आजमगढ़ कमिश्नर ने किया मेडिकल कॉलेज का औचक निरीक्षण:मरीजो को खाने में दी जा रही थी खिचड़ी, पूर्व में कई बार हो चुकी है शिकायतें
आजमगढ़ कमिश्नर विवेक ने जिले के राजकीय मेडिकल कॉलेज चक्रपाणपुर का औचक निरीक्षण किया। इस निरीक्षण के दौरान प्रभारी डॉक्टर शिव प्रकाश चिकित्सा अधीक्षक डॉक्टर दीपक पांडे उपस्थित पाए गए। पूर्व में अस्पतालों में हुई आग लगने की घटनाओं को ध्यान में रखते हुए अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए गए। आयुक्त द्वारा अस्पताल का निरीक्षण कर मरीजों से वार्ता किया गया। उन्होने मरीजों से अस्पताल में दवा एवं मिलने वाली सुविधाओं के संबंध में जानकारी प्राप्त कर फीडबैक लिया। कमिश्नर के निरीक्षण में भले ही पीजीआई में सब कुछ चुस्त दुरुस्त मिला पर पीजीआई में भर्ती होने वाले मरीज कई बार अपनी शिकायतें मुख्यालय पर कर चुके हैं। मरीजो को दी जा रही थी खिचड़ी भोजन के संबंध में जानकारी प्राप्त करने पर नाश्ता में मिलने वाले अण्डे न खाने वाले मरीजों को अण्डे के बदले दाल जूस या खिचड़ी देने पर नाराजगी व्यक्त करते हुए आयुक्त ने निर्देश दिये कि अण्डे के बदले अतिरिक्त फल आदि दिये जायें। जनरल बाथरुम के निरीक्षण में गन्दगी देखकर कमिश्नर द्वारा नाराजगी व्यक्त की गयी एवं तत्काल साफ-सफाई कराने के निर्देश दिये गये। इसके साथ ही गायनो वार्ड का निरीक्षण किया गया, जिसमें भर्ती कुछ मरीज जिनकी सामान्य प्रसव हुआ व कुछ का आपरेशन द्वारा प्रसव कराया गया था। उनसे उनके ईलाज हेतु बाहर से दवा मंगाये जाने या किसी प्रकार का पैसा मांगे जाने के बारे में पूछने पर उनके द्वारा किसी प्रकार की शिकायत नहीं की गयी। ब्लड बैंक का निरीक्षण किया गया तथा निर्देश दिये गये कि रेयर ग्रुप के ब्लड को स्टोरेज में अवश्य रखा जाय। इस अवसर पर अपर जिलाधिकारी वित्त और राजस्व आजाद भगत सिंह भी उपस्थित रहे। कई बार सामने आ चुकी है पैसा मांगने की शिकायत आजमगढ़ कमिश्नर विवेक के निरीक्षण में भले ही राजकीय मेडिकल कॉलेज में सब कुछ चुस्त दुरुस्त मिले हैं। पर आजमगढ़ के गी को लेकर कई बार मुख्यालय स्तर पर पीड़ित जनता पैसे मांगने की शिकायतें कर चुकी हैं। अब देखने वाली बात या होगी कि कमिश्नर के निरीक्षण के बाद आजमगढ़ के पीजीआई के कर्मचारियों की हालत कितनी बदलती है।

आजमगढ़ कमिश्नर ने किया मेडिकल कॉलेज का औचक निरीक्षण
आजमगढ़ कमिश्नर ने हाल ही में मेडिकल कॉलेज का औचक निरीक्षण किया, जो कि चिकित्सा सेवाओं की गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए महत्वपूर्ण है। इस निरीक्षण के दौरान, लगाई गई शिकायतों पर ध्यान दिया गया, जिसमें मरीजों को खाने में अच्छी गुणवत्ता का भोजन न मिलने की समस्या शामिल है। खासकर, यह पाया गया कि मरीजों को खिचड़ी दी जा रही थी, जिसे लेकर कई बार शिकायतें की गई थीं।
खिचड़ी पर मरीजों की प्रतिक्रिया
मरीजों ने बताया कि खिचड़ी लगातार उनके भोजन का हिस्सा रही है, जो उनके स्वास्थ्य और संतोष के लिए उचित नहीं है। इससे परिसर में असंतोष का माहौल बना हुआ है। इसके अलावा, मरीजों ने और भी कई मुद्दों पर अपनी समस्याओं को उजागर किया, जैसे कि स्वच्छता, चिकित्सा सेवाओं की उपलब्धता और कर्मचारी व्यवहार।
पूर्व की शिकायतें और प्रशासनिक कार्रवाई
कमिश्नर ने यह भी बताया कि अधिकारियों को पहले भी ऐसी शिकायतें मिली थीं, लेकिन उचित कार्रवाई नहीं की गई थी। उनका ध्यान इस ओर आकर्षित करना था कि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए उन्हें कड़े कदम उठाने होंगे। अब वह सुनिश्चित करेंगे कि सभी मरीजों को बेहतर सेवा मिले और उनके भोजन की गुणवत्ता में सुधार हो।
आगे की योजनाएं
कमिश्नर ने आश्वासन दिया कि मरीजों की स्वास्थ्य सेवा में सुधार के लिए कई योजनाएं बनाई जा रही हैं। इसके अंतर्गत विशेष समीक्षा बैठकें आयोजित की जाएंगी, जहां अस्पताल की प्रबंधन टीम और स्वास्थ्य सेवा के कर्मचारी मिलकर मरीजों के लिए बेहतर नियम और सेवाएं उत्पन्न करेंगे।
निवासियों और मरीजों में उत्सा का वातावरण लाने के लिए, आजमगढ़ मेडिकल कॉलेज के प्रशासन से जुड़ी नई पहलें भी शुरू की जाएंगी, जिसके तहत मरीजों की आवाज को गंभीरता से लिया जाएगा।
समुच्चा स्वास्थ्य तंत्र को संजीवनी देने के लिए यह कदम अत्यंत महत्वपूर्ण है। इसके अलावा, यह भी सुनिश्चित करना होगा कि अस्पताल में पानी, स्वच्छता तथा आवासीय सुविधाएं भी वक्त संबंधि मुद्दों का समाधान निकालती रहें।
संक्षेप में, आजमगढ़ के कमिश्नर का यह औचक निरीक्षण न केवल चिकित्सा सेवाओं की गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए है, बल्कि यह मरीजों की भलाई के लिए एक ऐसी पहल है जो निश्चित रूप से भविष्य में स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार की दिशा में महत्वपूर्ण है।
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