PM मोदी आज प्रवासी भारतीय दिवस सम्मेलन का उद्घाटन करेंगे:पहली बार भुवनेश्वर में हो रहा कार्यक्रम; 70 देशों के 3 हजार से ज्यादा प्रतिनिधि ओडिशा पहुंचे

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुरुवार को ओडिशा की राजधानी भुवनेश्वर में 18वें प्रवासी भारतीय सम्मेलन का उद्घाटन करेंगे। इस साल सम्मेलन का विषय 'विकसित भारत में प्रवासी भारतीयों का योगदान' है। इस दौरान मुख्य अतिथि त्रिनिदाद और टोबैगो की राष्ट्रपति क्रिस्टीन कार्ला कंगालू सम्मेलन को वर्चुअली संबोधित करेंगी। मोदी प्रवासी भारतीय एक्सप्रेस की उद्घाटन यात्रा को रिमोट से हरी झंडी दिखाएंगे। यह भारतीय प्रवासियों के लिए स्पेशल टूरिस्ट ट्रेन है, जो दिल्ली के निजामुद्दीन रेलवे स्टेशन से चलेगी और तीन सप्ताह तक कई टूरिस्ट प्लेसेज तक जाएगी। विदेश मंत्रालय की प्रवासी तीर्थ दर्शन योजना के तहत इसका संचालन किया जा रहा है। हालांकि सम्मेलन की शुरुआत 8 जनवरी को युवा प्रवासी भारतीय दिवस से हो चुकी है। इस दौरान न्यूजवीक के CEO और सह-संस्थापक देव प्रगद मुख्य अतिथि थे। न्यूजवीक अमेरिका की एक वीकली न्यूज मैगजीन है। कार्यक्रम के लिए 70 देशों से 3 हजार से ज्यादा प्रतिनिधि ओडिशा पहुंचे हैं। यह सम्मेलन 10 जनवरी तक चलेगा। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू इसके समापन सत्र में शामिल होंगी और प्रवासी भारतीय पुरस्कार प्रदान करेंगी। 3 दिन के सम्मेलन में कब-क्या होगा... विदेश मंत्रालय के सचिव अरुण कुमार चटर्जी ने बताया- भारतीय प्रवासियों की संख्या 35.4 मिलियन है, जिसमें 19.5 मिलियन भारतीय मूल के लोग और 15.8 मिलियन NRI शामिल हैं। अमेरिका में सबसे ज्यादा 2 मिलियन भारतीय मूल के लोग रहते हैं। जबकि UAE में सबसे ज्यादा 3.5 मिलियन NRI हैं। जयशंकर बोले- PM मोदी ने काम करने का नजरिया बदला विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने 8 जनवरी को युवा प्रवासी दिवस सम्मेलन में कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सरकारों के काम करने का नजरिया बदल दिया। उन्होंने देश को 'चलता है' से 'होगा कैसे नहीं' वाला एटिट्यूड दिया है। जयशंकर ने वैश्विक विकास आगे बढ़ाने में भारत की युवा पीढ़ी की भूमिका पर प्रकाश डाला। उन्होंने बैडमिंटन खिलाड़ी पीवी सिंधु की एक याद साझा की। उन्होंने कहा कि सिंधु ने PM को यूथ आइकन बताया था। सिंधु ने कहा था कि PM मोदी ने देश को 'चलता है' से 'होगा कैसे नहीं' वाला एटिट्यूड दिया है। पूर्व PM अटल बिहारी वाजपेयी ने 2003 में की थी शुरुआत प्रवासी भारतीय सम्मेलन की शुरुआत पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने जनवरी, 2003 में की थी। महात्मा गांधी के 1915 में दक्षिण अफ्रीका से भारत लौटने की घटना को याद करते हुए इसकी शुरुआत की गई थी। इस दिन को मनाने का उद्देश्य प्रवासी भारतीयों के योगदान और उनकी उपलब्धियों को पहचानना है। अब तक यह सम्मेलन नई दिल्ली, मुंबई, कोच्चि, हैदराबाद, जयपुर, चेन्नई, वाराणसी, बेंगलुरु और इंदौर जैसे शहरों में आयोजित किया जा चुका है। 2021 में कोविड महामारी के दौरान इसे वर्चुअल मोड पर किया गया था। 'पूर्वोदय' योजना पर आधारित है सम्मेलन प्रवासी भारतीय दिवस का आयोजन पहली बार देश के पूर्वी हिस्से में हो रहा है। इसका उद्देश्य सरकार की ‘पूर्वोदय’ योजना को आगे बढ़ाना है। यह योजना बिहार, झारखंड, ओडिशा, आंध्र प्रदेश और पश्चिम बंगाल जैसे राज्यों के विकास के लिए बनाई गई है। दक्षिण-पूर्व एशियाई देशों के भारतीय प्रवासी कार्यक्रम में भाग लेने के लिए खासी रुचि दिखाई है। कार्यक्रम में शामिल होने के लिए रजिस्ट्रेशन कराने NRI's में केरल, महाराष्ट्र, और उत्तर प्रदेश के मूल निवासी प्रमुख हैं। ------------------------------------------------------ प्रधानमंत्री मोदी के कार्यक्रमों से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें... PM मोदी ने आंध्र प्रदेश में रोड शो किया, ₹2 लाख करोड़ के प्रोजेक्ट्स का शिलान्यास-उद्घाटन किया प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को आंध्र प्रदेश के CM एन चंद्रबाबू नायडू और डिप्टी CM पवन कल्याण के साथ विशाखापत्तनम में रोड शो किया। रैली के बाद PM मोदी ने जनसभा को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने 1.85 लाख करोड़ रुपए की परियोजनाओं का वर्चुअली शिलान्यास और उद्घाटन किया। पूरी खबर पढ़ें...

Jan 9, 2025 - 05:05
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PM मोदी आज प्रवासी भारतीय दिवस सम्मेलन का उद्घाटन करेंगे:पहली बार भुवनेश्वर में हो रहा कार्यक्रम; 70 देशों के 3 हजार से ज्यादा प्रतिनिधि ओडिशा पहुंचे
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुरुवार को ओडिशा की राजधानी भुवनेश्वर में 18वें प्रवासी भारतीय सम्मेल

PM मोदी आज प्रवासी भारतीय दिवस सम्मेलन का उद्घाटन करेंगे

आज भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी प्रवासी भारतीय दिवस सम्मेलन का उद्घाटन करने जा रहे हैं। यह आयोजन पहली बार ओडिशा की राजधानी भुवनेश्वर में हो रहा है, जो इस राज्य के लिए एक बहुत ही महत्वपूर्ण घटना है। सम्मेलन में पूरे 70 देशों से 3 हजार से ज्यादा प्रतिनिधि जुट चुके हैं, जो प्रवासी भारतीयों के मुद्दों को लेकर चर्चा करेंगे।

सम्मेलन की विशेषताएँ

इस सम्मेलन का उद्देश्य प्रवासी भारतीयों के योगदान को मान्यता देना और उन्हें एक मंच पर लाना है। इस सम्मेलन में प्रवासी भारतीयों के लिए विशेष कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे, जिसमें रोजगार के अवसर, सांस्कृतिक आदान-प्रदान और व्यवसाय के विकास पर चर्चा होगी। राज्य सरकार ने इस कार्यक्रम की सफलतापूर्वक तैयारियों के लिए व्यापक योजना बनाई है।

भुवनेश्वर की मेहमाननवाजी

भुवनेश्वर, जो ऐतिहासिक और सांस्कृतिक धरोहर का केंद्र है, इस बार देश-जगत के प्रवासी भारतीयों का स्वागत करेगा। कार्यक्रम स्थल को भव्य रूप से सजाया गया है और आयोजनों के दौरान सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। प्रवासी भारतीयों का ओडिशा में होना न केवल राज्य के लिए बल्कि पूरे देश के लिए गर्व की बात है।

आगामी सलाम व एसडीजी संबंधी चर्चाएँ

प्रवासी भारतीय सम्मेलन में दुनियाभर से आए प्रतिनिधियों के बीच बातचीत होगी, जो सामाजिक और आर्थिक विकास के साथ-साथ सतत विकास लक्ष्यों (SDG) पर केंद्रित होगी। प्रधानमंत्री मोदी प्रवासी भारतीयों के योगदान की सराहना करते हुए उन्हें भारत के विकास में महत्वपूर्ण भागीदार मानते हैं।

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अंत में

इस सम्मेलन का उद्घाटन भारतीय समाज में प्रवासी भारतीयों के महत्व को उजागर करेगा और यह एक प्लेटफार्म बनेगा जहां प्रवासी भारतीय विचार, अनुभव एवं सुझाव साझा कर सकेंगे। यदि आप इस कार्यक्रम की पूरी जानकारी और नए अपडेट्स चाहते हैं, तो indiatwoday.com पर जुड़े रहें। Keywords: PM मोदी प्रवासी भारतीय दिवस 2023, भुवनेश्वर प्रवासी सम्मेलन, ओडिशा विदेशियों का जलसा, प्रवासी भारतीयों का योगदान, भारतीय समुदाय का महोत्सव, 70 देशों के प्रतिनिधि ओडिशा, प्रवासी सम्मेलन समाचार, पीएम मोदी उद्घाटन कार्यक्रम, प्रवासी भारतीय दिवस भुवनेश्वर.

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