SRN अस्पताल में पहली बार ICG तकनीक से सर्जरी:प्रयागराज के सर्जन डॉ. प्राेबाल नियोगी व टीम की ओर से की कई शुरूआत
SRN (स्वरूपरानी नेहरू) अस्पताल में पहली बार डॉ. प्रोबाल नियोगी और उनकी टीम ने ICG तकनीक का उपयोग करते हुए जटिल गॉल ब्लैडर की लेप्रोस्कोपिक सर्जरी सफलतापूर्वक की। यह सर्जरी अस्पताल के लिए एक ऐतिहासिक उपलब्धि साबित हुई। मरीज को गॉल ब्लैडर में सूजन और संक्रमण की गंभीर समस्या थी। सर्जरी से 2 घंटे पहले मरीज को ICG डाई का इंजेक्शन दिया गया, जिससे सर्जरी के दौरान पित्ताशय और पित्त नलिका को साफ देखा जा सका। यह तकनीक डॉक्टरों को गॉल ब्लैडर और पित्त की नली की स्थिति समझने में काफी मददगार साबित हुई। सर्जरी के दौरान, डॉक्टरों ने विशेष सावधानी के साथ गॉल ब्लैडर और पित्त नलिका को अलग किया। जहां जटिलता अधिक थी, वहां "फंडस-फर्स्ट" तकनीक का इस्तेमाल कर सर्जरी पूरी की गई। चमकीले हरे रंग की रोशनी ने पित्ताशय और पित्त नलिका को साफ दिखाया, जिससे चिकित्सकों को सटीक और सुरक्षित सर्जरी करने में मदद मिली। इस सर्जरी के दौरान डॉ. प्रोबल नियोगी की टीम में डॉ. वैभव श्रीवास्तव, डॉ. विशाल, डॉ. राजकुमार, डॉ. संजय सिंह, डॉ. डी. कुमार, डॉ. कृष्णा सिंह और डॉ. अखिलेश भी मौजूद रहे। उनकी सामूहिक मेहनत और कुशलता ने इस सर्जरी को सफल बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। डॉ. प्रोबल नियोगी ने कहा, “यह हमारे अस्पताल के लिए एक बड़ी उपलब्धि है। ICG तकनीक के उपयोग से सर्जरी को अधिक सुरक्षित और आसान बनाया जा सकता है। यह मरीजों के इलाज में एक नई दिशा है।”

SRN अस्पताल में पहली बार ICG तकनीक से सर्जरी
प्रयागराज के SRN अस्पताल में एक नई चिकित्सा प्रगति की गई है, जब डॉ. प्राेबाल नियोगी और उनकी टीम ने पहली बार ICG तकनीक का इस्तेमाल करके सर्जरी की। यह तकनीक अत्याधुनिक मेडिकल विधियों में से एक है, जो सर्जनों को सटीकता और दक्षता के साथ ऑपरेशन करने की अनुमति देती है।
ICG तकनीक क्या है?
ICG, या इंडोसायनिन ग्रीन, एक फ्लोरोसेंट डाई है जिसका उपयोग शरीर में रक्त के प्रवाह और अन्य जैविक प्रक्रियाओं की निगरानी के लिए किया जाता है। यह तकनीक सर्जिकल प्रक्रियाओं को अधिक प्रभावी बनाने में मदद करती है, जिससे मरीजों का स्वास्थ्य बेहतर होता है।
डॉ. प्राेबाल नियोगी की विशेषज्ञता
डॉ. प्राेबाल नियोगी, जो कि प्रयागराज के लिए एक प्रमुख सर्जन हैं, ने ICG तकनीक का सफलतापूर्वक उपयोग करके एक जटिल सर्जरी की। उनकी टीम ने इस तकनीक का उपयोग करके मरीज की स्थिति का बारीकी से अध्ययन किया और ऑपरेशन को सुचारू रूप से संपन्न किया।
नई शुरुआत और भविष्य की संभावनाएँ
यह न केवल SRN अस्पताल के लिए बल्कि क्षेत्र के चिकित्सा क्षेत्र के लिए भी एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है। ICG तकनीक के द्वारा विशेषज्ञता और सर्जरी की सटीकता में वृद्धि होने की उम्मीद है, जिससे मरीजों को बेहतर इलाज मिल सकेगा।
अस्पताल के अधिकारियों ने इस नई तकनीक की सराहना की है और इसे भविष्य में अन्य सर्जिकल प्रक्रियाओं में भी लागू करने की योजना बनाई है।
इस तरह की प्रगति से यह स्पष्ट है कि SRN अस्पताल अपनी चिकित्सा सेवाओं को नवीनतम तकनीकों से अद्यतन रखने के प्रति प्रतिबद्ध है।
News by indiatwoday.com
इन परिवर्तनों से, SRN अस्पताल न केवल प्रयागराज में बल्कि पूरे उत्तर प्रदेश में चिकित्सा क्षेत्र में एक मानक स्थापित कर सकता है। Keywords: SRN अस्पताल, ICG तकनीक से सर्जरी, प्रयागराज के सर्जन, डॉ. प्राेबाल नियोगी, सर्जरी तकनीक, आधुनिक चिकित्सा, इंडोसायनिन ग्रीन, स्वास्थ्य सेवाएँ, मेडिकल प्रगति, सर्जिकल प्रक्रियाएँ, प्रयागराज स्वास्थ्य, ICG का उपयोग, सर्जन विशेषज्ञता, चिकित्सा नवाचार
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