कुशीनगर में मंदिर में पुजारी की हत्या:बिना पंचनामा शव हटाने पर पुलिस पर भड़के ग्रामीण, कांग्रेस पूर्व प्रदेश अध्यक्ष ने दी आंदोलन की चेतावनी

कुशीनगर जिले के अमवा खास गांव में मन्दिर आवास में सो रहे 70 वर्षीय साधु फलहारी बाबा की धारदार हथियार से निर्ममता से हत्या कर दी गई। घटना थाने से महज एक किलोमीटर दूर हुई। हत्या के बाद पुलिस ने बिना ग्रामीणों को सूचना दिए शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया, जिससे ग्रामीणों में रोष फैल गया और उन्होंने मंदिर परिसर में प्रदर्शन किया। ग्रामीणों का आरोप है कि पुलिस ने बिना पंचनामा और उचित जांच के शव को हटाया। जब ग्रामीण पूजा के लिए मंदिर पहुंचे, तो पुलिस ने उन्हें वहां से खदेड़ दिया। पुलिस ने खून के धब्बों को भी बिना जांच के पानी से धो दिया, जिससे उनकी कार्यशैली पर गंभीर सवाल उठने लगे हैं। पूर्व विधायक ने उठाए सवाल, दी आंदोलन की चेतावनी घटना की जानकारी मिलने पर कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष और क्षेत्र के पूर्व विधायक अजय कुमार लल्लू मौके पर पहुंचे। उन्होंने पुलिस पर मामले को दबाने का आरोप लगाते हुए पूछा कि बिना पंचनामा शव हटाने और खून के धब्बे धोने की क्या जरूरत थी। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर जल्द ही दोषियों को नहीं पकड़ा गया और लापरवाह अधिकारियों पर कार्रवाई नहीं हुई, तो ग्रामीणों के साथ बड़ा आंदोलन होगा। ग्रामीणों में आक्रोश, निष्पक्ष जांच की मांग साधु की हत्या से आक्रोशित ग्रामीण निष्पक्ष जांच और दोषियों की गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं। मौके पर कई थानों की पुलिस तैनात कर दी गई है, लेकिन ग्रामीणों का प्रदर्शन जारी है। पूर्व विधायक लल्लू ने कहा कि न्याय के लिए ग्रामीणों के साथ सड़क पर उतरने से भी पीछे नहीं हटेंगे।

Jan 13, 2025 - 10:45
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कुशीनगर में मंदिर में पुजारी की हत्या:बिना पंचनामा शव हटाने पर पुलिस पर भड़के ग्रामीण, कांग्रेस पूर्व प्रदेश अध्यक्ष ने दी आंदोलन की चेतावनी
कुशीनगर जिले के अमवा खास गांव में मन्दिर आवास में सो रहे 70 वर्षीय साधु फलहारी बाबा की धारदार हथिया
कुशीनगर में मंदिर में पुजारी की हत्या: बिना पंचनामा शव हटाने पर पुलिस पर भड़के ग्रामीण, कांग्रेस पूर्व प्रदेश अध्यक्ष ने दी आंदोलन की चेतावनी News By indiatwoday.com कुशीनगर, उत्तर प्रदेश में, एक मंदिर के पुजारी की हत्या ने पूरे इलाके में तनाव पैदा कर दिया है। इस घटना के बाद, स्थानीय ग्रामीणों ने पुलिस के खिलाफ प्रदर्शन किया, क्योंकि पुलिस ने बिना पंचनामा किए शव को हटाने का प्रयास किया। ग्रामीणों का आरोप है कि पुलिस ने मामले की गंभीरता को नहीं समझा और अंतिम संस्कार से पहले शव हटाना उचित नहीं था।

यह घटना उस समय हुई जब पुजारी मंदिर में पूजा कर रहे थे। उनके हत्या से न केवल उनका परिवार प्रभावित हुआ है, बल्कि सम्पूर्ण समुदाय में भय और असुरक्षा का माहौल व्याप्त हो गया है। घटना के तुरंत बाद, कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष ने चेतावनी दी है कि यदि पुलिस ने सख्त कदम नहीं उठाए, तो वे आंदोलन करेंगे।

ग्रामीणों की मांगें और पुलिस की प्रतिक्रिया

ग्रामीणों ने मांग की है कि पुलिस जल्द से जल्द हत्या की जांच करें और आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करें। पुलिस का कहना है कि उनकी टीम घटना की पूरी छानबीन कर रही है, लेकिन ग्रामीणों ने कहा कि उनकी प्रतिक्रिया बेहद धीमी है। स्थानीय नेता भी इस मुद्दे पर अपनी आवाज उठाने लगे हैं।

कांग्रेस का समर्थन और आंदोलन की चेतावनी

कांग्रेस पूर्व प्रदेश अध्यक्ष ने कहा है कि वे ग्रामीणों के साथ खड़े हैं और यदि पुलिस ने उचित कार्रवाई नहीं की, तो वे व्यापक स्तर पर आंदोलन करेंगे। उन्होंने कहा कि इस तरह की घटनाएं समाज को बर्बाद कर रही हैं और इसका जवाब देना जरूरी है।

समाज में बढ़ती असुरक्षा की भावना

कुशीनगर की इस घटना ने समाज में बढ़ती असुरक्षा की भावना को उजागर किया है। स्थानीय नागरिकों ने सुरक्षा बढ़ाने की मांग की है, ताकि इस तरह की घटनाओं को रोका जा सके। इसके अलावा, मंदिरों की सुरक्षा को लेकर भी चिंताएं व्यक्त की गई हैं।

निष्कर्ष

इस घटना ने न केवल स्थानीय समुदाय को प्रभावित किया है, बल्कि इससे पूरे उत्तर प्रदेश में कानून-व्यवस्था की स्थिति पर सवाल उठ रहे हैं। अब इस मामले में क्या कदम उठाए जाएंगे, यह देखना महत्वपूर्ण होगा। स्थानीय निवासियों की मांग को सुनने और उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए थानेदार और प्रशासन को आगे आना होगा। Keywords: कुशीनगर पुजारी हत्या, कुशीनगर मंदिर हत्या, पुलिस कार्रवाई, ग्रामीणों का प्रदर्शन, कांग्रेस आंदोलन चेतावनी, उत्तर प्रदेश हत्या घटनाएँ, मंदिर सुरक्षा मुद्दे, स्थानीय नेता की प्रतिक्रिया, उत्तर प्रदेश में असुरक्षा, कुशीनगर में हिंसा For more updates, visit indiatwoday.com

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