कोचिंग स्टाफ में शामिल हो सकता है एक और सदस्य:BCCI बैटिंग कोच पर विचार कर रहा; यो-यो टेस्ट की हो सकती है वापसी
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) टीम इंडिया के कोचिंग स्टाफ में एक नए सदस्य खास तौर पर बल्लेबाजी कोच को शामिल करने पर विचार कर रहा है। हालांकि, अभी तक कोई आधिकारिक घोषणा नहीं की गई है। वहीं, BCCI टीम के फिटनेस को बेहतर बनाने के लिए यो-यो टेस्ट को वापस लाने पर विचार कर रहा है। साथ ही, इसे खिलाड़ियों के टीम में चुने जाने का मानदंड भी बना सकता है। कुछ नामों पर विचार किया जा रहा क्रिकबज की रिपोर्ट के अनुसार, 11 जनवरी को मुंबई में हुई रिव्यू मीटिंग में कोचिंग स्टाफ की भूमिका पर चर्चा की गई। इसमें एक और बैटिंग कोच के जोड़ने पर बात हुई। कुछ नामों पर विचार किया जा रहा है, जिसमें घरेलू क्रिकेट के पूर्व दिग्गज खिलाड़ी भी शामिल हैं। हालांकि, अभी तक कोई अंतिम फैसला नहीं हुआ है। फिलहाल, भारत के कोचिंग स्टाफ में मुख्य कोच गौतम गंभीर के अलावा मोर्ने मोर्कल (गेंदबाजी कोच), अभिषेक नायर (असिस्टेंट कोच), रेयान टेन डोशेट (असिस्टेंट कोच) और टी दिलीप (फील्डिंग कोच) शामिल हैं। भारत के ऑस्ट्रेलिया दौरे पर टेस्ट सीरीज में मिली हार के बाद कोचिंग स्टाफ की कड़ी आलोचना हुई है। खास तौर पर विराट कोहली जैसे खिलाड़ियों के एक ही तरह आउट होने के बाद कोचिंग स्टाफ पर सवाल उठे। पांच मैच की सीरीज में कोहली आठ पारी में ऑफ स्टंप की बाहरी बॉल पर आउट हुए। वहीं कप्तान रोहित शर्मा तीम मैचों में केवल 31 रन ही बना सके। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सीरीज में कोहली का प्रदर्शन यो-यो टेस्ट को वापस लाने पर विचार कर रहा BCCI टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, BCCI टीम के फिटनेस को बेहतर बनाने के लिए यो-यो टेस्ट को वापस लाने पर विचार कर रहा है। यो-यो टेस्ट को चोटों की संख्या को कम करने के लिए हटा दिया गया था। यो-यो टेस्ट क्या है? --------------------------------------- स्पोर्ट्स की यह खबर भी पढ़ें... चैंपियंस ट्रॉफी के लिए भारत की पॉसिबल स्क्वॉड चैंपियंस ट्रॉफी शुरू होने में करीब एक महीने का समय बाकी है। 8 में से 6 टीमों ने अपना स्क्वॉड रिलीज कर दिया है। जबकि भारत और पाकिस्तान ने ICC से 19 जनवरी तक का समय मांग लिया। टीम इंडिया के वनडे स्क्वॉड में ज्यादातर प्लेयर्स लगभग तय है। पढ़ें पूरी खबर...

कोचिंग स्टाफ में शामिल हो सकता है एक और सदस्य: BCCI बैटिंग कोच पर विचार कर रहा; यो-यो टेस्ट की हो सकती है वापसी
हाल ही में, भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने अपने कोचिंग स्टाफ में एक और सदस्य को शामिल करने पर विचार करना शुरू कर दिया है। यह हालिया स्थिति भारत के क्रिकेट भविष्य के लिए महत्वपूर्ण हो सकती है। बैटिंग कोच की भूमिका में संभावित बदलाव के साथ, यह चर्चा भी चल रही है कि यो-यो टेस्ट की वापसी हो सकती है, जिसे खिलाड़ियों के फिटनेस स्तर को मान्यता देने वाली एक प्रमुख परीक्षण प्रक्रिया के रूप में देखा जा रहा है।
BCCI का नया बैटिंग कोच अब क्या करेगा?
BCCI ने अपने बैटिंग कोच के लिए कई उम्मीदवारों की सूची तैयार की है। इस नई भूमिका के अंतर्गत उनकी प्राथमिकता यह सुनिश्चित करना होगी कि खिलाड़ियों की तकनीक को सुधारने के साथ-साथ टीम के प्रदर्शन में सुधार हो सके। बैटिंग कोच की जिम्मेदारी केवल बल्लेबाजी तकनीक को सुधारना ही नहीं, बल्कि खिलाड़ियों का मानसिक स्तर बढ़ाना भी होगा, जिससे वे दबाव में बेहतर प्रदर्शन कर सकें।
यो-यो टेस्ट की वापसी: क्या इसका असर पड़ेगा?
यो-यो टेस्ट, जो फिटनेस का एक मानक मानक है, फिर से खिलाड़ियों के फिटनेस स्तर को मापने के लिए वापसी कर सकता है। यह प्रक्रिया खिलाड़ियों से अपेक्षाकृत उच्च स्तर का प्रदर्शन करने की मांग करती है, और उनकी कंडीशनिंग को बैटिंग कोचिंग के तहत महत्वपूर्ण माना जा रहा है। यदि यो-यो टेस्ट को अनिवार्य किया जाता है, तो यह खिलाड़ियों की मानसिकता और शारीरिक तैयारी दोनों को प्रभावित करेगा।
अंत में
क्रिकेट के प्रेमियों के लिए यह समय बड़े बदलावों का है। BCCI के संभावित बैटिंग कोच और यो-यो टेस्ट की वापसी पर विचार से भारतीय क्रिकेट में एक नई शुरुआत हो सकती है। प्रशंसक इस विषय पर अधिक जानकारी के लिए indiatwoday.com पर नजर रख सकते हैं।
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