तीसरी तिमाही में SBI का मुनाफा 84% बढ़कर ₹16,891 करोड़:टोटल इनकम 15% बढ़कर ₹1.28 लाख करोड़ रही; एक साल में 16% चढ़ा शेयर
देश के सबसे बड़ा सरकारी बैंक स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) को वित्त वर्ष 2024-25 की तीसरी तिमाही में 16,891.44 करोड़ रुपए का शुद्ध मुनाफा (स्टैंडअलोन नेट प्रॉफिट) हुआ है। सालाना आधार पर इसमें 84.32% की बढ़ोतरी हुई है। एक साल पहले यानी वित्त वर्ष 2023-24 की तीसरी तिमाही में बैंक को 9163.96 करोड़ रुपए का मुनाफा हुआ था। बैंक की टोटल इनकम 15.13% बढ़ी अक्टूबर-दिसंबर तिमाही में बैंक की टोटल इनकम सालाना आधार पर 8.69% बढ़कर 1,28,467.39 करोड़ रुपए रही। पिछले साल की समान तिमाही में यह 1,18,192.68 करोड़ रुपए रही थी। पिछली तिमाही के मुकाबले यह -0.52% कम हुई है। जुलाई-सितंबर बैंक की टोटल इनकम 1,29,141.11 करोड़ रुपए रही थी। नेट इंटरेस्ट इनकम 4% बढ़ी अक्टूबर-दिसंबर तिमाही में SBI की नेट इंटरेस्ट इनकम (NII) यानी शुद्ध ब्याज आय सालाना (YoY) आधार पर 4% बढ़कर 41,445.51 करोड़ रुपए रही। पिछले साल की समान तिमाही में ये 39,815.73 करोड़ रुपए रही थी। जुलाई-सितंबर तिमाही में यह 41,619.54 करोड़ रुपए रहा था। तिमाही आधार पर इसमें कोई बड़ा बदलाव नहीं हुआ है। क्या होता है स्टैंडअलोन और कंसॉलिडेटेड? कंपनियों के रिजल्ट दो भागों में आते हैं- स्टैंडअलोन और कंसॉलिडेटेड। स्टैंडअलोन में केवल एक सेगमेंट या यूनिट का वित्तीय प्रदर्शन दिखाया जाता है। जबकि, कंसॉलिडेटेड या समेकित फाइनेंशियल रिपोर्ट में पूरी कंपनी की रिपोर्ट दी जाती है। वापस नहीं मिली राशि NPA हो जाती है बैंक जो लोन या एडवांस देता है, अगर वह समय पर वापस नहीं मिलाता है तो उस राशि को बैंक NPA यानी नॉन-परफॉर्मिंग एसेट घोषित कर देता है। सामान्य तौर पर 90 दिनों तक रिटर्न नहीं मिलने की स्थिति में लोन या एडवांस अमाउंट को बैंक NPA की लिस्ट में डाल देता है। इसका मतलब यह की इस राशि से बैंक को फिलहाल कोई फायदा नहीं मिल रहा है। छह महीने में 5% गिरा SBI का शेयर नतीजों के बाद स्टेट बैंक ऑफ इंडिया का शेयर1.58% गिरकर 753 के स्तर पर बंद हुआ। बैंक के शेयर ने पिछले एक महीने में 2.89% और 6 महीने में 5.48% का निगेटिव रिटर्न दिया है। बीते एक साल में SBI का शेयर 15.95% चढ़ा है। बैंक का मार्केट कैप 6.71 लाख करोड़ रुपए है। देश का सबसे बड़ा सरकारी बैंक है SBI SBI भारतीय स्टेट बैंक देश का सबसे बड़ा सरकारी बैंक है। SBI में सरकार की 57.59% हिस्सेदारी है। 1 जुलाई 1955 को इसकी स्थापना हुई थी। बैंक का मुख्यालय मुंबई में है। वहीं बैंक की 22,500 से ज्यादा ब्रांच और 50 करोड़ से ज्यादा ग्राहक हैं। बैंक दुनिया के 29 देशों में काम करता है। भारत के बाहर इसकी 241 ब्रांच हैं।

तीसरी तिमाही में SBI का मुनाफा 84% बढ़कर ₹16,891 करोड़
State Bank of India (SBI) ने तीसरी तिमाही में अत्यधिक सकारात्मक वित्तीय प्रदर्शन प्रदर्शित किया है। इस तिमाही में बैंक का मुनाफा 84% बढ़कर ₹16,891 करोड़ पहुँच गया है। यह आंकड़ा बैंक के लिए एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है, जो इसके वित्तीय स्वास्थ्य और प्रबंधन की रणनीतियों को दर्शाता है।
टोटल इनकम में 15% की बढ़ोतरी
SBI की कुल आय भी अविश्वसनीय रूप से मजबूत रही है। कुल इनकम 15% बढ़कर ₹1.28 लाख करोड़ रही, जो कि पिछले वर्ष की तुलना में काफी अधिक है। इस आय में वृद्धि का मुख्य कारण बैंक की मजबूत ऋण वृद्धि और बढ़ती जमा राशि है।
शेयर में 16% की वृद्धि
पिछले एक साल में SBI के शेयर में 16% की वृद्धि दर्ज की गई है, जो निवेशकों के लिए अच्छे संकेत के रूप में देखा जा रहा है। इस बढ़ोतरी से यह साफ़ होता है कि निवेशक SBI के स्थायी विकास के प्रति आश्वस्त हैं और इसके आने वाले प्रबंधन नीतियों पर ध्यान दे रहे हैं।
निष्कर्ष
इस तिमाही के आंकड़ों से स्पष्ट है कि SBI ने अपने ग्राहकों के लिए बेहतर सेवाएं प्रयासरत रखते हुए अपने वित्तीय प्रदर्शन को उल्लेखनीय रूप से सुधार किया है। आने वाले दिनों में ये परिणाम बैंकिंग उद्योग में अन्य बैंकों के लिए भी प्रोत्साहक बन सकते हैं। अधिक जानकारी के लिए, कृपया indiatwoday.com पर जाएं।
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