जॉर्ज सोरोस को मिला अमेरिका का सर्वोच्च नागरिक सम्मान:राष्ट्रपति बाइडेन ने सोरोस के बेटे को सौंपा फ्रीडम मेडल; मस्क बोले- ये हास्यास्पद
विवादित अमेरिकी बिजनैसमेन जॉर्ज सोरोस समेत 18 लोगों को राष्ट्रपति बाइडेन ने शनिवार को सर्वोच्च अमेरिकी नागरिक सम्मान (प्रेसिडेंशियल मेडल ऑफ फ्रीडम) दिया। जॉर्ज सोरोस की जगह उनके बेटे एलेक्स सोरोस मेडल लेने पहुंचे। सोरोस को फ्रीडम मेडल मिलने पर टेस्ला के मालिक इलॉन मस्क ने भी प्रतिक्रिया दी है। मस्क ने मेडल देने के फैसले को हास्यास्पद बताया है। दूसरी तरफ सोरोस को मेडल देने के फैसले पर व्हाइट हाउस ने कहा कि इस लिस्ट में सोरोस का नाम जोड़ने को लेकर व्हाइट हाउस ने बयान भी दिया है। जॉर्ज सोरोस को इसलिए सम्मानित किया जा रहा है क्योंकि उन्होंने दुनियाभर में ऐसे संगठन का समर्थन किया है जो लोकतंत्र, मानवाधिकार, शिक्षा और सामाजिक न्याय को मजबूत करते हैं। पूर्व विदेश मंत्री हिलेरी क्लिंटन को भी मिला सम्मान सोरोस के अलावा इस लिस्ट में पूर्व विदेश मंत्री हिलेरी क्लिंटन को भी प्रेसिडेंशियल मेडल ऑफ फ्रीडम से सम्मानित किया गया। इस मेडल के कुल 19 लोगों को चुना गया था। हालांकि इनमें से 18 ही मेडल लेने पहुंचे। अर्जेंटीना के स्टार फुटबॉलर लियोनल मेसी मेडल लेने नहीं पहुंच सके। इनके अलावा पूर्व अटॉर्नी जनरल रॉबर्ट कैनेडी फैशन डिजाइनर राल्फ लॉरेन, एक्टर डेंजेल वॉशिंगटन जैसे दिग्गजों का नाम भी इस लिस्ट में है। जिन लोगों को पुरस्कार मिला है वे राजनीति, खेल, एंटरटेनमेंट, ह्यूमन राइट्स, LGBTQ+, विज्ञान जैसे क्षेत्रों से जुड़े हैं। प्रधानमंत्री मोदी के विरोधी रहे हैं जॉर्ज सोरोस जॉर्ज सोरोस का जन्म 12 अगस्त, 1930 को हंगरी की राजधानी बुडापेस्ट में हुआ था। जॉर्ज पर दुनिया के कई देशों की राजनीति और समाज को प्रभावित करने का एजेंडा चलाने का आरोप है। सोरोस की संस्था ‘ओपन सोसाइटी फाउंडेशन’ ने 1999 में पहली बार भारत में एंट्री की। 2014 में इसने भारत में दवा, न्याय व्यवस्था को बेहतर बनाने और विकलांग लोगों को मदद करने वाली संस्थाओं को फंड देना शुरू किया। 2016 में भारत सरकार ने देश में इस संस्था के जरिए होने वाली फंडिंग पर रोक लगा दी। अगस्त 2023 में जॉर्ज का म्यूनिख सिक्योरिटी काउंसिल में दिया बयान बेहद चर्चा में रहा। जब उन्होंने कहा था कि भारत लोकतांत्रिक देश है, लेकिन प्रधानमंत्री मोदी लोकतांत्रिक नहीं हैं। सोरोस ने CAA, 370 पर भी विवादित बयान दिए सोरोस ने भारत में नागरिकता संशोधन कानून यानी CAA और कश्मीर से आर्टिकल 370 हटाए जाने पर भी PM मोदी पर निशाना साधा था। सोरोस ने दोनों मौकों पर कहा था कि भारत हिंदू राष्ट्र बनने की तरफ बढ़ रहा है। दोनों ही मौकों पर उनके बयान बेहद तल्ख थे। किन लोगों को दिया जाता प्रेसिडेंशियल मेडल ऑफ फ्रीडम सम्मान व्हाइट हाउस के मुताबिक यह प्रतिष्ठित पुरस्कार उन लोगों को दिया जाता है, जिन्होंने अमेरिका की समृद्धि, मूल्यों, वैश्विक शांति या या फिर सामाजिक, सार्वजनिक क्षेत्रों अहम योगदान दिया है। इस मामले में व्हाइट हाउस ने बयान जारी कर कहा- उन्हें इसलिए चुना गया है क्योंकि वे अच्छे लोग हैं जिन्होंने अपने देश और विश्व के लिए असाधारण योगदान दिया है। इस साल सम्मानित होने वाले और लोगों में एक एनजीओ के संस्थापक जोस एंड्रेस और पर्यावरणविद रिसर्चर जेल गुडॉल का नाम शामिल है। हिलेरी क्लिंटन अमेरिका की विेदेश मंत्री रह चुकी है। उन्होंने साल 2016 में डोनाल्ड ट्रम्प के खिलाफ राष्ट्रपति का चुनाव लड़ा था। उस दौरान वो हार गईं थीं। चार लोगों को मरणोपरांत मिला पुरस्कार चार लोगों को मरणोपरांत मेडल दिया गया है। इनमें डेमोक्रेटिक नेता फैनी लू हैमर, पूर्व अटॉर्नी जनरल रॉर्बट कैनेडी, मिशिगन गवर्नर जॉर्ज रोमनी और पूर्व रक्षा सचिव ऐश कार्टर शामिल हैं।

जॉर्ज सोरोस को मिला अमेरिका का सर्वोच्च नागरिक सम्मान
फ्रीडम मेडल का सम्मान
हाल ही में अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने जॉर्ज सोरोस के बेटे, अलेक्ज़ेंडर सोरोस को फ्रीडम मेडल सौंपा। यह सम्मान उन लोगों को दिया जाता है जिन्होंने मानवता और लोकतंत्र के लिए उल्लेखनीय योगदान दिया है। यह पुरस्कार अलेक्ज़ेंडर को उन पहलुओं के लिए दिया गया जो उनके पिता की विरासत को आगे बढ़ाते हैं। राष्ट्रपति बाइडेन ने इस अवसर पर कहा कि जॉर्ज सोरोस ने दुनिया भर में लोकतंत्र के समर्थन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
एलन मस्क की प्रतिक्रिया
इस सम्मान पर टेस्ला और स्पेसएक्स के CEO एलन मस्क ने अपनी तीखी टिप्पणी की। मस्क ने माइक्रोब्लॉगिंग प्लेटफार्म पर इसे 'हास्यास्पद' करार दिया। उन्होंने इस पुरस्कार के चयन प्रक्रिया पर सवाल उठाते हुए कहा कि यह सम्मान विवादास्पद और प्रशंसा के योग्य नहीं है। मस्क की यह टिप्पणी इस पुरस्कार की राजनीति को लेकर सामाजिक मीडिया पर चर्चा का विषय बनी हुई है।
अमेरिका में नागरिक सम्मान
फ्रीडम मेडल अमेरिका का सर्वोच्च नागरिक सम्मान है, जिसे केवल कुछ चुनिंदा व्यक्तियों को दिया जाता है। यह सम्मान उन लोगों को दिया जाता है जिन्होंने स्वतंत्रता, मानवाधिकार और न्याय की दिशा में अद्वितीय कार्य किए हैं। जॉर्ज सोरोस के अलावा, इस पुरस्कार के प्राप्तकर्ताओं में कई प्रभावशाली व्यक्ति शामिल हैं, जिन्होंने वैश्विक स्तर पर सामाजिक परिवर्तन लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
वास्तविकता और प्रतिष्ठा
इस सम्मान के पीछे जॉर्ज सोरोस का सामाजिक न्याय में योगदान है, लेकिन इस सम्मान को लेकर विभिन्न दृष्टिकोण भी मौजूद हैं। कुछ लोग इस पुरस्कार की व्यवस्था और इसके चयन में राजनीति का घालमेल मानते हैं। इस पर चर्चा करना आवश्यक है कि कैसे एक व्यक्ति का योगदान और उसके विचार बिनाबात के महत्वपूर्ण होते हैं या नहीं।
राष्ट्रपति बाइडेन ने इस सम्मान को मान्यता दी है, लेकिन मस्क की टिप्पणियाँ दर्शाती हैं कि समाज में इस विषय पर अलग-अलग राय हैं। ऐसे में यह देखना दिलचस्प होगा कि इस विषय पर आगे क्या चर्चा होती है।
News by indiatwoday.com Keywords: जॉर्ज सोरोस, अमेरिका का सर्वोच्च नागरिक सम्मान, फ्रीडम मेडल, राष्ट्रपति बाइडेन, अलेक्ज़ेंडर सोरोस, एलन मस्क, मानवाधिकार, सामाजिक न्याय, पुरस्कार, विवादास्पद पुरस्कार, राजनीति, नागरिक सम्मान, दुनिया भर में लोकतंत्र, प्रभावशाली व्यक्ति.
What's Your Reaction?






