अमेठी में लेखपाल को तहसील में दौड़ाया:रिश्वत लेकर भी काम न करने पर भड़की महिला, मोबाइल तोड़ने और कागजात फाड़ने का आरोप
अमेठी तहसील में शनिवार को एक महिला द्वारा लेखपाल को दौड़ाए जाने से हड़कंप मच गया। भीमी मंगापुर गांव की राज कुमारी तिवारी ने तहसील दिवस में शिकायत दर्ज कराते हुए लेखपाल संजीव द्विवेदी पर गंभीर आरोप लगाए। महिला का आरोप है कि लेखपाल ने एक महीने पहले 10 हजार रुपए की रिश्वत लेकर सरकारी जमीन पर निर्माण कार्य रुकवाया था। लेकिन अब वही लेखपाल विपक्षी से मिलकर इमारती वन के नाम दर्ज सरकारी जमीन पर अवैध रूप से लिंटर डलवा रहा था। जब महिला ने इसका विरोध किया और वीडियो बनाने की कोशिश की, तो लेखपाल ने कथित तौर पर उसका मोबाइल छीनकर तोड़ दिया और महत्वपूर्ण कागजात भी फाड़ दिए। शनिवार को तहसील में लेखपाल को देखते ही महिला आक्रोशित हो गई और उनके बीच तीखी बहस हुई। लेखपाल वहां से भागने लगा और महिला ने उसका पीछा करते हुए खतौनी कार्यालय तक दौड़ाया। मामले की गंभीरता को देखते हुए नायब तहसीलदार नमृता मिश्रा मौके पर पहुंचीं और उन्होंने महिला को शांत कराया। उन्होंने आश्वासन दिया कि जांच में लेखपाल दोषी पाए जाने पर उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

अमेठी में लेखपाल को तहसील में दौड़ाया: रिश्वत लेकर भी काम न करने पर भड़की महिला
"News by indiatwoday.com"
मुख्य घटनाक्रम
अमेठी जिले में एक महिला ने लेखपाल पर गंभीर आरोप लगाए हैं, जिसके बाद यह मामला काफी चर्चा का विषय बना हुआ है। महिला ने आरोप लगाया है कि लेखपाल ने रिश्वत लेते हुए भी उसका कार्य नहीं किया। इससे क्षुब्ध होकर महिला ने अपनी निराशा जताते हुए तहसील में लेखपाल को दौड़ाया।
महिला का बयान
महिला ने दावा किया कि उसने कई बार लेखपाल को रिश्वत दी थी, लेकिन फिर भी उसके काम में कोई प्रगति नहीं हुई। उसने बताया कि लेखपाल की लापरवाही के कारण उसे काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा। महिला ने अपनी नाराजगी व्यक्त करते हुए लिखा गया कुछ कागज तोड़ने और अपने मोबाइल फोन को भी तोड़ने का आरोप लगाया।
स्थानीय प्रशासन की प्रतिक्रिया
इस मामले से संबंधित जब स्थानीय प्रशासन से संपर्क किया गया, तो अधिकारियों ने कहा कि वे इस घटना की गंभीरता से जांच करेंगे। उन्होंने यह भी आश्वासन दिया कि यदि लेखपाल दोषी पाए गए, तो उन पर उचित कार्रवाई की जाएगी।
समाज पर प्रभाव
यह मामला केवल एक महिला की व्यक्तिगत समस्या नहीं है, बल्कि यह पूरे समाज में व्याप्त भ्रष्टाचार और सरकारी कार्यों में देरी का प्रतीक है। किस तरह से आम नागरिकों को अपनी समस्याओं के समाधान में बाधाओं का सामना करना पड़ता है, इसका यह एक ज्वलंत उदाहरण है।
निष्कर्ष
अमेठी में हुई इस घटना ने यह संकेत दिया है कि सरकारी कर्मचारियों को अपनी जिम्मेदारियों को गंभीरता से लेना चाहिए। लोगों को उनके अधिकारों और सुविधाओं तक पहुंचने में कोई कठिनाई नहीं होनी चाहिए। ऐसे मामलों में कारगर कदम उठाना अति आवश्यक है।
अधिक अपडेट के लिए, कृपया indiatwoday.com पर जाएं। Keywords: अमेठी लेखपाल रिश्वत, महिला लेखपाल दौड़ाना, तहसील में घटना, सरकारी भ्रष्टाचार, कागज तोड़ना मोबाइल तोड़ना, अमेठी घटनाक्रम, प्रशासनिक कार्रवाई, भारत में रिश्वतखोरी.
What's Your Reaction?






