कानपुर में बैंक लूट से पहले 650 वीडियो-वेब सीरीज देखे:45 दिन में 10 बार बैंक गया, स्ट्रांग रूम से लेकर कैश काउंटर का मैप बनाया

कानपुर के घाटमपुर में SBI बैंक में लूट करने कोशिश करने वाले को पुलिस ने पकड़ लिया। पूछताछ में उसने कई चौकाने वाले खुलासे किए हैं। लूट को अंजाम देने से पहले उसने 45 दिन तक 650 यूट्यूब लूट के वीडियो देखे। इंस्टाग्राम में लूट की रील्स। क्राइम पेट्रोल और बैंक लूट की वेब सीरीज देखी। पुलिस ने उसके मोबाइल की जांच की तो, सर्च हिस्ट्री में ये सब मिला। इतना ही करीब 10 बार बैंक के अंदर जाकर रेकी भी की। स्ट्रॉन्ग रूम से लेकर कैश काउंटर का मैप बनाया। उसने लूट से पहले क्या किया? उसके दिमाग में क्या चलता रहा? कैसे वो घर से निकल कर बैंक पहुंचा? पढ़िए आरोपी का आरोपी लवी का कबूलनामा। 'मुझसे धमकी देकर का कराई लूट' लवी ने पुलिस ने बताया-आज से 4 महीने पहले वैन से कानपुर ITI पढ़ने जा रहा था। तभी वैन में सवार चार युवकों ने गो रक्षक और सेवा करने के नाम पर धमकाया। इसके बाद चारों ने बंदूक और रिवॉल्वर दिखाई। यह देखकर छात्र डर गया। चारों ने छात्र को धमकी दी। कि अगर वह उन्हें रुपए नहीं देगा, तो वह उसके परिवार को खत्म कर देंगे। यह सुनकर वह हैरान रह गया। उसके कुछ समझ में नहीं आ रहा था। तभी एक दिन उसके फोन पर कॉल आई। उसने अपनी पहचान राहुल यादव के रूप में बताई है। कहा कि तुम भूल गए क्या, अपने परिवार को बचाना चाहते, हो तो कल रुपए देना आकर, इस पर छात्र ने मां से शेयर मार्केट में रुपए लगाने के नाम पर 20 हजार रुपए लिए और चारों को दे दिया। चारों छात्र से संचितपुर गांव के किनारे उसके खेत में मिलते थे। हालांकि छात्र तीन अन्य के नाम नहीं जानता है। इसके बाद चारों ने धीरे धीरे करके उससे 70 हजार रुपए हड़प कर लिए। एक बार छात्र हिम्मत करके चौकी उसके साथ हो रही घटना की जानकारी देने पहुंचा। लेकिन, चौकी के पास पहुंचते ही उक्त राहुल यादव का फोन आया। बोला-तुझे अपना परिवार नहीं प्यारा है। तू चौकी क्यों गया है। देखिए CCTV फुटेज 'परिवार को खत्म करने की धमकी मिली' छात्र लवी ने बताया-16 जनवरी को राहुल यादव समेत अन्य तीन युवकों ने छात्र से कहा कि तुम सिर्फ पतारा SBI में हथियार लेकर घुस जाना। गार्ड को काबू में कर लेना। इसके बाद बैंक से रुपए लूटकर कानपुर सागर हाईवे पर पतारा मस्जिद के पीछे वाली रोड पर मिलना। हम लोग गाड़ी लिए वहां पर तुम्हे मिलेंगे। इसके बाद हम लोग तुम्हारे परिवार को और तुम्हे छोड़ देंगे। यह तुम्हारे लिए लास्ट मौका है। अगर तुमने मना किया तो हम लोग तुम्हारे पूरे परिवार को खत्म कर देंगे। हमें सब पता है। तुम्हारा भाई दिल्ली में नौकरी करता है। तुम्हारे पिता रोज बाहर टहलने आते हैं। यह सुनकर छात्र ने अपने परिवार को युवकों से बचाने के लिए बैंक लूटने को तैयार हो गया। इसके बाद युवक बैंक पहुंचा था। लेकिन, तभी पुलिस बैंक में पहुंच गई। यह देखकर युवकों ने छात्र को वापस लौटा दिया। (18 जनवरी) शनिवार को वह दोबारा बैंक पर पहुंचा। साइकिल खड़ी करते ही उसके बाद एक युवक आया उसने उसे एक देसी तमंचा और चाकू, ब्लेड, सूजा दिया। इसके बाद मस्जिद के पीछे मिलने की बात कही थी। पुलिस बोलीं-झूठी कहानी रची, मोबाइल की हिस्ट्री में सच पुलिस ने मुताबिक, लवी ने अकेले ही पूरी घटना को अंजाम दिया है। वो झूठ कहानी बताकर पुलिस को गुमराह कर रहा है। उसकी मोबाइल की जांच की गई, तो उसमें कई अहम चीज मिली है। उसकी हिस्ट्री की सर्चिंग लिस्ट में बस बैंक लूट के वीडियो मिले। जिसमें सर्च मारा गया था- कैसे बैंक लूटे, बैंक में कहां पर पैसे रखे होते हैं? बैंक सिक्योरिटी कहां होती है? बैंक लूटकर पैसे कैसे खपाएं? इतना ही नहीं उसने मोबाइल में बैंक लूट की हजारों रील्स सर्च में मिलीं। इसके अलावा वेब सीरीज मिली। मनी ईस्ट समेत कई बैंक लूट वाली। दोस्त कम होने की वजह से यू-ट्यूब देख टाइम पास करता था जांच में ये बात सामने आई कि वह यू-ट्यूब पर बहुत समय बिताता था। उसके दोस्त यार कम थे, इस वजह से उसे एकांतवास ही पसंद था। पिता कहते थे अब बड़े हो गए हो बीएससी करने के बाद खुद कमाकर घर चलाना है। इस तरह की तमाम ऐसी सारी बातें उसके दिमाग में घर कई थीं। इसी के चलते उसने खुद ही अकेले बैंक डकैती का प्लान बनाया। एक नजर पूरे मामले पर घाटमपुर के संचितपुर गांव निवासी लवी (21) हरदेवी स्मृति कॉलेज से B.sc थर्ड ईयर का छात्र है। उसके पिता अवधेश किसान हैं। बड़ा भाई अभय दिल्ली में प्राइवेट नौकरी करता है। शनिवार(19 जनवरी) को घाटमपुर की SBI बैंक में देसी तमंचा लेकर घुसा था। यह देखकर बैंक मैनेजर वीरेंद्र और कैश अफसर प्राणनाथ शुक्ला ने उसे पकड़ लिया। खुद को बचाने के लिए चाकू से बैंक मैनेजर और कैश अफसर पर हमला बोल दिया था। चाकू लगने से बैंक मैनेजर और कैश अफसर समेत सिक्योरिटी गार्ड घायल हो गया। तीनों ने लुटेरे को पकड़कर रस्सी से बांधने के बाद फोन कर घटना की सूचना पुलिस को दी। ACP बोले- नंबर और लवी के बयान की जांच हो रही घाटमपुर ACP रंजीत कुमार सिंह ने बताया-बैंक लूट का आरोपी छात्र अपने बयान में चारों लोगों के बारे में कोई स्पष्ट जानकारी नहीं दे पा रहा है। मोबाइल नंबर की जांच कराएंगे। ताकी घटनाक्रम को समझ सके। ------------------------------------------ इससे जुड़ी ये खबर भी पढ़ें :- गर्लफ्रेंड के लिए SBI में किया था खून-खराबा:कानपुर पुलिस ने नाम पूछा तो बोला- उसकी गलती नहीं, B.Sc कर रहा है लुटेरा 'मेरी गर्लफ्रेंड अक्सर सामान और रुपए की डिमांड करती है। उसके शौक को पूरा करने के लिए मैंने बैंक लूट की साजिश रची।' यह कहना है कानपुर SBI बैंक में आधे घंटे खून खराबा करने वाले लुटेरे का। पुलिस ने जब उससे गर्लफ्रेंड का नाम पूछा तो आनाकानी करने लगा। कहा- जो कहना है, मुझे कहो..मेरी गर्लफ्रेंड को कोई कुछ नहीं कहेगा। उसकी कोई गलती नहीं है। पढ़ें पूरी खबर

Jan 20, 2025 - 08:00
 63  501823
कानपुर में बैंक लूट से पहले 650 वीडियो-वेब सीरीज देखे:45 दिन में 10 बार बैंक गया, स्ट्रांग रूम से लेकर कैश काउंटर का मैप बनाया
कानपुर के घाटमपुर में SBI बैंक में लूट करने कोशिश करने वाले को पुलिस ने पकड़ लिया। पूछताछ में उसने कई
कानपुर में बैंक लूट से पहले 650 वीडियो-वेब सीरीज देखे:45 दिन में 10 बार बैंक गया, स्ट्रांग रूम से लेकर कैश काउंटर का मैप बनाया Tags: कानपुर बैंक लूट, वीडियो-वेब सीरीज, बैंक सुरक्षा, लूट की योजना, अपराध की साजिश, स्ट्रांग रूम सुरक्षा, कैश काउंटर, पुलिस जांच, कानपुर समाचार News by indiatwoday.com

कानपुर बैंक लूट: हृदय को झकझोर देने वाली सच्चाई

कानपुर में हाल ही में हुई एक बैंक लूट की घटना ने सभी को चौंका दिया है। इस लूट की पटकथा बहुत ही चतुराई से लिखी गई थी। रिपोर्टों के अनुसार, लुटेरों ने इस लूट से पहले 650 वीडियो और वेब सीरीज देखी, जिससे उन्हें लूट के लिए योजना बनाने में मदद मिली। यह घटना दर्शाती है कि अपराधी किस प्रकार से तकनीकी जानकारी का उपयोग कर रहे हैं और अपने उद्देश्यों को प्राप्त करने के लिए योजना बना रहे हैं।

लूट की योजना और कार्रवाई

जानकारी के मुताबिक, लुटेरों ने करीब 45 दिनों में 10 बार बैंक का दौरा किया। इस दौरान, उन्होंने स्ट्रांग रूम से लेकर कैश काउंटर तक का सटीक मैप बनाया। यह तेजी से उन लोगों को खड़ा करता है जो इस लूट के पीछे थे और उनके ध्यान से योजना बनाने के सिद्धांत पर विचार करते हैं। उनकी मानसिकता यह थी कि वे पहले से सारी जानकारी इकट्ठा कर लेंगे और उसके बाद ही निश्चित रूप से अपना कदम उठाएंगे।

क्या यहाँ सुरक्षा में चूक हुई?

यह पूरी घटना यह भी प्रश्न उठाती है कि क्या बैंक की सुरक्षा में कोई कमी थी? क्या सुरक्षा गार्डों और प्रबंधन ने इन संदिग्ध गतिविधियों को देखा था? पुलिस जांच के दौरान इन प्रश्नों का खुलासा होना जरुरी है, ताकि यह स्पष्ट हो सके कि इसकी जिम्मेदारी किसकी है।

समुदाय की प्रतिक्रिया

स्थानीय निवासी इस घटना को लेकर काफी चिंतित हैं। लोग यह सोचने पर मजबूर हैं कि क्या यह उनकी सुरक्षा के लिए खतरा है। बैंक के निकटवर्ती लोग अपने पैसे की सुरक्षा लेकर चिंतित हैं और बैंक प्रबंधन से सुरक्षा में सुधार की मांग कर रहे हैं।

यह कहानी कुछ दिलचस्प तथ्यों को उजागर करती है कि कैसे एक अपराधी समूह अत्याधुनिक तकनीकों का उपयोग करके अपना काम करता है। आगे के घटनाक्रम का इंतजार रहेगा और हम सभी को इस घटना से सबक लेना चाहिए।

आगे की जानकारी के लिए indiatwoday.com पर जाएं। Keywords: कानपुर बैंक लूट, बैंक में लूट की योजना, वीडियो सीरीज से लूट योजना, बैंक सुरक्षा उपाय, स्ट्रांग रूम की सुरक्षा, अपराधी मानसिकता, लूट का मैप, पुलिस जांच कानपुर, वेब सीरीज क्राइम, अपराध और अपराधी गतिविधियां

What's Your Reaction?

like

dislike

love

funny

angry

sad

wow