अश्विन बोले-मेरा टाइम खत्म हो गया, इसलिए रिटायरमेंट लिया:अपने खेल को लेकर ईमानदार रहना चाहता हूं, अगर डिजर्व नहीं करता तो मत खिलाइए

भारतीय क्रिकेटर आर अश्विन ने कहा कि उन्होंने सिर्फ इसलिए संन्यास लिया क्योंकि उन्हें लगा कि उनका समय खत्म हो गया है। अश्विन ऑस्ट्रेलिया में इस महीने खत्म हुई बॉर्डर-गावस्कर सीरीज के बीच में ही रिटायरमेंट की घोषणा कर दी थी। उन्होंने तीसरे टेस्ट के बाद ब्रिस्बेन में इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास ले लिया था। किसी को उम्मीद नहीं थी कि अश्विन ऑस्ट्रेलिया में इतना बड़ा फैसला लेंगे। अश्विन ने इस बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी में सिर्फ एक मैच खेला था। पिता भी अश्विन के फैसले से थे हैरान उनके फैसले से उनके पिता भी हैरान थे। अश्विन के पिता ने कहा था कि मेरे बेटे का अपमान हुआ, इसलिए उसने अचानक संन्यास ले लिया। इसे अश्विन ने बाद में गलत ठहराया था और पिता के बयान पर सभी से उन्हें माफ करने को और अकेला छोड़ देने का अनुरोध किया था। अब अश्विन ने पहली बार अपने इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास लेने पर खुलकर बात की। उन्होंने अपने यूट्यूब चैनल पर कहा'"मैं बहुत सोचता हूं, लाइफ में क्या करना चाहिए। आपको यह समझना चाहिए कि यह स्वाभाविक रूप से होता है। अगर किसी को यह पता चल जाए कि उसका समय खत्म हो गया है, तो जब वह सोचने की बात आ जाती है, तो फिर सोचने के लिए कुछ नहीं रहता। लोगों ने बहुत कुछ कहा, लेकिन मुझे नहीं लगता कि यह कोई बड़ी बात है।" अश्विन बोले-मैं नहीं चाहता था कि फेरवेल टेस्ट खेलूं अश्विन ने अपने चैनल पर आगे कहा' 'मैं और क्रिकेट खेलना चाहता हूं। जगह कहां है? जाहिर है भारतीय ड्रेसिंग रूम में नहीं बल्कि कहीं और मैं खेल के प्रति ईमानदार रहना चाहता हूं। सोचिए अगर मैं फेरवेल टेस्ट खेलना चाहता हूं लेकिन टीम में खेलने के लिए मैं डिजर्व नहीं हूं, तो मैं खुद नहीं चाहूंगा कि मुझे लीजिए। मैं डिजर्व नहीं करता हूं और मुझे मौका सिर्फ इसलिए मिले कि ये मेरा फेयरवेल टेस्ट है तो मैं इसे खुद नहीं स्वीकार करूंगा। मुझे लगता है कि मेरे क्रिकेट में अभी भी ताकत है। मैं और खेल सकता था लेकिन क्यों नहीं रिटायरमेंट लिया से आपने क्यों रिटायरमेंट लिया काफी बेहतर है। एक बात मैं कहूंगा कि हमारे क्रिकेट करियर में ऐसा हो सकता है कि हम जो चाहते हैं वो ना हो। लेकिन जब मैंने संन्यास लिया, तो ऐसा कुछ भी नहीं था। यह सब सीखना है। हम खेल को उस खुशी के लिए खेलते हैं जो यह हमें देता है।' अश्विन टेस्ट में ले चुके हैं 537 विकेट 38 साल के रविचंद्रन अश्विन ने भारत के लिए अपने करियर में 106 टेस्ट, 116 वनडे और 65 टी-20 मुकाबले खेले हैं, उन्होंने टेस्ट में 537 विकेट जबकि वनडे में 156 विकेट लिए है। वहीं टी-20 में उन्हें 72 विकेट मिले हैं। टेस्ट में अश्विन ने 3503, वनडे में 707 और टी20 में 184 रन बनाए हैं। ------------------------------------------------------------------------------------------------------------ स्पोर्ट्स की यह खबर भी पढ़ें... इंडिया ओपन बैडमिंटन- सिंधु और सात्विक-चिराग दूसरे राउंड में:5वीं सीड ली शिफेंग पहला मैच हारकर बाहर; किरण जॉर्ज ने उलटफेर किया इंडिया ओपन बैडमिंटन टूर्नामेंट के पहले राउंड में भारत की पीवी सिंधु को जीत मिली है। उन्होंने चीनी ताइपे की सुंग शुओ युन को सीधे गेम में हराया। दूसरी ओर लेट एंट्री लेने वालीं भारत की ही किरण जॉर्ज ने जापान की युशी तनाका को हराकर बड़ा उलटफेर कर दिया है। पूरी खबर पढ़ें...

Jan 15, 2025 - 10:00
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अश्विन बोले-मेरा टाइम खत्म हो गया, इसलिए रिटायरमेंट लिया:अपने खेल को लेकर ईमानदार रहना चाहता हूं, अगर डिजर्व नहीं करता तो मत खिलाइए
भारतीय क्रिकेटर आर अश्विन ने कहा कि उन्होंने सिर्फ इसलिए संन्यास लिया क्योंकि उन्हें लगा कि उनक

अश्विन बोले - मेरा टाइम खत्म हो गया, इसलिए रिटायरमेंट लिया

भारतीय क्रिकेट के स्टार ऑलराउंडर रविचंद्रन अश्विन ने हाल ही में एक खुलासा करते हुए कहा कि उन्होंने अपने खेल करियर से रिटायरमेंट लेने का निर्णय लिया है। उन्होंने स्पष्ट किया कि वह अपने खेल को लेकर ईमानदार रहना चाहते हैं। अश्विन ने कहा कि अगर उन्हें लगता है कि वह प्रदर्शन नहीं कर पा रहे हैं या टीम में जगह के लिए डिजर्व नहीं करते, तो उन्हें खेलने का अधिकार नहीं है।

खेल को लेकर ईमानदारी की भावना

अश्विन ने बताया कि उनके लिए यह जरूरी है कि वे अपने खेल को लेकर ईमानदारी से विचार करें। उन्होंने कहा, "अगर मैं अपनी क्षमता के अनुसार प्रदर्शन नहीं कर रहा हूँ, तो मुझे अवसर नहीं मिलना चाहिए।" यह बयान उनकी खेल के प्रति जिम्मेदार और परिपक्व सोच को दर्शाता है।

रिटायरमेंट की वजहें

इंटरव्यू में अश्विन ने आगे कहा कि "मेरा टाइम खत्म हो गया है" इस बयान का मतलब यह नहीं है कि उनका करियर पूरी तरह से समाप्त हो गया है, बल्कि यह उनकी आत्मचिंतन की प्रक्रिया का परिणाम है। अश्विन के अनुसार, रिटायरमेंट का निर्णय उनके लिए एक नई शुरुआत की तरह है जहां वह अपनी खेल यात्रा को एक नए स्तर पर ले जा सकते हैं।

भविष्य की योजनाएँ

रविचंद्रन अश्विन ने कहा कि वह अपने खेल के प्रति प्रतिबद्ध रहेंगे और आने वाले समय में कोचिंग या क्रिकेट के अन्य पहलुओं में योगदान देना चाहेंगे। उन्होंने यह भी बताया कि उनका लक्ष्य युवा खिलाड़ियों को प्रेरित करना और उन्हें खेल की सच्ची भावना समझाना है।

निष्कर्ष

अश्विन का यह रवैया न सिर्फ खेल के प्रति उनके समर्पण को दर्शाता है, बल्कि यह भी बताता है कि उन्होंने अपनी क्रिकेट यात्रा को लेकर गंभीरता से विचार किया है। उनके विचार यह दिखाते हैं कि खेल में हार या जीत से ज्यादा महत्वपूर्ण है अपने प्रदर्शन के प्रति ईमानदारी और जिम्मेदारी।

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