घटिया मिड-डे मील पर भड़के डीएम:मऊ में विकास कार्यों की समीक्षा बैठक में जताई नाराजगी, अधिकारियों पर गिरेगी गाज
मऊ में जिलाधिकारी प्रवीण मिश्र ने कैंप कार्यालय में आयोजित विकास कार्यों की मासिक समीक्षा बैठक में कई विभागों की कार्यप्रणाली पर गंभीर चिंता व्यक्त की। विशेष रूप से शिक्षा व्यवस्था में पाई गई खामियों को लेकर उन्होंने कड़ा रुख अपनाया। बैठक में सामने आया कि बेसिक शिक्षा विभाग में मध्याह्न भोजन की गुणवत्ता और छात्रों की उपस्थिति अत्यंत निराशाजनक है, जिसके लिए विभाग को डी ग्रेड मिला। इस पर डीएम ने बेसिक शिक्षा अधिकारी को तीन खंड शिक्षा अधिकारियों और संबंधित प्रधानाध्यापकों के विरुद्ध कठोर कार्रवाई के आदेश दिए। अल्पसंख्यक, समाज कल्याण और पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग की पूर्व दशम छात्रवृत्ति योजना में सी ग्रेड मिलने पर भी डीएम ने नाराजगी जताई। साथ ही विद्युत विभाग की दैनिक बिजली आपूर्ति में ई ग्रेड मिलने पर अधिशासी अभियंता को तत्काल सुधार के निर्देश दिए। जिलाधिकारी ने स्पष्ट किया कि सभी विभागों को अपनी कार्यप्रणाली में तत्काल सुधार लाना होगा, अन्यथा कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

घटिया मिड-डे मील पर भड़के डीएम: मऊ में विकास कार्यों की समीक्षा बैठक में जताई नाराजगी, अधिकारियों पर गिरेगी गाज
हाल ही में मऊ में आयोजित विकास कार्यों की समीक्षा बैठक में जिला मजिस्ट्रेट (डीएम) की नाराजगी ने सभी को चौंका दिया। News by indiatwoday.com में हमने देखा कि डीएम ने घटिया मिड-डे मील की गुणवत्ता पर कड़ी टिप्पणी की, जो बच्चों की सेहत के लिए बेहद चिंताजनक है। यह घटना न केवल मिड-डे मील की स्थिति की गंभीरता को दर्शाती है बल्कि अधिकारियों की कार्यप्रणाली पर भी गंभीर सवाल खड़े करती है।
डीएम की कड़ी प्रतिक्रिया
डीएम ने बैठक के दौरान स्पष्ट किया कि यदि गुणवत्ता में सुधार नहीं किया गया तो अधिकारियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने बताया कि गुणवत्ताहीन मिड-डे मील बच्चों की सेहत को प्रभावित कर रहा है, और यह किसी भी प्रकार से सहन नहीं किया जा सकता। अधिकारियों को यह संदेश साफ-साफ मिला कि अब स्तर पर ही बदलाव लाना होगा।
विकास कार्यों की समीक्षा
बैठक में विकास कार्यों की अनेक योजनाओं पर चर्चा की गई, जिसमें शिक्षा, स्वास्थ्य और आधारभूत संरचना के विकास शामिल हैं। मिड-डे मील योजना एक महत्वपूर्ण पहल है, और इसके कार्यान्वयन में गंभीर लापरवाही को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। डीएम ने सभी संबंधित अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए कि उन्हें अपने कर्तव्यों का पालन करने में कोई कसर नहीं छोड़नी चाहिए।
स्थानीय प्रशासन का बेहतर कार्य
स्थानीय प्रशासन को इस मुद्दे पर तुरंत ध्यान देने की आवश्यकता है। घटिया गुणवत्ता के कारण बच्चों के स्वास्थ्य को खतरा पैदा हो रहा है। डीएम की नाराजगी इस बात का संकेत है कि प्रशासन को चाहिए कि वे बच्चों को गुणवत्तापूर्ण भोजन देने की आवश्यकताओं का उचित ध्यान रखें। इस बैठक में उठाए गए मुद्दे भविष्य में बेहतर प्रशासन के लिए आधारशिला साबित हो सकते हैं।
इस प्रकार, यह स्पष्ट है कि मिड-डे मील योजना में सुधार आवश्यक है और अधिकारियों को इसके लिए गंभीर और त्वरित कदम उठाने की आवश्यकता है।
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