5 दुकानों में चल रही चामुंडा इलेक्ट्रिकल्स लिमिटेड:75 साल के हैं मालिक, बाजार से मांगे 14 करोड़ रुपए, मिले 7100 करोड़
उत्तर गुजरात के पालनपुर शहर में सिर्फ पांच दुकानों में चल एक कंपनी का IPO 738 गुना अधिक सब्सक्राइब हुआ है। चामुंडा इलेक्ट्रिकल्स लिमिटेड नामक इस कंपनी को IPO के जरिए बाजार से 14 करोड़ रुपए जुटाने की उम्मीद है। हालांकि, IPO में कई गुना उछाल आया है और अब बाजार से 14 करोड़ रुपए की जगह 7100 करोड़ रुपए मिल चुके हैं। इस कंपनी के फाउंडर 75 साल के एन.के. राठौड़ हैं। वे जेटको कंपनी के पूर्व अधिकारी हैं। 2008 में इस कंपनी से रिटायर होने के बाद उन्होंने 2013 में चामुंडा इलेक्ट्रिकल्स की स्थापना की। वर्तमान में चामुंडा इलेक्ट्रिकल्स लिमिटेड में 800 कर्मचारी काम कर रहे हैं। एन के राठौड़ के दो बेटे हैं, जिनमें से एक पालनपुर में उनकी कंपनी में काम करता है जबकि दूसरा टाउन प्लानर के रूप में काम करता है। जेटको कंपनी के एक अधिकारी ने रिटायर होने के बाद 2013 में कंपनी शुरू की, वर्तमान में वहां 800 कर्मचारी काम करते हैं। पालनपुर स्थित कंपनी चामुंडा इलेक्ट्रिकल्स लिमिटेड का आईपीओ 738 गुना ओवरफ्लो हुआ हैं। कंपनी अब दूसरी सबसे बड़ी लैब बनाने की तैयारी चल रही है। गुजरात में दूसरी सबसे बड़ी लैब बनाने का काम चल रहा एन.के. राठौड़ ने बताया कि अभी 4 मेगावाट का सोलर प्लांट चालू है और 10 मेगावाट के अन्य सोलर प्लांट के लिए तैयारी कर ली गई है। बिजली के क्षेत्र में अभी भी बहुत काम किया जाना बाकी है। इसके लिए गुजरात में दूसरी सबसे बड़ी लैब बनाने का काम चल रहा है। हमें केवल 14.60 करोड़ की जरूरत थी, लेकिन 7100 करोड़ आ गए, जो कंपनी के प्रति लोगों के प्यार और विश्वास को दर्शाता है। रिटायरमेंट के बाद करियर शुरू करना: जानिए कैसे बनी कंपनी कंपनी के मालिक और प्रशासनिक कर्मचारी पालनपुर में 5 दुकानों में स्थित हैं। कंपनी के संस्थापक एन. क. राठौड़ ने कहा कि मैंने 2008 तक दूसरी कंपनी में काम किया।" सेवानिवृत्ति के पांच साल बाद 2013 में उन्होंने चामुंडा इलेक्ट्रिकल प्राइवेट लिमिटेड नाम से कंपनी शुरू की। मेरा मुख्य उद्देश्य अपने अनुभव को इस कंपनी में लागू करना था। इसके बाद पालनपुर से सेलवास तक जेटकोना सबस्टेशन का रखरखाव कार्य शुरू हुआ।

5 दुकानों में चल रही चामुंडा इलेक्ट्रिकल्स लिमिटेड: 75 साल के हैं मालिक, बाजार से मांगे 14 करोड़ रुपए, मिले 7100 करोड़
चामुंडा इलेक्ट्रिकल्स लिमिटेड ने हाल ही में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर पार किया है। इस कंपनी के मालिक, जो 75 वर्ष की आयु में हैं, ने बाजार से 14 करोड़ रुपए की राशि मांगी थी, लेकिन कंपनी को एक अविश्वसनीय 7100 करोड़ रुपए मिले हैं। यह घटना न केवल चामुंडा इलेक्ट्रिकल्स के लिए बल्कि भारतीय बाजार के लिए भी एक महत्वपूर्ण संकेत है।
चामुंडा इलेक्ट्रिकल्स की यात्रा
चामुंडा इलेक्ट्रिकल्स लिमिटेड की स्थापना कई वर्षों पहले हुई थी और इसने प्रमुख इलेक्ट्रिकल उत्पादों का निर्माण करने में एक प्रमुख भूमिका निभाई है। कंपनी की पांच दुकानों में फैली हुई है, जहां ये उत्पाद आसानी से उपलब्ध हैं। इस कंपनी का प्रभाव भारतीय उपभोक्ताओं पर गहरा है और वर्तमान में यह एक लब्धप्रतिष्ठ कंपनी के रूप में जानी जाती है।
कमाई का शानदार सफर
जब चामुंडा इलेक्ट्रिकल्स ने बाजार से 14 करोड़ रुपए मांगे थे, तब किसी ने नहीं सोचा था कि कंपनी को 7100 करोड़ रुपए की पेशकश मिलेगी। यह न केवल कंपनी के लिए एक बड़ा लाभ है, बल्कि इसने विभिन्न निवेशकों का ध्यान भी आकर्षित किया है। बाजार में इस तरह की धनराशि मिलना एक दुर्लभ घटना है, और इसे एक सफल व्यापार मॉडल के रूप में देखा जा रहा है।
आर्थिक बदलाव और भविष्य के लिए संभावनाएं
इस प्रकार की बड़ी रकम मिलने से चामुंडा इलेक्ट्रिकल्स की संभावनाएं नए आयाम पर पहुँच सकती हैं। न केवल इसके उत्पादों की रेंज बढ़ेगी, बल्कि कंपनी नई तकनीकों और नवाचारों में भी निवेश कर सकती है। बाजार में प्रतिस्पर्धा को देखने के लिए यह कदम बेहद महत्वपूर्ण है।
हालांकि, निवेशकों और भूतपूर्व ग्राहकों के लिए चुनौती यह है कि यह कंपनी आने वाले वर्षों में अपने पूरे सामर्थ्य का उपयोग कैसे करेगी। उम्मीद की जा रही है कि चामुंडा इलेक्ट्रिकल्स अपने सदाबहार दृष्टिकोण और मजबूत विपणन रणनीतियों के जरिए एक सफल भविष्य की ओर बढ़ेगी।
अंत में, यह कहना गलत नहीं होगा कि चामुंडा इलेक्ट्रिकल्स लिमिटेड ने भारतीय बाजार में एक अद्वितीय स्थान प्राप्त कर लिया है और आगे की चुनौतियाँ इस कंपनी की सफलता की कहानी को और भी दिलचस्प बना देंगी।
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