'हिंदू राष्ट्र होना चाहिए, हम हिंदू कहां जाएंगे':आगरा में डॉ. अनू कपूर से बातचीत, बोले- OTT पर सेंसर बोर्ड का नियंत्रण होना चाहिए

हिंदू राष्ट्र हो या ओटीटी, युवा साहित्य हो या विवादित बयान, हर मुद्दे पर फिल्म एक्टर डॉ. अनू कपूर से खुल कर बात हुई। उन्होंने कहा कि मेरा किसी से विवाद नहीं है। ना काहू से दोस्ती ना काहू से बैर। डॉ. अनू कपूर आगरा में आयोजित ताज साहित्य उत्सव में आए थे। इस दौरान दैनिक भास्कर से उनकी बातचीत हुई। आइए जानते हैं डॉ. अनू कपूर ने सवालों के जवाबों में क्या कहा- सवाल: ओटीटी और फिल्मों के अंतर पर क्या विचार हैं? जवाब: जितना फिल्मों पर सेंसर बोर्ड का नियंत्रण हैं, उतना ओटीटी पर नहीं है। ओटीटी पर फ्रीडम है, इसलिए वहां विचार उन्मुक्त हैं। ओटीटी पर सेंसर बोर्ड का नियंत्रण होना चाहिए। सवाल: आपके कई विवाद रहे हैं, फिर वो चाहे प्रियंका चोपड़ा पर दिया बयान हो या चक दे इंडिया के मेकर्स पर? जवाब: मेरा किसी से कोई विवाद नहीं है। कबीरा खड़ा बाजार में मांगे सबकी खैर, ना काहू से दोस्ती, ना काहू से बैर। मैं किसी का नाम नहीं लेना चाहूंगा। मुझे कुछ पता नहीं है। ना मेरा कोई शत्रु है, ना कोई दोस्त है। मुझे विवादों से दूर रखें। सवाल: हिंदू राष्ट्र के लिए आपकी सोच क्या है? जवाब: मेरा कहना है कि पीस चाहिए तो वायलेंट होना होगा। हिंदू राष्ट्र होना गलत नहीं है। इसके लिए एक संविधान बनाना होगा। पूरे विश्व में 134 क्रिश्चिन देश हो सकते हैं, 56 इस्लामिक देश हो सकते हैं, 10-11 बुद्धिस्ट देश हो सकते हैं, 9-10 कम्यूनिस्ट देश हो सकते हैं,तो हिंदू राष्ट्र क्यों नहीं हो सकता है। हिंदू राष्ट्र होना चाहिए। हम हिंदू कहां जाएंगे। हमारा देश है। लेकिन हिंदू राष्ट्र की परिकल्पना से पहले, विधि कानून बनाने वालों को विचार करना होगा। हिंदू राष्ट्र के कायदे कानून क्या होंगे, नियम क्या होंगे। कुछ कड़क फैसले लेने होंगे। अगर पैरासिटामोल से काम नहीं चल रहा है तो एंटीबायोटिक देनी पड़ेगी। सवाल: साहित्य में हो रहे बदलावों को किस तरह देखते हैं? जवाब: बदलाव तो हो रहे हैं। बदलाव में साहित्य की भाषा बदली है। लेकिन अब युवाओं को भाषण नहीं देना है। युवाओं को सिखाना होगा कि भाषा पर पकड़ होनी चाहिए। फिर नुख्ते वाला नहीं शुद्ध हिंदी वाला होना चाहिए।

Jan 12, 2025 - 07:20
 51  501823
'हिंदू राष्ट्र होना चाहिए, हम हिंदू कहां जाएंगे':आगरा में डॉ. अनू कपूर से बातचीत, बोले- OTT पर सेंसर बोर्ड का नियंत्रण होना चाहिए
हिंदू राष्ट्र हो या ओटीटी, युवा साहित्य हो या विवादित बयान, हर मुद्दे पर फिल्म एक्टर डॉ. अनू कपूर स

हिंदू राष्ट्र होना चाहिए, हम हिंदू कहां जाएंगे: आगरा में डॉ. अनू कपूर से बातचीत

हाल ही में आगरा में हमारे संवाददाता ने प्रसिद्ध अभिनेता डॉ. अनू कपूर के साथ एक महत्वपूर्ण बातचीत की। इस चर्चा में उन्होंने भारतीय संस्कृति, हिंदू राष्ट्र की अवधारणा, और ओटीटी प्लेटफार्मों पर सेंसर बोर्ड की भूमिका पर अपनी राय साझा की।

हिंदू राष्ट्र की आवश्यकता

डॉ. कपूर ने स्पष्ट रूप से कहा कि भारत को एक हिंदू राष्ट्र होना चाहिए। उन्होंने कहा, "हमें अपने धार्मिक और सांस्कृतिक मूल्यों को बनाए रखना चाहिए। हम हिंदू कहां जाएंगे? हमें अपनी पहचान को संरक्षित करने की जरूरत है।" उन्होंने यह भी बताया कि यह केवल एक धार्मिक विषय नहीं है, बल्कि एक सांस्कृतिक पहचान की बात है।

ओटीटी प्लेटफार्मों पर सेंसरशिप

आवाज उठाते हुए, डॉ. कपूर ने ओटीटी प्लेटफार्मों पर सेंसर बोर्ड की जरूरत पर जोर दिया। उन्होंने कहा, "हम किसी भी कला को पूरी स्वायत्तता नहीं दे सकते, क्योंकि इससे हमारे समाज में विकृति पैदा हो सकती है। सेंसर बोर्ड को फिल्मों और शोज की विषयवस्तु की देखरेख करनी चाहिए।" उनके अनुसार, यह दर्शकों की रक्षा करेगा और साथ ही सृजनशीलता को भी एक दिशा में ले जाएगा।

संस्कृति और पहचान का संरक्षण

संस्कृति के संरक्षण पर बात करते हुए, डॉ. कपूर ने कहा कि प्रत्येक नागरिक को अपने धार्मिक और सांस्कृतिक धरोहर को समझने और उसका पालन करने का अधिकार है। उनके अनुसार, यह केवल एक व्यक्ति का अधिकार नहीं है, बल्कि यह सभी हिंदुओं की जिम्मेदारी बनती है।

इस महत्वपूर्ण बातचीत में डॉ. अनू कपूर ने कई ज्वलंत मुद्दों पर अपने विचार रखे। उन्होंने भारतीय संस्कृति की महत्वता को रेखांकित किया और यह बताया कि हमें अपनी पहचान को सुरक्षित रखने के लिए सक्रिय रहना होगा।

यदि आप इस विषय पर और जानकारी चाहते हैं, तो अधिक अपडेट्स के लिए indiatwoday.com पर जाएं।

News by indiatwoday.com Keywords: हिंदू राष्ट्र, डॉ. अनू कपूर, आगरा, ओटीटी प्लेटफार्म, सेंसर बोर्ड, भारतीय संस्कृति, हिंदू पहचान, सांस्कृतिक संरक्षण, धार्मिक अधिकार, भारत में फिल्म सेंसरशिप.

What's Your Reaction?

like

dislike

love

funny

angry

sad

wow