गुदड़ी बाजार ट्रिपल मर्डर के 6 दोषी गए सेंट्रल जेल:कोर्ट ने 10 दोषियों को सुनाई थी उम्रकैद की सजा, 4 अभी मेरठ जेल में ही
मेरठ कोतवाली के गुदड़ी बाजार में तिहरे हत्याकांड के 6 दोषियाें को मेरठ जेल से आगरा सेंट्रल जेल भेज दिया गया है। तिहरे हत्याकांड में कोर्ट ने अगस्त 2024 को 10 दोषियों को उम्रकैद की सजा सुनाई थी। जिन कैदियों काे सेंट्रल जेल भेजा गया है उनमें इजहार, देवेंद्र आहूजा, वसीम, अब्दुल रहमान उर्फ कलुवा, बदरुद्दीन और रिजवान शामिल हैं। इजलाल कुरैशी, उसके भाई अफजाल और महराज व शीबा सिरोही अभी भी मेरठ जेल में हैं। मृतकों के परिजनों का कहना है कि चारों दोषियों को भी सेंट्रल जेल भेजा जाए। ये हुई थी वारदात 23 मई 2008 की दोपहर बागपत और मेरठ जिले की सीमा पर बालैनी नदी के किनारे तीन युवकों के शव पड़े मिले। इनकी पहचान मेरठ निवासी सुनील ढाका (27) निवासी जागृति विहार, पुनीत गिरि (22) निवासी परीक्षितगढ़ रोड और सुधीर उज्ज्वल (23) निवासी गांव सिरसली, बागपत के रूप में हुई। पुलिस जांच में सामने आया कि 22 मई की रात तीनों की हत्या कोतवाली के गुदड़ी बाजार में हाजी इजलाल कुरैशी ने अपने भाइयों और साथियों के साथ मिलकर की। पुलिस ने इस मामले में 14 आरोपियों के खिलाफ आरोप पत्र दाखिल किया। 1 अगस्त 2024 को कोर्ट ने 10 आरोपियों इजलाल कुरैशी पुत्र इकबाल, अफजाल पुत्र इकबाल, महराज पुत्र मेहताब, कल्लू उर्फ कलुआ पुत्र हाजी अमानत, इजहार, मुन्नू ड्राइवर उर्फ देवेंद्र आहूजा पुत्र विजय, वसीम पुत्र नसरुद्दीन, रिजवान पुत्र उस्मान, बदरुद्दीन पुत्र इलाहीबख्श पर हत्या समेत तमाम धाराओं और शीबा सिरोही पर हत्या के लिए उकसाने के आरोपों को सही मानते हुए दोषी करार दिया था। हत्याकांड के दो आरोपी इसरार और माजिद की मौत हो चुकी थी। एक आरोपी शम्मी जेल में है, उसका ट्रायल चल रहा है। परवेज को नाबालिग बताए जाने के चलते हाईकोर्ट में अपील पेंडिंग है। शीबा और इजलाल की आबूलेन पर हुई थी पहली मुलाकात एमबीए पास शीबा सिरोही की मां मेरठ के नामचीन सीबीएसई स्कूल की प्रिंसिपल थी। पति सेना में कैप्टन थे। शीबा सिरोही का अपने पति से विवाद चल रहा था। पिता की मौत हो चुकी थी। मां ने मेरठ से दुबई चली गई थी। शीबा गंगानगर के राधा गार्डन में अकेली रहती थी। साल 2006 में शीबा सिरोही अपनी एक सहेली के साथ आबूलेन स्थित नामचीन ब्रेकरी पर गई थी। वहां शीबा को उसकी जान पहचान का एक युवक मिला। उसके साथ इजलाल कुरैशी भी था। शीबा के उसी जानकार ने इजलाल से मुलाकात कराई। इजलाल को शीबा के परिचित ने हिंदू नाम बताकर मिलवाया था। दूसरी मुलाकात में इजलाल ने शीबा का नंबर ले लिया। बातें होनी लगी। इजलाल का रुआब और पैसे देखकर शीबा उसके करीब पहुंच गई। इजलाल शीबा को लेने राधा गार्डन जाता था। पूरी काॅलोनी में इस बात का पता चल चुका था कि शीबा का जिसके साथ आना-जाना है, वो कोतवाली के गुदड़ी बाजार का मीट कारोबारी इजलाल कुरैशी है। मेरठ कॉलेज में पढ़ने वाले राधा गार्डन के एक लड़के ने यह बात अपने जानकार सुधीर उज्ज्वल, सुनील ढाका और पुनीत गिरि को बताई। उनसे कहा कि दूसरे समुदाय का लड़का काॅलोनी में आकर शीबा को साथ बिठाकर ले जाता है। सुनील, सुधीर और पुनीत ने इजलाल को वहां जाने से मना किया लेकिन वो नहीं माना। तीनों की इजलाल के साथ मारपीट हुई। फिर कुछ लोगों की मध्यस्थता के बाद तीनों की इजलाल से करीबियां हो गईं। शीबा इजलाल को तीनों से बात करने से रोकती थी। लेकिन इजलाल के दिमाग में कुछ ओर ही चल रहा था। वो पिटाई का बदला लेना चाहता था। इस तरह दिया वारदात को अंजाम 22 मई 2008 की रात सुनील ढाका, सुधीर और पुनीत गिरि विक्टोरिया पार्क में स्वीमिंग पूल में दोस्तों के साथ नहा रहे थे। इजलाल ने तीनों को बात करने के बहाने गुदड़ी बाजार बुलाया। तीनों एस्टीम कार से गुदड़ी पहुंचे। यहां पर विवाद हुआ। इसके बाद इजलाल ने सबसे पहले सुधीर उज्जवल को तीन गोलियां मारकर चबूतरे के भीतर जीने के नीचे फेंक दिया। धारदार हथियार से भी कई जगह वार किए। इजलाल ने अपने भाइयों और साथियों से सुनील और पुनीत को पकड़ने के लिए कहा। दोनों को पाइपों से पीटा। मुर्गा बनाया। छुरों से गले काटे गए। तीनों शवों की पोस्टमार्टम रिपोर्ट में सामने आई क्रूरता पोस्टमार्टम रिपोर्ट में सुधीर उज्ज्वल के शरीर पर गोलियों के तीन निशान मिले थे। एक गोली माथे पर, दूसरी गोली कंधे पर और तीसरी गोली घुटने में लगी थी। माथे और सिर की हड्डी टूटी हुई थी। बाएं कंधे और जबड़े पर भी चोट के निशान थे। पुनीत गिरी के गले में 17 सेमी लंबा और साढे़ तीन सेमी गहरा गले की हड्डी तक कटा हुआ घाव था। जिससे नसें और सांस गले की हड्डी तक काटा गया था। चेहरे पर 6.30 सेमी लंबा हड्डी तक कटा हुआ घाव था। बाएं तरफ गर्दन पर पीछे चार सेमी लंबा घाव और सीने पर 2 सेमी लंबा कटा हुआ घाव था। पुनीत की सांस की नाली कटी हुई थी। सिर की हड्डी और आंख के ऊपर की हड्डी तक गहरे घाव थे। मस्तिष्क और झिल्लियां भी फट चुकी थीं। सुनील ढाका की गर्दन पर काटने के कई निशान थे। सांस की नली और रक्त वाहिनियां काटी गईं थी। सीने, सिर, माथे पर आंखों के ऊपर की हड्डियों के कई टुकड़े टूटे हुए थे। गिरफ्तारियां हुईं, 14 के खिलाफ आरोप पत्र दाखिल हुए इजलाल समेत 13 लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया। शीबा सिरोही को हत्या के लिए उकसाने का आरोपी बनाया गया। इसके बाद शीबा सिरोही की गिरफ्तारी हुई। हालांकि इस मुकदमे में शीबा हाईकोर्ट से स्टे आर्डर ले आई, जिसके बाद उसको दो महीने के भीतर ही जमानत मिल गई। शीबा इसके बाद अपनी मां के पास दुबई भी रही। सजा सुनाए जाने तक वो गौतमबुद्धनगर में रहकर नौकरी कर रही थी।

गुदड़ी बाजार ट्रिपल मर्डर का मामला
गुदड़ी बाजार के क्षेत्र में हुई एक दिल दहला देने वाली घटना में तीन लोगों की हत्या कर दी गई थी। इस मामले ने पूरे क्षेत्र में सनसनी फैला दी थी और पुलिस और न्यायालय की जांच में तेजी लाने को मजबूर कर दिया। इससे जुड़े कई दोषियों को अब सजा सुनाई गई है।
कोर्ट का निर्णय और दोषियों की सजा
हाल ही में, स्थानीय कोर्ट ने इस केस में 10 दोषियों को उम्रकैद की सजा सुनाई थी। यह निर्णय कई अदालतों में चली गर्मागर्मी और गवाहों के बयान के बाद आया। सजा सुनाने के बाद, 6 दोषियों को अब सेंट्रल जेल भेज दिया गया है, जबकि 4 दोषी मेरठ जेल में ही बने रहेंगे। इस स्थिति ने न्याय की प्रक्रिया में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है।
न्यायालय की कार्रवाइयाँ
जेल में भेजे गए दोषियों की पहचान को लेकर पुलिस ने सभी जरूरी सुरक्षा उपाय किए हैं। इस तरह के मामलों में न्यायालय का निर्णय हमेशा महत्वपूर्ण होता है, जो समाज में कानून के प्रति विश्वास को बढ़ाता है। इस घटना ने लोगों को अपने अधिकारों और सुरक्षा के प्रति जागरूक किया है।
स्थानीय समुदाय की प्रतिक्रिया
गुदड़ी बाजार के निवासी इस निर्णय पर मिश्रित प्रतिक्रया दे रहे हैं। कुछ लोगों को लगता है कि यह सजा न्याय का एक रूप है, जबकि कुछ का मानना है कि समुदाय को सुरक्षा देने के लिए और भी कदम उठाने की आवश्यकता है। इस मामले ने स्थानीय पुलिस और प्रशासन के कामकाज पर भी सवाल उठाए हैं।
निष्कर्ष
गुदड़ी बाजार ट्रिपल मर्डर मामले में न्याय का निर्णय एक महत्वपूर्ण घटना है। यह दर्शाता है कि किस प्रकार समाज में कानून और व्यवस्था की रक्षा की जाती है। ऐसे मामलों में संवेदनशीलता और सतर्कता बहुत आवश्यक है। अगर आप इस विषय में और जानकारी चाहते हैं, तो अधिक अपडेट के लिए indiatwoday.com पर जाएं। Keywords: गुदड़ी बाजार ट्रिपल मर्डर, गुदड़ी बाजार हत्या मामला, कोर्ट द्वारा उम्रकैद की सजा, गुदड़ी बाजार मर्डर दोषी, मेरठ जेल मर्डर केस, गुदड़ी मोहल्ला हत्या, गुदड़ी बाजार घटनाएँ, गुदड़ी बाजार समाचार, न्यायालय द्वारा सुनाई गई सजा, गुदड़ी बाजार केस अपडेट
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