आगरा के तीन बच्चों को मुस्कान टीम ने ढूंढा:घर से घूमने निकले थे, भटककर दिल्ली पहुंचे, परिजनों को सौंपा
आगरा के दो बच्चों को जीआरपी की ऑपरेशन मुस्कान टीम ने उनके परिवारों से मिलाया। दोनों बच्चे शाहगंज क्षेत्र के रहने वाले हैं। दोनों घर से घूमने निकले थे। भटक कर दिल्ली पहुंच गए थे। एक और बच्चे को परिवार से मिलाया। यह बच्चा नाई की मंडी क्षेत्र का रहने वाला है। जीआरपी की ऑपरेशन मुस्कान टीम द्वारा अलग-अलग सेंट्रल होमो में जाकर जानकारी की गई। वहां रह रहे बच्चों से पूछताछ की गई। बालगृहों में मिले गुमशुदा 5 बच्चों के परिवारीजनों को खोजकर बच्चों को उनके सुपुर्द किया गया । इन 5 बच्चों में से 2 बच्चे दोस्त हैं। जो मुस्कान टीम को अपना घर बालगृह दिल्ली में मिले। पूछताछ में बताया कि हम घर से घूमने आए थे और भटक गए। बच्चों ने बताया कि वो शाहगंज क्षेत्र के रहने वाले हैं। टीम द्वारा थाना से संपर्क कर जानकारी ली गई। पता चला कि दोनों के परिवारों ने इनके संबंध में fir no 537/24 धारा 137(2) बीएनएस में मुकदमा पंजीकृत कराया हुआ है। दोनों बच्चों के परिवारों से संपर्क किया गया। दोनों बच्चों की फोटो मंगवाई गई। मिलान करने के बाद बच्चों को परिवारों के सुपुर्द किया गया। इन बच्चों के अलावा एक बच्चा मुस्कान टीम को अपना घर बालगृह दिल्ली में मिला। पूछताछ में बताया कि वो थाना नई की मंडी का रहने वाला है। घर से भाग आया था। फिर भटक गया। थाने से संपर्क किया तो कोई जानकारी न मिल सकी। उसके बाद सी प्लान के माध्यम से मोबाइल नंबर प्राप्त कर बच्चे के बारे में जानकारी परिजनों को दी गई। दूसरे शहरों के भी थे बच्चे एक बच्चा जो थाना औरंगाबाद जिला बुलंदशहर का रहने वाला था। एक बच्चा बालगृह दिल्ली में मिला। पूछताछ में बताया कि वो लखनऊ में हॉस्टल में रह कर पढ़ाई करता था। एक लड़के से लड़ाई होने पर वो भाग कर दिल्ली पहुंच गया था। वो उन्नाव के एक गांव का रहने वाला है। टीम ने उसे भी उसके परिजनों के सुपुर्द किया।

आगरा के तीन बच्चों को मुस्कान टीम ने ढूंढा
आगरा के तीन बच्चों की कहानी ने सभी का दिल जीत लिया है। मुस्कान टीम, जो बच्चों की सुरक्षा के लिए समर्पित है, ने इन बच्चों को सफलतापूर्वक ढूंढ निकाला। यह घटना तब हुई जब ये बच्चे अपने घर से घूमने के लिए निकले और भटकते-भटकते दिल्ली पहुँच गए। बच्चों का यह अनियोजित सफर चिंताजनक था, लेकिन मुस्कान टीम ने तत्परता से कार्रवाई की और उन्हें उनके परिजनों के पास सुरक्षित लौटाने में मदद की।
मुस्कान टीम की बहादुरी
मुस्कान टीम ने इन बच्चों को खोजने के लिए एक सफल अभियान चलाया। टीम ने दिल्ली में CCTV फुटेज की मदद से बच्चों के ट्रैवल पैटर्न का विश्लेषण किया। इस प्रक्रिया में उन्होंने स्थानीय पुलिस के साथ भी समन्वय किया। बच्चों के भटकने की समाचार सुनते ही मुस्कान टीम ने तुरंत सहायता प्रदान की।
परिजनों की खुशी का पल
जब बच्चों को सुरक्षित घर लाया गया, तो उनके परिजनों की खुशी का कोई ठिकाना नहीं रहा। यह घटना उस समय की है जब कई परिवार बच्चे खोने के डर से जूझते हैं। मुस्कान टीम का यह प्रयास न केवल बच्चों के जीवन को बचाने के लिए बल्कि समाज में आवश्यकता के समय सही उत्तरदायित्व का प्रतीक भी है।
सफर का महत्व
इस घटना ने यह भी साबित किया है कि बच्चों को उचित सुरक्षा और निगरानी की आवश्यकता है, खासकर जब वे घर से बाहर निकलते हैं। यह एक चेतावनी है कि बच्चों को अकेले घूमने से पहले सही सावधानियों का पालन करना चाहिए।
समाज में जागरूकता फैलाना
ऐसे मामलों की बढ़ती संख्या के मद्देनज़र, यह आवश्यक है कि समाज में जागरूकता फैलाई जाए। मुस्कान टीम जैसे समूहों की मदद से, हम सभी को एक सुरक्षित वातावरण बनाने में सहयोग करना चाहिए।
इस घटनाक्रम से सिखने के लिए बहुत कुछ है और हमें हमेशा याद रखना चाहिए कि सुरक्षा प्राथमिकता होनी चाहिए।
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