अलीगढ़ के 35 स्कूलों पर गिरी गाज:छात्रों की आईडी न बनवाने पर मान्यता रद्द करने की सिफारिश, नियमों के तोड़ने पर हुई कार्रवाई

अलीगढ़ के जवां क्षेत्र के 35 स्कूलों की मान्यता रद्द होने का खतरा उत्पन्न हो गया है। इन स्कूलों ने विद्यार्थियों का APAR (ऑटोमेटिक परमानेंट एकेडमिक अकाउंट रजिस्ट्री) पहचान पत्र बनवाने में गंभीर लापरवाही दिखाई है। खंड शिक्षा अधिकारी सुनील दत्त मुदगल ने इन स्कूलों की मान्यता समाप्त करने की सिफारिश बेसिक शिक्षा अधिकारी को भेज दी है। केंद्र सरकार के आदेशानुसार, सभी सरकारी और निजी स्कूलों के छात्रों के लिए APAR आईडी बनवाना अनिवार्य है। यह एक विशेष पहचान संख्या है, जिसमें छात्र की संपूर्ण शैक्षणिक यात्रा का विवरण दर्ज होता है। इस महत्वपूर्ण नियम का पालन न करने के कारण इन स्कूलों पर कार्रवाई की जा रही है। प्रभावित स्कूलों में प्रमुख रूप से संत निकोलस इंटर कॉलेज, आबाद नेशनल पब्लिक इंटर कॉलेज, एसीएन इंटरनेशनल स्कूल, आदर्श शिक्षा मंदिर, बीडी पब्लिक स्कूल बरौली, और भारत पब्लिक स्कूल शामिल हैं। साथ ही चौहान इंद्रवती यूपीएस, चुन्नीलाल बालिका विद्यालय, कोलंबिया पब्लिक इंटर कॉलेज, जनता बाल विद्यालय छेरत, केएलआईसी मेमेड़ी, कृष्णा पब्लिक जूनियर हाईस्कूल, मदरसा वारसी इस्लामिया स्कूल और महेश चंद्र डिमांड इंटर कॉलेज नगला कोटा जैसे प्रतिष्ठित शैक्षणिक संस्थान भी इस कार्रवाई की चपेट में आ गए हैं।

Jan 24, 2025 - 16:59
 66  501825
अलीगढ़ के 35 स्कूलों पर गिरी गाज:छात्रों की आईडी न बनवाने पर मान्यता रद्द करने की सिफारिश, नियमों के तोड़ने पर हुई कार्रवाई
अलीगढ़ के जवां क्षेत्र के 35 स्कूलों की मान्यता रद्द होने का खतरा उत्पन्न हो गया है। इन स्कूलों ने

अलीगढ़ के 35 स्कूलों पर गिरी गाज: छात्रों की आईडी न बनवाने पर मान्यता रद्द करने की सिफारिश

अलीगढ़ में हाल ही में 35 स्कूलों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की गई है। राज्य सरकार ने इन स्कूलों को छात्रों की पहचान पत्र (आईडी) बनाने में विफल रहने के कारण मान्यता रद्द करने की सिफारिश की है। यह निर्णय शिक्षा प्रणाली में अनुशासन और जिम्मेदारी सुनिश्चित करने के लिए लिया गया है। News by indiatwoday.com इस स्थिति पर एक गहरी नज़र डालता है और समझाता है कि स्कूलों के लिए नियम और कानूनों का पालन करना कितना आवश्यक है।

स्कूलों के खिलाफ उठाए गए कदम

शिक्षा विभाग ने पाया कि इन 35 स्कूलों ने आवश्यकतानुसार सभी छात्रों के लिए पहचान पत्र तैयार नहीं किए। यह न केवल छात्रों के अधिकारों का उल्लंघन है, बल्कि यह उनकी सुरक्षा के लिए भी खतरा है। ID जारी न होने से छात्रों की पहचान सत्यापन में कठिनाइयाँ आती हैं। इसके अलावा, इन्हीं स्कूलों में अन्य नियमों के उल्लंघन की भी शिकायतें मिली हैं, जिससे यह कार्रवाई और भी आवश्यक हो गई।

मान्यता रद्द करने की प्रक्रिया

जब एक स्कूल की मान्यता रद्द की जाती है, तो यह सीधे तौर पर उसके छात्रों की शिक्षा पर प्रभाव डालता है। इन स्कूलों के छात्र अब किसी और शैक्षणिक संस्थान में स्थानांतरित होने के लिए मजबूर हो सकते हैं। शिक्षा विभाग ने स्पष्ट किया है कि नियमों का क्रियान्वयन सुनिश्चित करना आवश्यक है ताकि भविष्य में ऐसे मामले न हों।

छात्रों और अभिभावकों पर प्रभाव

इस निर्णय का छात्रों और उनके अभिभावकों पर गंभीर प्रभाव पड़ेगा। अभिभावकों को अब नए स्कूलों की खोज करनी होगी, जबकि छात्रों को इस स्थिति के कारण लगने वाले मानसिक दबाव का सामना करना होगा। शिक्षा मंत्रालय ने इस मुद्दे पर अभिभावकों को विश्वास दिलाया है कि वे सभी आवश्यक सहायता प्रदान करेंगे।

आवश्यकता शिक्षा में अनुशासन की

यह स्थिति इस बात की ओर भी संकेत करती है कि शिक्षा में अनुशासन और नियमों का पालन कितना महत्वपूर्ण है। स्कूलों को छात्रों की भलाई के लिए प्रयासरत रहना चाहिए और सुनिश्चित करना चाहिए कि सभी आवश्यक प्रक्रियाँ ठीक तरह से पूर्ण हों। इसके अलावा, यह समय है कि अभिभावक भी इस मुद्दे पर संज्ञान लें और सुनिश्चित करें कि उनके बच्चे एक सुरक्षित और अनुशासनिक वातावरण में अध्ययन कर रहें हैं।

अवश्य ही, शिक्षा का उद्देश्य केवल ज्ञान प्राप्त करना नहीं है, बल्कि यह एक ऐसा आधार तैयार करना है जो भविष्य में छात्रों को समुचित नागरिक बना सके।

For more updates, visit indiatwoday.com.

Keywords:

अलीगढ़ स्कूल मान्यता, छात्र आईडी निर्माण, शिक्षा नियम उल्लंघन, स्कूलों पर कार्रवाई, अलीगढ़ शिक्षा विभाग, छात्र सुरक्षा खतरे, अभिभावक और छात्र प्रभाव, शिक्षा अनुशासन जरूरी, अगस्त 2023 स्कूल समाचार, अलीगढ़ आईडी न बनवाने पर कार्रवाई

What's Your Reaction?

like

dislike

love

funny

angry

sad

wow