इरफान बोले- भारत को सुपरस्टार कल्चर नहीं चाहिए:ध्यान व्यक्तियों के बजाय टीम पर होना चाहिए; गावस्कर ने कहा- हमें क्रिकेट नहीं आता

पूर्व भारतीय ऑलराउंडर इरफान पठान का कहना है कि भारत को सुपरस्टार कल्चर नहीं चाहिए। हमें टीम कल्चर की जरुरत है। प्लेयर्स का ध्यान व्यक्तियों के बजाय टीम पर होना चाहिए। वहीं सुनील गावस्कर ने उनकी सलाह न मानने पर कहा, हमें क्रिकेट नहीं आता है। रविवार को बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी (BGT) में भारत की हार के बाद, पूर्व क्रिकेटर इरफान पठान और सुनील गावस्कर ने पोस्ट मैच के समय विराट कोहली जैसे सीनियर खिलाड़ी की आलोचना की। सिडनी टेस्ट में 6 विकेट की जीत के साथ ऑस्ट्रेलिया ने पांच मैचों की सीरीज 3-1 से जीती और 11 से 15 जून तक लॉर्ड्स में साउथ अफ्रीका के खिलाफ होने वाले वर्ल्ड टेस्ट चैम्पियनशिप (WTC) फाइनल के लिए क्वालीफाई कर लिया। विराट डोमेस्टिक क्रिकेट कब खेले थे: इरफान इरफान ने मैच के बाद स्टार स्पोर्ट्स से कहा, मुझे आप बताइए आखिरी बार विराट कोहली डोमेस्टिक क्रिकेट कब खेले थे। तो इस पर एंकर जतिन सप्रू ने कहा, 2012 में। इरफान ने कहा- घरेलू क्रिकेट खेले उन्हें एक दशक से भी ज्यादा का समय हो गया है। महान सचिन तेंदुलकर भी इतने समय तक डोमेस्टिक क्रिकेट से दूर नहीं थे। सचिन घरेलू क्रिकेट तब भी खेलते थे जब इसकी जरूरत नहीं होती थी इरफान बोले, सचिन तेंदुलकर तब भी डोमेस्टिक क्रिकेट खेलते थे जब उन्हें इसकी जरूरत नहीं होती थी। उन्होंने ऐसा इसलिए किया क्योंकि चार दिन तक पिच पर टिके रहना और फिर दूसरी पारी में खेलने के लिए वापस आना उनके लिए अहम था। 2024 में कोहली का पहली पारी में औसत सिर्फ 15 का है और यदि आप पिछले पांच साल का आंकड़ा ले, तो उनका औसत 30 से भी नीचे चला जाता है। क्या भारत का एक सीनियर खिलाड़ी इसका हकदार है? बेहतर होगा कि किसी युवा को लगातार मौके दिए जाएं और उसे तैयारी करने के लिए कहा जाए। यहां तक ​​कि उनका औसत भी 25-30 के आसपास होगा। ध्यान टीम पर होना चाहिए, व्यक्तियों पर नहीं। हमें कुछ नहीं आता- गावस्कर सिडनी टेस्ट शुरू होने से पहले पूर्व भारतीय कप्तान सुनील गावस्कर ने टीम इंडिया मैनेजमेंट को प्रैक्टिस मैच कराने की सलाह दी थी। लेकिन उन्होंने इसको नजरअंदाज कर दिया था। भारत के यह मैच हार जाने के बाद उन्होंने स्टार स्पोर्ट्स के पोस्ट मैच शो में कहा, अरे हमको कुछ नहीं आता। हमें क्रिकेट नहीं पता है, हम तो बस टीवी पर बोलने के लिए हैं। हमारी बात मत सुनिए। उसे सिर के ऊपर से जाने दीजिए। हम विराट कोहली का डिसरिस्पेक्ट नहीं कर रहे हैं 40 वर्षीय पेसर इरफान ने कहा, हम विराट कोहली की डिसरिस्पेक्ट नहीं कर रहे हैं। उन्होंने देश के लिए बहुत अच्छा काम किया है, लेकिन मुद्दा यह है कि वह एक ही गलती के कारण बार-बार आउट हो रहे हैं। एक तकनीकी खामी है, जिसको उन्होंने अब तक नहीं सुधारा है। सुनील गावस्कर यहां मैदान पर हैं, कोहली को उनसे या किसी अन्य महान खिलाड़ी से बात करने और इस बारे में पूछने में कितना समय लगेगा? गलती को केवल कड़ी मेहनत से ही सुधारा जा सकता है, जो कोहली ने नहीं दिखाया है। रोहित-कोहली तय करें क्रिकेट के लिए क्या बेहतर- गंभीर भारतीय टीम के हेड कोच गौतम गंभीर ने रविवार को रोहित शर्मा और विराट कोहली के भविष्य पर बात की है। उन्होंने सिडनी टेस्ट में 6 विकेट से हारने के बाद कहा- 'मैं किसी भी खिलाड़ी के भविष्य पर टिप्पणी नहीं कर सकता हूं। यह खिलाड़ियों पर निर्भर करता है, उनमें (रोहित-कोहली) भूख और कमिटमेंट्स हैं। उम्मीद है कि वे भारतीय क्रिकेट को आगे ले जाने के लिए हर संभव प्रयास करेंगे।' उनसे रोहित-कोहली के भविष्य पर सवाल पूछा गया था। बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में रोहित शर्मा और विराट कोहली का प्रदर्शन खराब रहा। ऐसे में इन दोनों के भविष्य पर सवाल उठा रहे हैं। एक दिन पहले रोहित शर्मा ने स्टार स्पोर्ट्स को दिए इंटरव्यू में कहा था कि वे खेलना चाहते हैं और अभी रिटायरमेंट नहीं ले रहे। रोहित को खराब फार्म के कारण सिडनी टेस्ट से ड्रॉप किया गया था। पढ़ें पूरी खबर...

Jan 5, 2025 - 15:05
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इरफान बोले- भारत को सुपरस्टार कल्चर नहीं चाहिए:ध्यान व्यक्तियों के बजाय टीम पर होना चाहिए; गावस्कर ने कहा- हमें क्रिकेट नहीं आता
पूर्व भारतीय ऑलराउंडर इरफान पठान का कहना है कि भारत को सुपरस्टार कल्चर नहीं चाहिए। हमें टीम कल्च

इरफान बोले- भारत को सुपरस्टार कल्चर नहीं चाहिए

भारत के मशहूर अभिनेता इरफान खान ने हाल ही में एक साक्षात्कार में कहा कि देश को सुपरस्टार कल्चर की आवश्यकता नहीं है। उनका मानना है कि ध्यान व्यक्तियों के बजाय टीम पर होना चाहिए। इरफान की यह टिप्पणी तब आई जब क्रिकेट जगत में स्टार खिलाड़ियों की व्यक्तिगत उपलब्धियों पर चर्चा हो रही थी। वे चाहते हैं कि खेलों और अन्य क्षेत्रों में टीम वर्क और सामूहिक प्रयास को प्राथमिकता दी जाए।

गावस्कर ने कहा- हमें क्रिकेट नहीं आता

पूर्व क्रिकेटर सुनील गावस्कर ने इरफान की बातें सुनते हुए कहा कि आजकल क्रिकेट में कुछ बातें ऐसा ही लगती हैं। उन्हें लगता है कि कई बार खिलाड़ियों की व्यक्तिगत चमक की तुलना में टीम की जीत को प्राथमिकता नहीं दी जाती। गावस्कर ने कहा, "हमें वास्तव में क्रिकेट खेलना नहीं आता, यह उसी का नतीजा है कि हम केवल व्यक्तियों की बात कर रहे हैं।"

टीम पर ध्यान केंद्रित करना महत्वपूर्ण

यदि हम वास्तव में खेलों में सफलता चाहते हैं, तो एकजुटता और टीम वर्क पर ध्यान केंद्रित करना आवश्यक है। इरफान की मान्यता के अनुसार, हमें उन खिलाड़ियों की बजाय पूरी टीम की उपलब्धियों का जश्न मनाना चाहिए जो सामूहिक प्रयास से खेलते हैं। जब एक टीम सामूहिक रूप से काम करती है, तो उसका परिणाम बेहतर होता है।

समापन विचार

इस चर्चा ने हमें यह सोचने पर मजबूर किया है कि क्या हम सुपरस्टार कल्चर के पीछे बहुत अधिक भागते हैं, जबकि असली सफलता टीम वर्क में निहित है। इरफान और गावस्कर दोनों के विचार इस दिशा में एक दिशा-निर्देश हैं। हमें जानने की जरूरत है कि टीम की सफलता व्यक्ति की सफलता से ज्यादा महत्वपूर्ण है।

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