तिब्बत में भूकंप से तबाही:काशी में तिब्बतियों ने दीप जलाकर दी श्रद्धांजलि,घायलों के ठीक होने की कामना की

तिब्बत में आये भूकंप में मृत दर्जनों तिब्बतियों के लिए सारनाथ केंद्रीय उच्च तिब्बती शिक्षा संस्थान में छात्र कल्याण समिति के तत्वावधान में दीप जलाए गए। इसके साथ ही घायलों के अच्छे स्वास्थ्य की कामना की गई। छात्र कल्याण समिति के अध्यक्ष सेरिंग ताशी के नेतृत्व में अतिशा हाॅल में बुधवार की शाम सात बजे से दलाई लामा के चित्र पर खाता अर्पित किया गया। 108 दीप जलाकर दी श्रद्धांजलि समिति के लोगों ने भूकंप में मृत तिब्बतियों की आत्मा की शांति के लिए 108 दीप जलाकर पूजा की गई। इसके बाद दो मिनट का माैन रखा गया। अध्यक्ष सेरिंग ताशी ने बताया कि कर्नाटक के ताशी लहुनपो बौद्ध मठ से दलाई लामा ने तिब्बत में आए भूकंप में मृत तिब्बतियों के लिए दुख जताया है। तिब्बत में आया था जोरदार भूकंप भिक्षु डॉ. नवांग तम्फेल ने कहा - तिब्बत के एक क्षेत्र में मंगलवार सुबह आए शक्तिशाली भूकंप में मरने वालों की तादाद बढ़कर 120 हो गई है। इस भूकंप के झटके हिमालय के पार नेपाल, भूटान और उत्तरी भारत के कुछ हिस्सों में भी महसूस किए गए। उन्होंने भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण के अनुसार, 7.1 तीव्रता का यह भूकंप स्थानीय समयानुसार सुबह 9:05 बजे 10 किलोमीटर (6.2 मील) की गहराई पर आया और इसके बाद 40 से ज्यादा आफ्टरशॉक्स भी आए। इस भूकंप की शक्ति ने हिमालयी गांवों में घरों को गिरा दिया, पास के तिब्बती पवित्र शहर को हिला दिया और माउंट एवरेस्ट बेस कैंप में आए पर्यटकों को भी झकझोर दिया।

Jan 8, 2025 - 22:00
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तिब्बत में भूकंप से तबाही:काशी में तिब्बतियों ने दीप जलाकर दी श्रद्धांजलि,घायलों के ठीक होने की कामना की
तिब्बत में आये भूकंप में मृत दर्जनों तिब्बतियों के लिए सारनाथ केंद्रीय उच्च तिब्बती शिक्षा संस्

तिब्बत में भूकंप से तबाही

तिब्बत में हाल ही में आए एक भूकंप ने पूरे क्षेत्र में अफरा-तफरी मचा दी है। इस विनाशकारी घटना ने स्थानीय लोगों के जीवन को प्रभावित किया है और अनेक घायलों की संख्या बढ़ गई है। इस संकट की घड़ी में, काशी में बसे तिब्बतियों ने एकजुट होकर घायलों और शहीदों की श्रद्धांजलि देने का निर्णय लिया।

काशी में श्रद्धांजलि का आयोजन

काशी में तिब्बती समुदाय ने एक विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया, जिसमें दीप जलाकर भूकंप के पीड़ितों को श्रद्धांजलि अर्पित की गई। यह एक भावनात्मक पल था, जहाँ लोगों ने एकत्रित होकर प्रार्थना की और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की। इस अलौकिक आयोजन में तिब्बती संस्कृति और परंपरा की झलक देखने को मिली।

घायलों के लिए सहायता

कई तिब्बती संगठनों ने भूकंप से प्रभावित लोगों के लिए राहत कार्य आरंभ किया है। धन इकट्ठा करने, चिकित्सा सहायता प्रदान करने और आवश्यक वस्तुओं का वितरण करने के लिए विभिन्न योजनाएं बनाईं जा रही हैं। इन प्रयासों का मुख्य उद्देश्य यह है कि जो भी लोग इस आपदा का शिकार हुए हैं, उन्हें शीघ्र सहायता मिल सके।

समुदाय की एकजुटता

भूकंप ने न केवल तिब्बत में बल्कि अन्य स्थानों पर भी सभी को एकजुट होने की आवश्यकता का एहसास कराया है। काशी में जलाए गए दीपों ने एकता और प्रेम का प्रतीक निर्माण किया है। सभी ने मिलकर यह दिखाया कि संकट के समय में हम सब एक ही परिवार हैं।

भूकंप की इस त्रासदी से सभी प्रभावित हुए हैं, लेकिन काशी के तिब्बतीयों ने जो एकजुटता दिखाई है, वह प्रेरणादायक है। यह मानवता की सेवा का एक अनूठा उदाहरण है।

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