टीचर के घर लूट करने वाले 2 आरोपी भी अरेस्ट:तीसरे आरोपी से पुलिस की मुठभेड़, पैर में गोली लगने से घायल; दो आरोपी पहले ही गिरफ्तार
मेरठ में एक टीचर के घर हुई 40 लाख रुपए की लूट का मामला पुलिस ने सुलझा लिया है। मेडिकल थाना क्षेत्र में 10 जनवरी को हुई इस वारदात में बदमाशों ने टीचर रविंद्र अग्रवाल की 15 वर्षीय बेटी को बंधक बनाकर लूटपाट की थी। पुलिस ने अब तक तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। रविवार को पुलिस और तीसरे आरोपी निशु के बीच मुठभेड़ हुई, जिसमें बदमाश के पैर में गोली लगी। घायल अवस्था में उसे मेडिकल अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इससे पहले शनिवार को पुलिस ने एक अन्य आरोपी विशाल को मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार किया था। एक नाबालिग आरोपी को भी पुलिस पहले ही हिरासत में ले चुकी है। एसपी सिटी आयुष विक्रम सिंह के अनुसार, घटना की जांच के लिए सीओ सिविल लाइन के नेतृत्व में तीन टीमों का गठन किया गया था। जांच में एक दर्जन से अधिक सीसीटीवी फुटेज की जांच की गई, जिससे अब्दुल्लापुर निवासी विशाल की पहचान हुई। घटना में बदमाश संदली खरीदने के बहाने घर में घुसे थे। पुलिस ने आरोपियों से लूटी गई नकदी और सोने-चांदी के जेवरात भी बरामद कर लिए हैं।

टीचर के घर लूट करने वाले 2 आरोपी भी अरेस्ट: तीसरे आरोपी से पुलिस की मुठभेड़, पैर में गोली लगने से घायल
हाल ही में एक शिक्षक के घर में हुई लूट की घटना ने पूरे क्षेत्र में हलचल मचा दी थी। पुलिस ने इस मामले में तेजी से कार्रवाई करते हुए दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। लूट का यह मामला उस समय चर्चा में आया जब शिक्षक ने पुलिस को रिपोर्ट किया कि उनके घर में चोरी हुई है। इसके बाद से ही पुलिस आरोपियों की तलाश में जुट गई थी।
गिरफ्तारी की प्रक्रिया
पुलिस की जांच में दोनों आरोपियों की पहचान हुई, जो इलाके के ही रहने वाले थे। इन्हें गिरफ्तार करने के लिए पुलिस ने त्वरित कार्रवाई की और दोनों को न्यायालय में पेश किया। इस दौरान, तीसरे आरोपी की पहचान भी हुई, जिसके बाद पुलिस ने उसे पकड़ने का प्रयास किया। लेकिन, आरोपी ने पुलिस पर गोली चला दी, जिसके जवाब में पुलिस ने भी जवाबी फायरिंग की, जिससे आरोपी घायल हो गया।
घायल आरोपी का इलाज
पैर में गोली लगने की वजह से आरोपी को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पुलिस अधिकारियों ने कहा है कि घायल आरोपी का इलाज चल रहा है, और उसके स्वस्थ होते ही उससे पूछताछ की जाएगी। इस घटना से सबक लेते हुए पुलिस ने क्राइम को कम करने के लिए सख्त कदम उठाने का निर्णय लिया है।
स्थानीय लोगों की प्रतिक्रिया
स्थानीय लोगों ने इस घटना को लेकर चिंताओं का इज़हार किया है। उन्हें अब अपने क्षेत्र में पुलिस की सक्रियता और सुरक्षा व्यवस्था पर नजर रखने की आवश्यकता महसूस हो रही है। एक स्थानीय निवासी ने कहा, “हम चाहते हैं कि हमारे क्षेत्र में इस तरह की घटनाएँ न हों। पुलिस को ऐसे अपराधियों के प्रति कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए।”
निष्कर्ष
इस लूटकांड के मामले में पुलिस की कार्रवाई प्रशंसा योग्य है। आरोपी जल्दी गिरफ्तार हुए और पुलिस ने गंभीरता से लूट की घटनाओं पर नकेल कसी है। भविष्य में इस तरह की घटनाएँ न हों, इसके लिए पुलिस और समुदाय का सहयोग आवश्यक है।
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