुसरण किया जा रहा है। हाल ही में, यह घोषणा की गई है कि 7 विकास प्राधिकरण 42 हजार औद्योगिक इकाइयों का सर्वेक्षण करेगा, जिसमें नोएडा की 15 हजार इंडस्ट्री भी शामिल होगी। इस सर्वेक्षण का उद्देश्य औद्योगिक क्षमता को समझना और भारत की आर्थिक वृद्धि को बढ़ाने के लिए आवश्यक कदम उठाना है।
सर्वेक्षण का महत्व
सर्वेक्षण के माध्यम से, सरकार विभिन्न इंडस्ट्रीज की उत्पादन क्षमता, उनकी चुनौतियों और अवसरों का मूल्यांकन करेगी। यह कदम न केवल उद्योगों की स्थिति को जानने में मदद करेगा बल्कि भविष्य की योजनाओं के निर्माण में भी सहायक होगा। इसके द्वारा सरकार यह जान सकेगी कि कौन सी उद्योगें तेजी से बढ़ रही हैं और किन्हें समर्थन की आवश्यकता है।
नोएडा की इंडस्ट्री का योगदान
नोएडा, जिसे आईटी और उच्च तकनीकी उद्योग केंद्र के रूप में जाना जाता है, इस सर्वेक्षण का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। यहां की 15 हजार इंडस्ट्री में छोटे से लेकर बड़े व्यवसायों की एक विस्तृत श्रृंखला शामिल है। यह क्षेत्र राज्य और देश की अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
आर्थिक योजना के अन्य पहलू
1 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने के लिए सरकार विभिन्न नीतियों को अपनाने का विचार कर रही है। इसमें निवेश में बढ़ोतरी, व्यावासिक सहयोग, और उद्योगों को प्रोत्साहन देने वाले कार्यक्रम शामिल हैं। यह सर्वेक्षण इन उपायों को परिणामदायी बनाने में एक महत्वपूर्ण कदम है।
निष्कर्ष
इस सर्वेक्षण के परिणामों से सरकार को एक स्पष्ट दृष्टिकोण मिलेगा, जिससे भारतीय अर्थव्यवस्था को और मजबूती मिलेगी। उद्योग के लिए आवश्यक संसाधनों और अवसरों का पता लगाना विकास के लिए महत्वपूर्ण है।
उन सभी उद्योगों को आगे बढ़ने का अवसर मिल सकता है, जो अपने विकास के प्रति गंभीर हैं। गवर्नमेंट के द्वारा इस प्रकार के कदम भारत को एक स्थायी और विकसित अर्थव्यवस्था की दिशा में ले जाएंगे।
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