जहां रंग चले वहां न जाएं, देरी से पढ़े नमाज:अलीगढ़ में शहर मुफ्ती ने की अपील; बोले, मस्जिदों में एक घंटे बढ़ा दे नमाज का समय
होली के दिन रमजान का जुमा पड़ रहा है। इस दिन मुस्लिम समाज के लोग नमाज अदा करेंगे, वहीं दूसरी ओर हिंदू धर्म से जुड़े लोग होली खेलेंगे। ऐसे में शहर मुफ्ती मोहम्मद खालिद हमीद ने मुस्लिम समाज के लोगों से अपील की है कि वह संयम और ऐहतिहाद बरतें। जिन इलाकों में रंग खेला जा रहा है, वह वहां पर न जाएं। होली खत्म होने और नमाज शुरू होने का समय आसपास ही रहता है। इसलिए इस जुमे को नमाज एक घंटे बाद अदा कर लें। जिससे रंग खत्म होने के बाद वह अपने घरों से निकलें और बिना किसी विवाद के नमाज अदा करके वापस आ सकें। जहां रंग खेला जाए, वहां न जाएं शहर मुफ्ती ने कहा कि जिन इलाकों में ज्यादा रंग खेला जा रहा हो, वहां पर न जाएं। उस इलाके बजाय दूसरे इलाके में जाकर रंग खेल लें। होली खेलने का समय दोपहर 1 बजे तक रहता है। इसके बाद लोग रंग खेलना लगभग बंद कर देते हैं। इसलिए जिन मस्जिदों में दोपहर 1 बजे नमाज पढ़ी जाती है, वह एक घंटे देरी से दोपहर 2 बजे तक नमाज पढ़ लें। इससे दोनों पक्षों के लोगों को किसी तरह की परेशानी नहीं होगी। वहीं शहर में आपसी सौहार्द और प्रेम भी बना रहेगा। इस दौरान पु़लिस और प्रशासन का भी पूरी तरह से सहयोग करें। होली खेलने का समय भी करें कम हिंदू समाज के लोगों से शहर मुफ्ती ने अपील की है कि जिन इलाकों में मस्जिदें हैं, वहां पर होली खेलने के समय में आधे घंटे की कटौती कर लें। होली खेलने का समय 1 बजे तक का है तो वह उसे 12:30 बजे तक कर लें। इससे समाज में आपसी प्रेम का संदेश जाएगा। इस दौरान किसी के बहकावे में न आएं और अपने विवेक से काम करें। अगर कोई व्यक्ति किसी तरह की गड़बड़ी करने की कोशिश करता है तो उसकी जानकारी तत्काल पुलिस और क्षेत्रिय अधिकारी को दें।

जहां रंग चले वहां न जाएं, देरी से पढ़ें नमाज: अलीगढ़ में शहर मुफ्ती ने की अपील
अलीगढ़ के शहर मुफ्ती ने हाल ही में एक महत्वपूर्ण अपील की है जिसमें उन्होंने नागरिकों से कहा है कि वे उन स्थानों से दूर रहें जहाँ रंग चले रहे हैं। उनका यह बयान ऐसे समय में आया है जब कई लोग त्योहारों और कार्यक्रमों के बीच अपनी धार्मिक गतिविधियों को प्राथमिकता नहीं दे पा रहे हैं। मुफ्ती ने यह भी कहा कि नमाज पढ़ने का समय मस्जिदों में एक घंटे बढ़ा दिया जाए, ताकि लोग अपनी धार्मिक जिम्मेदारियों को उचित रूप से निभा सकें।
अपील का संदर्भ
शहर मुफ्ती की इस अपील का मुख्य उद्देश्य लोगों को धार्मिक मामलों में सजग और अनुशासित रहने के लिए प्रेरित करना है। अलीगढ़ की सांस्कृतिक विविधता और धार्मिक आस्थाएँ इसे एक अनोखा बनाती हैं, लेकिन ऐसे समय में जब त्योहारों का बाजार गर्म होता है, नागरिकों को एक संतुलित दृष्टिकोण अपनाने की आवश्यकता है। मुफ्ती ने कहा कि नमाज का समय बढ़ाने से यह सुनिश्चित किया जा सकेगा कि लोग अपने अन्य कामों में व्यस्त रहने के बावजूद समय पर नमाज पढ़ सकें।
नमाज का समय बढ़ाने की आवश्यकता
मुफ्ती के अनुसार, मस्जिदों में एक घंटे का अतिरिक्त समय जोड़ने से न केवल नमाज पढ़ने वाला हर व्यक्ति लाभान्वित होगा बल्कि यह समुदाय में एकता और भाईचारे की भावना को भी बढ़ाएगा। उन्होंने नागरिकों से यह अपील की कि वे अपने धार्मिक कर्तव्यों के प्रति सचेत रहें और रंग उत्सवों से दूर रहें।
समुदाय का समर्थन
शहर मुफ्ती की इस अपील का व्यापक समर्थन मिलता दिखाई दे रहा है। कई संगठनों और व्यक्तियों ने इस पहल का स्वागत किया है और इसे धार्मिक अनुशासन और समर्पण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना है। अलीगढ़ के स्थानीय नेता भी इस संबंध में खुलकर बोल रहे हैं और मुफ्ती के विचारों का समर्थन कर रहे हैं।
इस अपील के जरिए मुफ्ती ने एक महत्वपूर्ण संदेश दिया है कि किसी भी समय अपने धार्मिक कर्तव्यों को प्राथमिकता देनी चाहिए। इसलिए, यह आवश्यक है कि हम अपने समय का उचित प्रबंधन करें और अपने धार्मिक अनुष्ठान को नहीं भूलें।
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