ट्रम्प ने बाइडेन के 78 फैसले पलटे:क्लाइमेट डील से अमेरिका को बाहर किया; कनाडा और मेक्सिको पर फरवरी से 25% टैरिफ
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने सोमवार देर रात शपथ लेने के सिर्फ 6 घंटे के अंदर ही ट्रम्प ने बाइडेन के 78 फैसलों को पलट दिया है। शपथ ग्रहण के बाद ट्रम्प कैपिटल वन एरिना पहुंचे। यहां उन्होंने लोगों के सामने बाइडेन के फैसलों को पलटने समेत कई कार्यकारी आदेशों पर साइन किए। ट्रम्प ने LGBTQ समुदाय को समानता देने से जुड़े बाइडेन के आदेश को पलट दिया है। इसके अलावा पेरिस क्लाइमेट एग्रीमेंट से अमेरिका को बाहर निकालने का आदेश भी दिया है। ट्रम्प ने अपने पहले कार्यकाल में भी अमेरिका को इस एग्रीमेंट से बाहर किया था, जिसे बाद में बाइडेन ने पलट दिया था। इसके बाद डोनाल्ड ट्रम्प व्हाइट हाउस पहुंचे। यहां भी उन्होंने कई कार्यकारी आदेशों पर साइन किए। इनमें 6 जनवरी की हिंसा के दोषियों को माफ और रिहा करने और विश्व स्वास्थ्य संगठन से अमेरिका को बाहर निकालने का आदेश शामिल है। ट्रम्प 1 फरवरी से कनाडा और मेक्सिको पर नए टैरिफ लागू करेंगे। ट्रम्प ने बताया कि वे पड़ोसियों पर 25% तक टैरिफ लगाएंगे। नौकरियों में भर्ती और वर्क फ्रॉम होम पर रोक डोनाल्ड ट्रम्प ने कार्यकारी आदेश जारी कर संघीय नौकरियों में भर्ती पर रोक लगा दी है। हालांकि सेना में होने वाली भर्तियों को इसमें छूट दी गई है। ट्रम्प ने सभी संघीय कर्मचारियों को ऑफिस आकर काम करने का आदेश दिया है। उनके वर्क फ्रॉम होम पर रोक लगा दी है। ट्रम्प के सहयोगी इलॉन मस्क ने चुनाव के दौरान सिविल सेवकों की संख्या में कटौती और उनके वर्क फ्रॉम होम पर रोक लगाने की बात कही थी। अपने पहले आदेश में बाइडेन के 78 फैसलों को पलटने के साथ ही क्यूबा को फिर से आतंकवाद को बढ़ावा देने वाले देशों की लिस्ट में डाल दिया। बाइडेन ने इसी महीने क्यूबा को इस लिस्ट से बाहर किया था। ट्रम्प ने दवाओं की कीमतों के कम करने वाले आदेश को भी पलट दिया है। इसके अलावा ट्रम्प ने गल्फ ऑफ मेक्सिको का नाम बदलकर गल्फ ऑफ अमेरिका करने वाले आदेश पर भी साइन किए। कैपिटल हिल हिंसा के 1600 आरोपियों को माफी ट्रम्प ने पहले कार्यकाल में 6 जनवरी 2021 को हुई कैपिटल हिल हिंसा के करीब 1600 आरोपियों को रिहा करने का फैसला किया है। इनमें 22 साल की सजा काट रहे प्राउड बॉयज ग्रुप के लीडर एनरिक टारियो को भी माफी दी गई है। न्यूयॉर्क टाइम्स के मुताबिक एनरिक को लुइजियाना की जेल से रिहा कर दिया गया है। एनरिक सबसे ज्यादा सजा पाने वाले लोगों में शामिल थे। दोषियों को रिहा करने के आदेश के बाद बड़ी संख्या में लोग वॉशिंगटन डीसी के जेल के बाहर पहुंचे। पेरिस एग्रीमेंट और विश्व स्वास्थ्य संगठन से अमेरिका बाहर डोनाल्ड ट्रम्प ने पेरिस क्लाइमेट एग्रीमेंट और विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) से अमेरिका को बाहर कर लिया है। ट्रम्प कोविड-19 के समय से WHO की आलोचना करते रहे हैं। ट्रम्प ने जुलाई 2020 में भी अमेरिका को औपचारिक तौर पर WHO से बाहर कर लिया था। उन्होंने इसके पीछे कोविड-19 को फैलने से रोकने में WHO की विफलता को वजह बताया है। ट्रम्प ने चीन के शॉर्ट वीडियो ऐप टिकटॉक पर प्रतिबंध लगाने वाले कोर्ट के आदेश को रोकने के लिए आदेश जारी किया है। ट्रम्प बोले- अमेरिका को फिर महान बनाएंगे शपथ के बाद ट्रम्प ने 30 मिनट तक देश को संबोधित भी किया। अपने पहले भाषण में उन्होंने कहा, 'अमेरिका का स्वर्ण युग अभी शुरू हो रहा है। इस दिन से हमारा देश फिर समृद्ध होगा और पूरी दुनिया में इसका सम्मान किया जाएगा। मैं बहुत ही सरलता से अमेरिका को सबसे पहले रखूंगा। हमारी सुरक्षा बहाल होगी। न्याय के तराजू को फिर संतुलित किया जाएगा। हम फिर से अमेरिका को महान बनाएंगे।' ----------------------- ट्रम्प से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें... 8 साल की उम्र में करोड़पति बन गए थे ट्रम्प:फेमस होने के लिए ब्यूटी कॉन्टेस्ट खरीदे, भाई की मौत पर जिंदगीभर के लिए शराब छोड़ी तारीख- 20 जनवरी, 2025 जगह - कैपिटल हिल, वॉशिंगटन डोनाल्ड ट्रम्प ने कहा- मैं पूरी ईमानदारी से शपथ लेता हूं कि मैं सभी विदेशी और घरेलू दुश्मनों से अमेरिका के संविधान की हिफाजत करूंगा। मैं इसके प्रति सच्ची आस्था और निष्ठा रखूंगा। पूरी खबर यहां पढ़ें...

अमेरिकी राजनीति में बड़ा बदलाव
डोनाल्ड ट्रम्प ने हाल ही में राष्ट्रपति जो बाइडेन द्वारा किए गए कई महत्वपूर्ण फैसलों को पलट दिया है। इस फैसले की महत्वपूर्ण विशेषताओं में शामिल हैं अमेरिका का पेरिस जलवायु समझौते से निकलना और कनाडा तथा मेक्सिको पर 25% टैरिफ्स लगाना। इस लेख में हम ट्रम्प के इस फैसले के प्रभावों और परिणामों पर चर्चा करेंगे।
क्लाइमेट डील से बाहर निकलना
ट्रम्प के अनुसार, पेरिस समझौता अमेरिका के लिए आर्थिक रूप से नुकसानदायक था। उनका मानना है कि इससे अमेरिका की औद्योगिक वृद्धि पर नकारात्मक प्रभाव पड़ेगा। जबकि बाइडेन ने इसे जलवायु परिवर्तन से लड़ने के लिए एक महत्वपूर्ण पहल माना था। अब ट्रम्प के फैसले से यह स्पष्ट है कि अमेरिका फिर से अपने आर्थिक हितों को प्राथमिकता देने के लिए तैयार है।
कनाडा और मेक्सिको पर 25% टैरिफ
ट्रम्प द्वारा ऐसे टैरिफ को लागू करने की योजना से व्यापार में निश्चितता की कमी आएगी। यह कदम अमेरिकी निर्माताओं के लिए सुरक्षा का एक संकेत देता है, लेकिन साथ ही यह अंतरराष्ट्रीय संबंधों को प्रभावित कर सकता है। कनाडा और मेक्सिको के साथ व्यापारिक संबंधों में तनाव आ सकता है, जो अमेरिका की अर्थव्यवस्था के लिए चिंता का विषय है।
ताजा स्थिति और प्रतिक्रियाएँ
अमेरिका में इस मुद्दे पर विभाजन देखा जा रहा है। कुछ लोग ट्रम्प के कदमों का स्वागत कर रहे हैं, जबकि अन्य इसे अमेरिका की वैश्विक छवि को नुकसान देने वाला मान रहे हैं। जिन देशों के साथ वे व्यापारिक संबंध बनाये हुए हैं, उनके साथ तनाव बढ़ सकता है, जिससे वैश्विक व्यापार में अस्थिरता आ सकती है।
समापन और भविष्य की संभावनाएँ
इस समय अमेरिका की राजनीति में असमंजस की स्थिति दिख रही है। ट्रम्प के निर्णय भविष्य में अमेरिकी नीतियों को कैसे प्रभावित करेंगे, यह अब देखना बाकी है। बाइडेन प्रशासन को इस चुनौती का सामना करने के लिए अपनी रणनीतियों का पुनर्विचार करना पड़ सकता है। Keywords: ट्रम्प बाइडेन विवाद, जलवायु समझौता अमेरिका, कनाडा मेक्सिको व्यापार टैरिफ, ट्रम्प प्रशासन नीतियां, अमेरिकी आर्थिक संबंध, अंतरराष्ट्रीय राजनीति
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