BHU में आइसोलेट मरीज के घर पहुंचे DM-CMO:HMPV की आशंका पर पहुंचे थे अधिकारी, बोले- नहीं है कोई लक्षण
भारत के कई हिस्सों में HMPV वायरस के मरीज मिलने के बाद स्वास्थ्य विभाग अलर्ट है। इसी बीच चौबेपुर के ढाका के पूर्व प्रधान के घर जिलाधिकारी एस राजलिंगम सहित सीएमओ संदीप चौधरी सहित अन्य अधिकारी पहुंचे तो हड़कंप मच गया। पूर्व प्रधान दीनानाथ पांडेय (75) का 28 दिसंबर से इलाज चल रहा है। जिन्हे अब आइसोलेशन वार्ड में सभी मरीजों से अलग रखा गया है। दोपहर बाद पहुंचा डीएम और सीएमओ का काफिला चौबेपुर के ढाका गांव के पूर्व प्रधान दीनानाथ पांडेय (75) की तबियत पिछले 28 दिसंबर से खराब है। उन्हें परिजनों ने बीएचयू में एडमिट कराया था। इस समय उन्हें आइसोलेशन में अलग एडमिट कर इलाज किया जा रहा है। ऐसे में जिलाधिकारी एस राजलिंगम और सीएमओ के साथ स्वास्थ्य विभाग की टीम उनके गांव ढाका पहुंची। यहां उनके घर के आस- पास की स्थिति जानी। उनके परिजनों से बातचीत की और पड़ोसियों को सतर्कता बरतने को कहा। 30 मिनट से अधिक रहे अधिकारी ग्रामीण अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश देकर वहां से निकल गए। 4 दिसंबर को खराब हुई थी तबियत पूर्व प्रधान के बेटे अनूप ने बताया- पिता जी की तबियत 4 दिसंबर को खराब हुई थी। इसके बाद उन्हें बीएचयू में एडमिट कराया गया था। यहां इलाज के बाद वो ठीक हो गए। और 18 दिसंबर को उन्हें डिस्चार्ज कराकर घर ले आये। इसके बाद 28 दिसंबर को एक बार फिर उन्हें दिक्कत हुई तो दोबारा अस्पताल लेकर आये। यहां डॉक्टर्स ने चेस्ट इंफेक्शन बताया है। फिलहाल उनका इलाज पहले आईसीयू में अब सब मरीजों से अलग किया जा रहा है। मरीज में नहीं है कोई लक्षण, एहतियातन किया दौरा इस संबंध में सीएमओ संदीप चौधरी ने बताया- मरीज में किसी भी प्रकार के HMPV के लक्षण नहीं है। लेकिन एहतियातन जिलाधिकारी और अन्य अधिकारी ढाका गांव पहुंचे थे। वहां पूर्व प्रधान के घर के आस-पास रहने वालों से बातचीत कर उन्हें सतर्क रहने का निर्देश दिया गया है। इसके अलावा ग्रामीण स्टार के अधिकारियों को निगरानी और साफ-सफाई करवाने का निर्देश दिया गया है।

समाचार की पृष्ठभूमि
बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (BHU) में हाल ही में एक ऐसा मामला सामने आया है जिसमें एक मरीज को आइसोलेट किया गया था। इस मामले में स्थानीय प्रशासन के अधिकारी, जहां जिला मजिस्ट्रेट (DM) और मुख्य चिकित्सा अधिकारी (CMO) शामिल थे, मरीज के घर पहुंचे। अधिकारियों ने इस दौरे का उद्देश्य, स्वास्थ्य स्थिति की निगरानी करना और संभावित HMPV (ह्यूमन मेटाप neumोवायरस) संक्रमण का मूल्यांकन करना बताया।
अधिकारियों का दौरा
DM और CMO ने डॉक्टरों की टीम के साथ मिलकर मरीज के घर का दौरा किया। यह जानने का प्रयास किया जा रहा था कि क्या मरीज में किसी प्रकार के संक्रमण के लक्षण मौजूद हैं। अधिकारियों ने स्पष्ट किया कि मरीज की स्वास्थ्य स्थिति सामान्य है और उनमें HMPV के कोई भी लक्षण नहीं पाए गए।
HMPV का संदर्भ
ह्यूमन मेटाप neumोवायरस एक सामान्य वायरस है जो श्वसन तंत्र को प्रभावित कर सकता है। इसके संक्रमण के लक्षण आमतौर पर ज़ुकाम जैसे होते हैं, लेकिन गंभीर मामलों में यह जीवन के लिए भी जोखिम पैदा कर सकता है। इसलिए, इस वायरस के संभावित मामलों में सावधानी बरतने की आवश्यकता होती है।
स्थानीय स्वास्थ्य प्रणाली की प्रतिक्रिया
स्थानीय स्वास्थ्य सिस्टम ने इस मामले में तुरंत ही सक्रियता दिखाई है और मरीज का परीक्षण करने और निगरानी करने की प्रक्रिया को शुरू किया है। अधिकारियों ने स्थानीय समुदाय को जागरूक किया है कि वे अपने स्वास्थ्य की निगरानी करें और किसी भी प्रकार की समस्या की सूचना दें।
निष्कर्ष
DM और CMO के द्वारा किया गया दौरा एक सकारात्मक पहल है, जो यह दर्शाता है कि स्वास्थ्य अधिकारियों की स्थिति पर नजर है और वे अपनी जिम्मेदारियों का पालन कर रहे हैं। ऐसे मामलों में सतर्कता और जागरूकता ही सबसे महत्वपूर्ण है। इस मामले की नियमित निगरानी की जाएगी और लोगों को समय-समय पर सूचित किया जाएगा। Keywords: BHU आइसोलेट मरीज, DM CMO HMPV रिपोर्ट, HMPV लक्षण, HMPV अपडेट, बनारस स्वास्थ्य विभाग, मरीज की स्थिति, आइसोलेशन प्रक्रिया, स्वास्थ्य अधिकारी दौरा, HMPV संक्रमण से सुरक्षा, सभी उम्र के लोगों के लिए स्वास्थ्य सलाह For more updates, visit indiatwoday.com.
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