किसान यूनियन केस में निष्पक्ष जांच की मांग:एटा एसएसपी से मिले किसान नेता, षड्यंत्र के तहत मुकदमा लिखवाने का आरोप

भारतीय किसान यूनियन स्वराज के दर्जनों कार्यकर्ता एटा स्थित एसपी कार्यालय पहुंचे जहां उन्होंने कप्तान श्याम नारायण सिंह से मुलाकात कर किसानों पर पूर्व में दर्ज एक मुकदमे की निष्पक्ष रूप से जांच कराए जाने की फरियाद की है। किसान यूनियन स्वराज के प्रदेश महासचिव अनिल कुमार दर्जनों कार्यकर्ताओं के साथ एटा एसएसपी के दफ्तर पहुंचे थे। जहां उन्होंने लिखित ज्ञापन सौंपते हुए मुकदमे की निष्पक्ष रूप से जांच कराए जाने की मांग की है। इस दौरान भाजपा विधायक के गुर्गों पर जबरन जमीन कब्जाने का आरोप लगाया है। किसान नेता ने तत्कालीन थाना प्रभारी और एक पुलिसकर्मी पर भी गंभीर आरोप लगाए हैं। ज्ञापन में क्षेत्रीय विधायक के खास लोगों और पुलिस कर्मियों की मिली भगत से षड्यंत्र कर मुकदमा लिखवाए जाने का आरोप लगाया है। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्याम नारायण सिंह ने पीड़ितों की हर संभव मदद दिलाने का भरोसा दिलाया है। किसान नेताओं ने ब्रजनंदन प्रधान सराय अहमद खां मारहरा,भूपेंद्र पूर्व प्रधान बदरिया,रामोतार पुत्र मुरली भूड़ नगरिया,मुकेश ,नरेश,पुत्र हप्पू सिंह पर तत्कालीन थाना प्रभारी से सांठ-गांठ कर बनावटी घटना दिखाकर एफआईआर दर्ज करवाने का आरोप लगाया है। उन्होंने बताया कि उन लोगों ने गाटा संख्या 499 के स्वामी से बैनामा करवा कर गांव के ही दलित व्यक्ति राजेश की जमीन पर अवैध कब्जा करने की नियत से पट्टेदार गगन सिंह, मनोज वर्मा से साठ-गांठ कर एफआईआर दर्ज करवा दी। किसान नेताओं ने मुकदमे की निष्पक्ष रूप से जांच कराने की मांग की है। प्रदेश महासचिव ने बताया कि, दलित समाज के व्यक्ति की हमारे कार्यकर्ता मदद कर रहे थे, दबाव बनाने के लिए मुकदमा लिखवाया गया है।

Jan 8, 2025 - 14:45
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किसान यूनियन केस में निष्पक्ष जांच की मांग:एटा एसएसपी से मिले किसान नेता, षड्यंत्र के तहत मुकदमा लिखवाने का आरोप
भारतीय किसान यूनियन स्वराज के दर्जनों कार्यकर्ता एटा स्थित एसपी कार्यालय पहुंचे जहां उन्होंने

किसान यूनियन केस में निष्पक्ष जांच की मांग

किसान नेताओं ने एटा में एएसपी से मुलाकात की, जहां उन्होंने किसान यूनियन केस में निष्पक्ष जांच की मांग की। यह मामला हाल ही में सामने आया है, जिसमें आरोप लगाया गया है कि कुछ शक्तिशाली लोग किसानों के खिलाफ षड्यंत्र के तहत मुकदमा दर्ज करवाने की कोशिश कर रहे हैं। कड़ी जांच और निष्पक्षता के लिए किसानों ने प्रशासन से गुहार लगाई है।

किसान नेताओं की चिंताएँ

किसान नेता अपने अधिकारों की रक्षा के लिए लगातार सक्रिय हैं। वे सरकार से धान्य की सही कीमत और उचित सहायता की मांग कर रहे हैं। इस संदर्भ में, एटा के एसएसपी से मुलाकात के दौरान किसान नेताओं ने अपने मामले की गंभीरता को स्पष्ट किया। किसान एकता की शक्ति को बनाए रखते हुए अपने मुद्दों को सुलझाने के लिए प्रयासरत हैं।

षड्यंत्र के आरोप

किसान यूनियन केस को लेकर किसान नेताओं ने यह गंभीर आरोप लगाया है कि यह मामला किसी विशेष एजेंडे के तहत तैयार किया गया है। उन्होंने कहा कि कुछ स्थानीय निहित स्वार्थी तत्व कृषि आंदोलन को कमजोर करने के लिए ऐसा कर रहे हैं। उनका मानना है कि इस मामले में अगर सही जांच नहीं की गई, तो इससे किसानों में गहरा आक्रोश उत्पन्न होगा।

प्रशासन की भूमिका

इस मामले की निष्पक्ष और पारदर्शी जांच करने की आवश्यकता है ताकि किसी भी आरोपी को बचने का मौका न मिले। किसान नेताओं ने एटा एसएसपी से इस विषय में ठोस कदम उठाने की अपेक्षा की है। उन्होंने विश्वास दिलाया है कि यदि प्रशासन सहयोग करेगा, तो किसान अपने अधिकारों की लड़ाई उचित तरीके से लड़ सकेंगे।

खासकर, इस मामले में किसानों का एक प्रमुख मुद्दा यह भी है कि उन्हें अपने आंदोलन के अधिकार को सुरक्षित रखने की आवश्यकता है। अगर प्रशासन निष्पक्षता से काम करता है, तो यह किसानों और प्रशासन के बीच विश्वास को बढ़ा सकता है।

किसान यूनियनों ने यह भी कहा है कि वे आगामी दिनों में इस मुद्दे को लेकर और भी धरने-प्रदर्शन करेंगे, अगर उनकी मांगों का उचित जवाब नहीं मिला।

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