अडाणी ग्रुप ने FY24 में ₹58,104 करोड़ टैक्स दिया:यह 2023 के मुकाबले 25% ज्यादा, निवेशकों के विश्वास के लिए ट्रांसपेरेंसी रिपोर्ट पेश की
अडाणी ग्रुप की कंपनियों ने वित्त वर्ष 2023-24 में 58,104 करोड़ रुपए टैक्स दिया है। ये पिछले वित्त वर्ष यानी 2023 के मुकाबले 25% ज्यादा है। FY23 में ग्रुप ने 46,610 करोड़ रुपए टैक्स पेमेंट किया था। रविवार को अडाणी ग्रुप की ओर से टैक्स ट्रांसपेरेंसी रिपोर्ट जारी की गई। रिपोर्ट के मुताबिक सरकार को दिए गए कुल टैक्स में अडाणी ग्रुप की 7 कंपनियों- अडाणी इंटरप्राइजेज, अडाणी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकोनॉमिक जोन, अडाणी ग्रीन एनर्जी, अडाणी एनर्जी सॉल्यूशंस, अडाणी पावर, अडाणी टोटल गैस और अंबुजा सीमेंट्स की सबसे बड़ी हिस्सेदारी रही। इन्वेस्टर्स का विश्वास बढ़ाने जारी की रिपोर्ट टैक्स पेमेंट पर ग्रुप के चेयरमैन गौतम अडाणी ने कहा कि ग्रुप की ओर से शेयर होल्डर्स का विश्वास बढ़ाने के लिए टैक्स ट्रांसपेरेंसी रिपोर्ट जारी की गई है। दरअसल, ग्रुप पर पिछले कुछ समय से अमेरिकी शॉर्ट सेलर हिंडनबर्ग के आरोप और अमेरिका में धोखाधड़ी के आरोप लगे हैं। इसके चलते गौतम अडाणी की नेटवर्थ में 1 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा की गिरावट हो गई है। अमेरिका में धोखाधड़ी के आरोप लगे थे पिछले साल अमेरिका में अडाणी समेत 8 लोगों पर अरबों रुपए की धोखाधड़ी के आरोप लगे थे। आरोप पत्र के मुताबिक, अडाणी की कंपनी ने भारत में रिन्यूएबल एनर्जी के प्रोजेक्ट गलत तरीके से हासिल किए थे। इसके लिए सरकारी अधिकारियों को 250 मिलियन डॉलर यानी करीब 2,029 करोड़ रुपए की रिश्वत देने का भी आरोप अडाणी पर लगाया गया था। इसके अलावा आरोपियों ने अमेरिकी इन्वेस्टर्स और बैंकों से झूठ बोलकर पैसा इकट्ठा किया। यह पूरा मामला अडाणी ग्रुप की कंपनी अडाणी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड और एक अन्य फर्म से जुड़ा हुआ था। 24 अक्टूबर 2024 को न्यूयॉर्क की फेडरल कोर्ट में यह केस दर्ज हुआ था। पिछले कुछ समय से अडाणी काफी विवादों में रहें हैं, इसलिए इनसे जुड़े कुछ बड़े मामलों पर एक नजर... पहला विवाद: हिंडनबर्ग रिसर्च ने मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप लगाए : जनवरी 2023 की है। गौतम अडाणी की फ्लैगशिप कंपनी अडाणी एंटरप्राइजेज ने 20,000 करोड़ का फॉलोऑन पब्लिक ऑफर लाने की घोषणा की। 27 जनवरी 2023 को इस ऑफर को खुलना था, लेकिन उससे ठीक पहले 24 जनवरी 2023 को हिंडनबर्ग रिसर्च ने एक रिपोर्ट जारी की, जिसमें अडाणी ग्रुप पर मनी लॉन्ड्रिंग से लेकर शेयर मैनिपुलेशन जैसे आरोप लगाए गए। 25 जनवरी तक ग्रुप के शेयरों मार्केट वैल्यू करीब 12 बिलियन डॉलर (करीब 1 लाख करोड़ रुपए) कम हो गई। हालांकि, अडाणी ने किसी भी गलत काम के आरोपों से इनकार किया। ऐसे में अडाणी ग्रुप ने अपना 20,000 करोड़ का फॉलोऑन पब्लिक ऑफर भी कैंसिल कर दिया। केस की जांच के लिए सुप्रीम कोर्ट ने 6 सदस्यीय कमेटी बनाई और सेबी ने भी मामले की जांच की। कोर्ट के फैसले के बाद अडाणी ग्रुप के चेयरमैन गौतम अडाणी ने कहा था, 'कोर्ट के फैसले से पता चलता है कि सत्य की जीत हुई है। सत्यमेव जयते। मैं उन लोगों का आभारी हूं जो हमारे साथ खड़े रहे। भारत की ग्रोथ स्टोरी में हमारा योगदान जारी रहेगा। जय हिन्द।' दूसरा विवाद: लो-ग्रेड कोयले को हाई-ग्रेड में बेचने का आरोप एक महीने पहले फाइनेंशियल टाइम्स ने ऑर्गनाइज्ड क्राइम एंड करप्शन रिपोर्टिंग प्रोजेक्ट की एक रिपोर्ट का हवाला देते हुए दावा किया था कि जनवरी 2014 में अडाणी ग्रुप ने एक इंडोनेशियाई कंपनी से 28 डॉलर ( करीब 2360 रुपए) प्रति टन की कथित कीमत पर 'लो-ग्रेड' कोयला खरीदा था। रिपोर्ट में आरोप लगाया गया है कि इस शिपमेंट को तमिलनाडु जेनरेशन एंड डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी (TANGEDCO) को उच्च गुणवत्ता वाले कोयले के रूप में 91.91 डॉलर (करीब 7750 रुपए) प्रति टन की औसत कीमत पर बेच दिया गया था। अडाणी ग्रुप पर पहले कोल इम्पोर्ट बिल में हेराफेरी के आरोप लगे थे... ..................................... ये खबर भी पढ़ें... नए साल में अडाणी की नेटवर्थ ₹1.03 लाख करोड़ गिरी:यह इलॉन मस्क के बाद सबसे ज्यादा, मस्क की ₹3.05 लाख करोड़ कम हुई अडाणी ग्रुप के चेयरमैन गौतम अडाणी की नेटवर्थ इस साल यानी 1 जनवरी से अब तक 1.03 लाख करोड़ रुपए कम हो गई है। दुनिया के सबसे अमीर लोगों की लिस्ट में इलॉन मस्क के बाद गौतम अडाणी की नेटवर्थ सबसे ज्यादा गिरी है। ब्लूमबर्ग बिलेनियर्स इंडेक्स के अनुसार, अडाणी 5.8 लाख करोड़ रुपए की संपत्ति के साथ 23वे नंबर पर हैं। पढ़ें पूरी खबर...

अडाणी ग्रुप ने FY24 में ₹58,104 करोड़ टैक्स दिया: यह 2023 के मुकाबले 25% ज्यादा, निवेशकों के विश्वास के लिए ट्रांसपेरेंसी रिपोर्ट पेश की
अडाणी ग्रुप ने वित्तीय वर्ष 2024 में प्रभावशाली कर भुगतान का आंकड़ा पेश किया है, जो ₹58,104 करोड़ तक पहुँच गया है। यह राशि 2023 की तुलना में 25% अधिक है, जो कि कंपनी की उच्च विकास की दिशा में महत्वपूर्ण संकेत देती है। इस कदम के जरिए अडाणी ग्रुप अपने निवेशकों को सही और पारदर्शी जानकारी उपलब्ध कराने के लिए अपनी प्रतिबद्धता का प्रदर्शन कर रहा है।
निवेशकों के विश्वास को बढ़ाने के लिए ट्रांसपेरेंसी रिपोर्ट
अडाणी ग्रुप ने हाल ही में एक ट्रांसपेरेंसी रिपोर्ट जारी की है, जिसमें कंपनी के वित्तीय प्रदर्शन की विस्तृत जानकारी दी गई है। यह रिपोर्ट निवेशकों के लिए एक महत्वपूर्ण संसाधन साबित होगी, जो कि उनके विश्वास को और मजबूत करती है। कंपनी की पारदर्शिता ने उसे बाजार में विश्वास में वृद्धि के लिए एक मजबूत आधार दिया है।
अडाणी ग्रुप की वित्तीय प्रगति
कंपनी ने अपने टैक्स भुगतान में वृद्धि के साथ-साथ अन्य क्षेत्रों में भी प्रगति की है। अडाणी ग्रुप की संचालक और निवेशक केंद्रित नीतियों ने उन्हें त्वरित विकास के मार्ग पर अग्रसर करने के साथ-साथ बड़े पैमाने पर सामाजिक जिम्मेदारियों को भी बखूबी निभाने में सक्षम किया है।
अडाणी ग्रुप की रणनीतियाँ और भविष्य की योजनाएँ
कंपनी की भविष्य की योजनाओं में डिजिटलकरण और हरित ऊर्जा क्षेत्रों में निवेश को प्राथमिकता दी गई है। यह न केवल उनकी कार्बन फुटप्रिंट को कम करने में मदद करेगा, बल्कि निवेशकों को आकर्षित करने और बाजार में स्थिरता लाने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
निष्कर्षतः, अडाणी ग्रुप का टैक्स भुगतान और ट्रांसपेरेंसी रिपोर्ट निवेशकों के विश्वास को और दृढ़ बनाती है। ऐसे में, इस समूह का आर्थिक परिदृश्य उज्ज्वल नजर आता है।
News by indiatwoday.com Keywords: अडाणी ग्रुप टैक्स FY24, अडाणी ग्रुप ट्रांसपेरेंसी रिपोर्ट, भारत में अडाणी ग्रुप का विकास, निवेशकों के लिए अडाणी ग्रुप के कदम, अडाणी ग्रुप टैक्स वृद्धि 2024, अडाणी ग्रुप की वित्तीय नीतियाँ, अडाणी ग्रुप की सामाजिक जिम्मेदारियाँ, अडाणी ग्रुप की भविष्य की योजनाएँ, अडाणी ग्रुप निवेशकों का विश्वास.
What's Your Reaction?






