5 में से एक आईफोन मेड इन इंडिया:एक साल में ₹1.88 लाख करोड़ के फोन बनाए, 60% बढ़ा प्रोडक्शन
मार्च 2024 से मार्च 2025 तक के 12 महीनों में एपल ने भारत में 22 बिलियन डॉलर (करीब ₹1.88 लाख करोड़) वैल्यू के आईफोन का मैन्यूफैक्चरिंग किया। पिछले साल की तुलना में इसमें 60% की बढ़ोतरी हुई है। इस दौरान एपल ने भारत से 17.4 बिलियन डॉलर (करीब ₹1.49 लाख करोड़) वैल्यू के आईफोन एक्सपोर्ट किए। वहीं, दुनियाभर में हर 5 में से एक आईफोन अब भारत में बन रहा है। ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट में इस बात की जानकारी दी गई है। भारत में आईफोन की मैन्यूफैक्चरिंग तमिलनाडु और कर्नाटक की फैक्ट्रियों में किया जाता है। इसमें सबसे ज्यादा उत्पादन फॉक्सकॉन करता है। फॉक्सकॉन एपल का सबसे बड़ा मैन्यूफैक्चरिंग भी पार्टनर है। इसके अलावा टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स और पेगाट्रॉन भी इस बढ़ते उत्पादन में योगदान करते हैं। FY 2024 में 8 बिलियन डॉलर आईफोन की सेल वित्त वर्ष 2024 में एपल के स्मार्टफोन की बिक्री 8 बिलियन डॉलर तक पहुंच गई। जबकि बाजार में इसकी हिस्सेदारी केवल 8% थी। भारत के उभरते मिडिल क्लास में अभी भी आईफोन एक लग्जरी बना हुआ है।इसलिए यहां मार्केट बढ़ने की उम्मीद है। एपल का भारत पर इतना ज्यादा फोकस क्यों? ------------------------- ये खबर भी पढ़ें... फॉक्सकॉन उत्तर प्रदेश में 300 एकड़ जमीन खरीद रही: यमुना एक्सप्रेसवे के पास बनाएगी मैन्यूफैक्चरिंग प्लांट, कंपनी एपल प्रोडक्ट्स सप्लाई करती है एपल के लिए आइफोन, आइपैड और मैक बुक जैसे प्रोडक्ट्स असेंबल करने वाली कंपनी फॉक्सकॉन उत्तर प्रदेश के ग्रेटर नोएडा में 300 एकड़ जमीन खरीदने जा रही है। यमुना एक्सप्रेसवे के पास इस जमीन पर कंपनी मैन्यूफैक्चरिंग प्लांट बनाएगी। यह फॉक्सकॉन का उत्तर भारत में पहला प्लांट होगा और बेंगलुरु में बनी मैन्यूफैक्चरिंग फैसिलिटी बड़ी होगी। उम्मीद है यह दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा प्लांट हो सकता है। पूरी खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें...

5 में से एक आईफोन मेड इन इंडिया: एक साल में ₹1.88 लाख करोड़ के फोन बनाए, 60% बढ़ा प्रोडक्शन
नवीनतम आंकड़ों के अनुसार, भारत में आईफोन के उत्पादन में एक महत्वपूर्ण वृद्धि हुई है। रिपोर्ट में बताया गया है कि भारत में बने हर पांच आईफोन में से एक पूर्ण रूप से भारत में निर्मित है। यह न केवल भारतीय बाजार के लिए एक सकारात्मक संकेत है, बल्कि यह देश की आर्थिक स्थिति को भी मजबूत करता है। इस साल भारत में स्मार्टफोन निर्माण का कुल मूल्य ₹1.88 लाख करोड़ तक पहुँच गया है, जो कि पिछले वर्ष की तुलना में 60% की वृद्धि को दर्शाता है।
भारत में आईफोन का उत्पादन
टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में भारत का विकास तेजी से हो रहा है, और विदेशी कंपनियों का निवेश इस दिशा में अहम योगदान दे रहा है। एप्पल ने स्थानीय प्रोडक्शन को बढ़ावा देकर भारत में अपने आईफोनों की श्रृंखला को और मजबूत किया है। इससे न केवल भारतीयों को रोजगार मिला है, बल्कि यह देश में तकनीकी विकास को भी बढ़ावा देता है।
आईफोन निर्माण का आर्थिक प्रभाव
कुल मिलाकर देखा जाए तो आईफोन का भारत में उत्पादन कई तरह से लाभकारी है। यह भारतीय अर्थव्यवस्था में विदेशी निवेश को आकर्षित करता है और साथ ही टेक्नोलॉजी क्षेत्र में आत्मनिर्भरता की दिशा में भी एक कदम बढ़ाता है। इस वृद्धि से युवा विशेषज्ञों को भी नई तकनीकी चुनौतियों का सामना करते हुए अपने कौशल को विकसित करने का अवसर मिलेगा।
भारतीय उपभोक्ताओं के लिए क्या इसका अर्थ है?
भारत में निर्मित आईफोन न केवल गुणवत्ता में उत्तम होते हैं, बल्कि उपभोक्ताओं को भारतीय बाजार में प्रतिस्पर्धी कीमतों पर उपलब्ध होने लगते हैं। इससे उपभोक्ताओं को बेहतर विकल्प मिलते हैं और साथ ही देश की अर्थव्यवस्था में भी मजबूती आती है।
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