अडाणी विल्मर का नाम अब AWL एग्री बिजनेस लिमिटेड हुआ:शेयरहोल्डर्स की मंजूरी मिलने के बाद नाम बदला, कंपनी एग्रीकल्चर और फूड सेक्टर पर फोकस करेगी
अडाणी ग्रुप की फास्ट-मूविंग कंज्यूमर ग्रुप (FMCG) यूनिट अडाणी विल्मर ने अपना नाम बदलकर AWL एग्री बिजनेस लिमिटेड कर लिया है। कंपनी ने मंगलवार (25 फरवरी) को एक प्रेस रिलीज में कहा कि यह कदम शेयरहोल्डर्स से मंजूरी मिलने के बाद ही उठाया गया है। रीब्रांडिंग का उद्देश्य कंपनी की पहचान को उसकी कोर बिजनेस एक्टिविटीज और एग्री-बिजनेस इंडस्ट्री में भविष्य की विकास संभावनाओं के साथ जोड़ना है। कंपनी ने कहा कि यह फैसला कंपनी के लिए एक महत्वपूर्ण बदलाव है। यह एग्रीकल्चर और फूड सेक्टर पर कंपनी के विस्तारित फोकस को दर्शाता है। वित्त वर्ष 26 में नए प्रोडक्ट्स पेश करेगी AWL एग्री बिजनेस मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, AWL एग्री बिजनेस लिमिटेड अब वित्त वर्ष 26 में नए प्रोडक्ट्स को पेश करने के अपने प्रयासों को तेज करेगी। कंपनी किचन एसेंशियल्स यानी रसोई के आवश्यक सामानों के अंतर्गत किफायती और उच्च-स्तरीय दोनों सेगमेंट को टारगेट करेगी। कंपनी की कैपिटल इन्वेस्टमेंट स्ट्रेटेजी में भी तेजी आएगी इसके अलावा कंपनी की कैपिटल इन्वेस्टमेंट स्ट्रेटेजी में भी तेजी आ सकती है। क्योंकि कंपनी के चल रहे प्रोजेक्ट्स, जिसमें लगभग 1,300 करोड़ रुपए की वैल्यू की फूड प्रोसेसिंग फैसिलिटी शामिल है, जो कंपनी के 2022 में IPO से जुटाए गए फंड से फंडेड है। हरियाणा के सोनीपत जिले में स्थित इस फूड प्रोसेसिंग फैसिलिटी का ऑपरेशन पिछले महीने शुरू हुआ था। यह कंपनी एडिबल ऑयल और कई फूड आइटम्स का उत्पादन करेगी। इससे पहले अडाणी एंटरप्राइजेज ने अक्तूबर 2024 में अडाणी विल्मर के साथ अपने फूड और FMCG बिजनेस को अलग करने के अपने प्लान को कैंसिल कर दिया था। अडाणी विल्मर का मुनाफा तीसरी तिमाही में दोगुना हुआ अडाणी विल्मर का वित्त वर्ष 2024-25 की तीसरी तिमाही में मुनाफा (कॉन्सोलिडेटेड नेट प्रॉफिट) 104% बढ़कर 411 करोड़ रुपए रहा। एक साल पहले की समान तिमाही में कंपनी को 201 करोड़ रुपए का प्रॉफिट हुआ था। अक्टूबर-दिसंबर तिमाही में कंपनी का ऑपरेशनल रेवेन्यू 15,859 करोड़ रुपए रहा। सालाना आधार पर इसमें 23.62% की बढ़ोतरी हुई है। वित्त वर्ष 2023-24 की तीसरी तिमाही में कंपनी ने 12,828 करोड़ का रेवेन्यू जनरेट किया था। जुलाई-सितंबर के मुकाबले 10% बढ़ा अडाणी विल्मर का रेवेन्यू पिछली तिमाही यानी जुलाई-सिंतबर में अडाणी विल्मर ने 311 करोड़ रुपए का मुनाफा दर्ज किया था। तिमाही आधार पर यह 32.15% बढ़ा है। वहीं, रेवेन्यू 9.67% बढ़ा है। जुलाई-सितंबर में कंपनी ने 14,460 करोड़ रुपए का रेवेन्यू जनरेट किया था। एक साल में 27.69% गिरा अडाणी विल्मर का शेयर अडाणी विल्मर का शेयर आज 0.84% की गिरावट के साथ 260.80 रुपए के स्तर पर कारोबार कर रहा है। कंपनी का शेयर पिछले एक महीने में 0.15%, 6 महीने में 31.09% और एक साल में 34.59% गिरा है। नए साल में अब तक शेयर 20.57% गिरा है। अडाणी विल्मर का मार्केट कैप 33.96 हजार करोड़ रुपए है। फरवरी 2022 में शेयर बाजार में लिस्ट हुई थी अडाणी विल्मर अडाणी विल्मर की शुरुआत 1999 में अडाणी एंटरप्राइजेज और विल्मर इंटरनेशनल के बीच 50/50 जॉइंट वेंचर से हुई थी। यह भारत की प्रमुख क्रूड पाम ऑयल प्रोसेस करने वाली कंपनी है। भारत में एडिबल ऑयल इंपोर्ट करने वाली यह सबसे बड़ी कंपनी है। अडाणी विल्मर के देश के 10 राज्यों में 23 प्लांट्स हैं। कंपनी एडिबल ऑयल, फूड एंड FMCG और इंडस्ट्री में इस्तेमाल होने वाले प्रोडक्ट्स बनाती और बेचती है। सरसों, सूरजमुखी और सोयाबीन सहित कई तरह के खाने के तेल बेचती है। अडाणी विल्मर ने फरवरी 2022 में IPO के जरिए 3600 करोड़ रुपए जुटाए थे।

अडाणी विल्मर का नाम अब AWL एग्री बिजनेस लिमिटेड हुआ
News by indiatwoday.com
शेयरहोल्डर्स की मंजूरी मिलने के बाद नाम बदला
अडाणी विल्मर, जो भारतीय खाद्य उत्पादन और कृषि क्षेत्र में एक प्रमुख कंपनी है, ने अपने नाम को बदलकर AWL एग्री बिजनेस लिमिटेड रखने का निर्णय लिया है। यह निर्णय कंपनी के शेयरहोल्डर्स की मंजूरी मिलने के बाद लिया गया। नए नाम के साथ, कंपनी अब कृषि और खाद्य क्षेत्र पर विशेष ध्यान केंद्रित करेगी।
कंपनी का नया मार्गदर्शन
AWL एग्री बिजनेस लिमिटेड, अपने नए नाम के साथ, कृषि उत्पादों की गुणवत्ता और खाद्य सुरक्षा को बढ़ाने के लिए नई पहलों की योजना बना रही है। इस नाम परिवर्तन के पीछे की रणनीति कंपनी के भविष्य को प्रखर बनाना और बाजार में अपनी स्थिति को और मजबूती देना है। नाम बदलने के साथ, कंपनी की योजना कार्यक्षमता और उत्पादन में भी बढ़ोतरी करने की है।
मार्केट में संभावनाएं
कंपनी का ध्यान अब ऐसी चुनौतियों पर होगा जो कृषि और खाद्य उत्पादन के संबंध में सामने आती हैं। अडाणी विल्मर ने हमेशा उच्च गुणवत्ता वाले खाद्य उत्पादों की पेशकश की है, और AWL एग्री बिजनेस लिमिटेड के रूप में, यह और भी ध्यान केंद्रित करेगा। बाजार में खाद्य सुरक्षा और स्थिरता के प्रति बढ़ती मांग को देखते हुए, यह कदम सही दिशा में एक महत्वपूर्ण चाल है।
सारांश
अडाणी विल्मर का नाम AWL एग्री बिजनेस लिमिटेड रखने का निर्णय ना केवल कंपनी के लिए बल्कि कृषि और खाद्य उद्योग के लिए भी महत्वपूर्ण है। शेयरहोल्डर्स की मंजूरी मिलने के बाद, कंपनी अब एग्रीकल्चर और फूड सेक्टर पर अपने प्रयासों को बढ़ाएगी।
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