अधिवक्ता संशोधन बिल का विरोध:औरैया में वकीलों ने कचहरी के सामने सड़क जाम की, कानून वापस लेने की मांग
औरैया में अधिवक्ता संशोधन बिल के विरोध में बार एसोसिएशन ने आज जोरदार प्रदर्शन किया। वकीलों ने कचहरी के सामने महात्मा गांधी राज्य मार्ग पर जाम लगा दिया। बार एसोसिएशन के अध्यक्ष संजीव चतुर्वेदी के नेतृत्व में वकीलों ने इस बिल को काला कानून बताते हुए इसे वापस लेने की मांग की। चतुर्वेदी ने कहा कि जब तक सरकार यह बिल वापस नहीं लेती, तब तक उनका विरोध प्रदर्शन जारी रहेगा। कचहरी के सामने प्रदर्शन यह प्रदर्शन सदर कोतवाली क्षेत्र के अंतर्गत आने वाली कचहरी के सामने किया गया। वकीलों का कहना है कि यह बिल उनके हितों के खिलाफ है और इसे किसी भी कीमत पर स्वीकार नहीं किया जाएगा। इस मौके पर जिला बार एसोसिएशन के पदाधिकारियों के अलावा अन्य वकील मौजूद रहे।

अधिवक्ता संशोधन बिल का विरोध: औरैया में वकीलों ने कचहरी के सामने सड़क जाम की, कानून वापस लेने की मांग
हाल ही में अधिवक्ता संशोधन बिल के खिलाफ देशभर में वकीलों का विरोध प्रदर्शन तेज हो गया है। विशेषकर उत्तर प्रदेश के औरैया जिले में वकीलों ने कचहरी के सामने सड़क को जाम कर दिया। यह प्रदर्शन तब हुआ जब वकीलों ने इस कानून को वापस लेने की मांग की। वकील इस बात को लेकर चिंतित हैं कि नया बिल उनके अधिकारों और स्वायत्तता पर प्रतिकूल प्रभाव डाल सकता है।
बिल के प्रावधानों पर आपत्ति
वकीलों ने अधिवक्ता संशोधन बिल के कई प्रावधानों का विरोध किया है। उनका कहना है कि यह बिल उनके पेशेवर अधिकारों का हनन करता है। वकील संघ के सदस्यों ने आरोप लगाया कि सरकार के इस कदम से न्यायपालिका की स्वतंत्रता प्रभावित होगी। उन्होंने तत्काल प्रभाव से इस कानून को वापस लेने की मांग की है।
सड़कों पर उतरे वकील
प्रदर्शनकारी वकीलों ने सड़क जाम किया और इस दौरान नारेबाजी की। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि सरकार उनकी मांगों को नजरअंदाज करती है तो वे आगे भी इस तरह के विरोध प्रदर्शन जारी रखेंगे। वकीलों ने विरोध में तख्तियाँ पकड़ी हुई थीं जिन पर "हमारे अधिकार हमें चाहिए" जैसे नारे लिखे थे।
स्थानीय प्रशासन की भूमिका
स्थानीय प्रशासन ने इस स्थिति को नियंत्रित करने के लिए पुलिस बल को तैनात किया है, लेकिन वकील अपने रुख पर अड़े हुए हैं। प्रशासन का ध्यान इस दिशा में है कि संघर्ष को बढ़ने से रोका जाए और वार्ता के लिए एक मंच स्थापित किया जाए।
सार्वजनिक सुरक्षा के दृष्टिकोण से, प्रशासन ने वकीलों से अपील की है कि वे अपने विरोध को शांतिपूर्ण तरीके से व्यक्त करें। हालांकि, वकीलों के नेता इस बात पर जोर दे रहे हैं कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं होतीं, तब तक विरोध जारी रहेगा।
अधिवक्ता संशोधन बिल की पृष्ठभूमि में वकीलों के इस व्यापक विरोध ने न्यायिक क्षेत्र में चिंता को बढ़ा दिया है। वकीलों का मानना है कि यह केवल उनका मामला नहीं है, बल्कि यह कानून सभी नागरिकों के लिए महत्वपूर्ण है।
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