देवरिया का किशोर बोला, बेच दी थी मेल-आईडी:अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय को बम से उड़ाने की दी थी धमकी, नेपाल बॉर्डर के पास से भेजी थी मेल
अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय को बम से उड़ाने की धमकी देने वाले किशोर से पुलिस की पूछताछ जारी है। पुलिस उसके जरिए दी गई जानकारी के अनुसार अपनी जांच को आगे बढ़ा रही है। जिससे इस मामले को जल्द से जल्द सुलझाया जा सके। इसमें अलीगढ़ पुलिस ने एटीएस की भी सहायता ली है। पुलिस की प्रारंभिक पूछताछ में किशोर ने बताया है कि जिस प्रोटोन मेल से धमकी दी गई है, यह उसी की है। कोटा में रहकर इंजीनियरिंग की तैयारी करने के दौरान उसने ही यह मेल बनाई थी। वहीं जिस यूपीआई में रुपए मांगे गए हैं, वह भी उसी की है। लेकिन उसने यह मेल आईडी और यूपीआई कोटा में ही रहते हुए एक व्यक्ति को बेंच दी थी। एएमयू को 9 जनवरी को मिली थी धमकी अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय को 9 जनवरी को मेल के जरिए धमकी दी गई थी। आरोपी ने रजिस्ट्रार, प्रॉक्टर, पीआरओ और सभी एचओडी को भेजी गई मेल में कहा था कि मैने एएमयू के कुछ छात्रों से बात की है। छात्रों की मदद से कैंपस के अंदर कई जगहों पर विस्फोटक रख दिया है। अगर यूनिवर्सिटी ने छात्र के बताए नंबर पर दो लाख रुपए नहीं भेजे तो वह एएमयू कैंपस में विस्फोट शुरू कर देगा। इतना ही नहीं आरोपी ने मेल के जरिए यह भी धमकी दी थी कि वह एएमयू की मैश में बनने वाले भोजन में सुअर की चर्बी वाला तेल भी मिला देगा। जिसके बाद पुलिस एलर्ट हो गई थी और मामले की जांच शुरू कर दी गई थी। एटीएस ने किशोर को किया है गिरफ्तार मामले की जांच शुरू होने के बाद एटीएस लखनऊ ने देवरिया निवासी किशोर को गिरफ्तार किया था। इसके बाद पुलिस उसे लेकर 12 जनवरी को अलीगढ़ आई थी और पूछताछ शुरू कर दी थी। पुलिस लगातार किशोर से पूछताछ कर रही है। हालांकि पुलिस की पूछताछ में किशोर यही कह रहा है कि उसने यह मेल नहीं की है। उसने यह मेल कोटा में ही एक व्यक्ति को बेंच दी थी। पुलिस अब किशोर के बताए गए व्यक्ति को भी तलाश करने में जुटी है। जिससे कि सारी कड़ियों को सुलझाया जा सके और आरोपी को गिरफ्तार कर उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जा सके। स्विट्जरलैंड की मेल का हुआ था इस्तेमाल एएमयू अधिकारियों को धमकाने के लिए जिस प्रोटोन मेल का इस्तेमाल हुआ था, वह स्विट्जरलैंड की मेल है। यही कारण है कि इस मेल की गोपनीयता काफी ज्यादा होती है। वहीं जो यूपीआई नंबर है, वह भी पकड़े गए किशोर के नाम का ही है। जिसे बेंच देने का छात्र ने दावा किया है। पुलिस की जांच में यह भी सामने आया है कि जिस समय मेल की गई थी, तो उस डिवाइस की लोकेशन नेपाल बॉर्डर के पास देवरिया जिले में ही थी। पुलिस दे रात तक किशोर से पूछताछ करती रही और अभी भी सुरक्षा एजेंसियों के अधिकारी किशोर से पूछताछ करने में जुटे हुए हैं।
देवरिया का किशोर बोला, बेच दी थी मेल-आईडी: अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय को बम से उड़ाने की दी थी धमकी
हाल ही में एक चौंकाने वाली खबर सामने आई है जिसमें देवरिया के एक किशोर ने अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय को बम से उड़ाने की धमकी दी थी। इस किशोर ने दावा किया है कि उसने अपनी मेल-आईडी बेच दी थी और धमकी भरी मेल नेपाल बॉर्डर के पास से भेजी गई थी। यह मामला अब गंभीर मोड़ ले चुका है और इससे विश्वविद्यालय के अधिकारियों और छात्रों में चिंताएँ उत्पन्न हो गई हैं।
धमकी की पृष्ठभूमि
किशोर ने बताया है कि उसने यह एड्रेस इसलिए बेचा था ताकि वह उसके दुरुपयोग को छिपा सके। धमकी भरी ई-मेल में यह कहा गया था कि अगर विश्वविद्यालय प्रशासन ने विशेष मांगें नहीं मानीं, तो उसके परिणाम गंभीर होंगे। इस प्रकार के आधिकारिक और गंभीर संदेशों का भेजना एक अपराध है और इसके पीछे के कारणों की जाँच की जा रही है।
विश्वविद्यालय पर असर
अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के प्रशासन ने इस धमकी को बहुत गंभीरता से लिया है। विश्वविद्यालय परिसर में सुरक्षा बढ़ा दी गई है और छात्रों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए उपाय किए जा रहे हैं। अधिकारियों का कहना है कि ऐसा कोई भी कार्रवाई गंभीर अपराध है और इसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
स्थानीय पुलिस की प्रतिक्रिया
स्थानीय पुलिस ने किशोर के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है और उसे गिरफ्तार करने की कोशिश शुरू कर दी है। जांच टीम ने धमकी भेजने वाले ई-मेल का सर्वर लोकेशन ट्रैक करना शुरू कर दिया है। पुलिस ने जोर देकर कहा है कि इस तरह की घटनाओं में लिप्त व्यक्तियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
इस मामले ने न केवल विश्वविद्यालय को चिंता में डाल दिया है, बल्कि यह छात्रों के लिए भी एक चेतावनी है कि वे विकृत विचारों से दूर रहें और ऐसी गतिविधियों का हिस्सा न बनें।
News by indiatwoday.com Keywords: देवरिया का किशोर, अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय धमकी, मेल-आईडी बेचने वाला किशोर, नेपाल बॉर्डर धमकी, बम से उड़ाने की धमकी, राजनीतिक तनाव, कानूनी कार्रवाई, स्कूल सुरक्षा समस्या, कड़ी कार्रवाई किशोरों के खिलाफ.
What's Your Reaction?






