गर्भाशय ऑपरेशन में मैनपुरी की महिला की किडनी गायब:फर्रुखाबाद के निजी अस्पताल पर आरोप, सीएमओ ने बनाई जांच कमेटी
फर्रुखाबाद के एक निजी अस्पताल में गर्भाशय के ऑपरेशन के दौरान महिला की किडनी गायब होने का मामला सामने आया है। मैनपुरी के थाना एलाउ के गांव भावत निवासी गोविंद ने फर्रुखाबाद के सीएमओ डॉ. अवनिंद्र कुमार को शिकायती पत्र सौंपा है। गोविंद ने बताया कि उनकी पत्नी पूजा का आवास विकास कॉलोनी स्थित एक निजी अस्पताल में 31 मार्च 2023 को गर्भाशय का ऑपरेशन हुआ था। पूजा के स्वस्थ न होने पर 9 फरवरी 2025 को जब वे दोबारा उसी अस्पताल गए, तो डॉक्टर ने बताया कि पूजा की किडनी नहीं है। पीड़ित पति का कहना है कि उनकी पत्नी का इस अस्पताल के अलावा कहीं और कोई ऑपरेशन नहीं हुआ है। जब उन्होंने पुरानी फाइल मांगी तो अस्पताल के गार्ड ने उन्हें धक्का देकर बाहर निकाल दिया। गोविंद ने बताया कि उनकी पत्नी दिव्यांग है और आर्थिक रूप से भी कमजोर हैं। सीएमओ डॉ. अरविंद कुमार ने मामले को गंभीरता से लेते हुए एसीएमओ की अध्यक्षता में जांच कमेटी का गठन किया है। उन्होंने कहा कि जांच में दोषी पाए जाने पर अस्पताल के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

परिचय
हाल ही में मैनपुरी की एक महिला के गर्भाशय ऑपरेशन के दौरान उसकी किडनी के गायब हो जाने की घटना ने स्वास्थ्य प्रणाली पर गंभीर सवाल उठाए हैं। महिला ने फर्रुखाबाद के एक निजी अस्पताल में यह ऑपरेशन कराया था, जहां से उसकी किडनी mysteriously गायब हो गई। इस घटना ने न केवल महिला और उसके परिवार को दुखी किया है, बल्कि स्थानीय स्वास्थ्य अधिकारियों को भी चिंतित किया है।
घटना का विवरण
माना जा रहा है कि ऑपरेशन के समय डॉक्टरों की लापरवाही के कारण यह घटना हुई। महिला ने शिकायत दर्ज कराई है कि जब उसे अस्पताल से छुट्टी दी गई, तब उसे किडनी न मिलने की जानकारी मिली। इसके बाद इस मामले की गंभीरता को देखते हुए, Chief Medical Officer (सीएमओ) ने एक जांच कमेटी का गठन किया है ताकि इस मामले की वास्तविकता को समझा जा सके। ऐसा बताया जा रहा है कि अस्पताल में उचित स्वास्थ्य देखभाल और प्रक्रियाओं का पालन नहीं किया गया।
स्थानीय स्वास्थ्य अधिकारियों की प्रतिक्रिया
सीएमओ ने इस मामले पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा, "हमारी प्राथमिकता मरीजों की सुरक्षा है। जांच कमेटी इस मामले की गहराई से जांच करेगी और जो भी दोषी पाया जाएगा, उसके खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी।" उन्होंने यह भी बताया कि यदि अस्पताल द्वारा किसी भी प्रकार की लापरवाही पाई जाती है, तो इसे हल्के में नहीं लिया जाएगा।
जनता की प्रतिक्रिया
इस घटना ने स्थानीय निवासियों को भी हिला दिया है और लोग अस्पताल की व्यवस्थाओं पर सवाल उठा रहे हैं। कई लोगों ने सोशल मीडिया पर इस मामले को उठाया है और न्याय की मांग की है। स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता पर चिंता व्यक्त करते हुए, निवासियों ने ऐसे मामलों की पुनरावृत्ति से बचने के लिए ठोस कदम उठाने की आवश्यकता पर जोर दिया है।
निष्कर्ष
मैनपुरी की महिला की किडनी का गायब होना न केवल एक चिकित्सा लापरवाही का उदाहरण है, बल्कि यह स्वास्थ्य प्रणाली की विश्वसनीयता पर भी प्रश्न उठाता है। आगे की जांच से यह स्पष्ट होगा कि इस मामले में क्या हुआ और उन जिम्मेदार लोगों के खिलाफ क्या कार्रवाई की जाएगी।
इसके लिए प्रमुख अभी ध्यान केन्द्रित करना और जांच रिपोर्ट का इंतजार करना जरूरी है। हम इस मामले के अपडेट के लिए indiatwoday.com पर नज़र रखते रहेंगे। Keywords: मैनपुरी महिला किडनी गायब, गर्भाशय ऑपरेशन, फर्रुखाबाद निजी अस्पताल, जांच कमेटी, सीएमओ, स्वास्थ्य अधिकारी, जनता की प्रतिक्रिया, चिकित्सा लापरवाही, स्वास्थ्य सेवाएं, जिम्मेदार कार्रवाई.
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