देहरादून में नागर विमानन सम्मेलन: सीएम धामी बोले– हेलीकॉप्टर सेवाएं बनीं पर्वतीय राज्यों की जीवनरेखा
देहरादून: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आज देहरादून में आयोजित नागर विमानन सम्मेलन-2025 में प्रतिभाग किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने केंद्रीय नागर विमानन मंत्री श्री किंजरापु राममोहन नायडू और उत्तर भारत के नागर विमानन मंत्रियों का स्वागत किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह सम्मेलन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश के नागर विमानन क्षेत्र में […] The post देहरादून में नागर विमानन सम्मेलन: सीएम धामी बोले– हेलीकॉप्टर सेवाएं बनीं पर्वतीय राज्यों की जीवनरेखा first appeared on Vision 2020 News.

देहरादून में नागर विमानन सम्मेलन: सीएम धामी बोले– हेलीकॉप्टर सेवाएं बनीं पर्वतीय राज्यों की जीवनरेखा
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देहरादून: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आज देहरादून में आयोजित नागर विमानन सम्मेलन-2025 में प्रतिभाग किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने केंद्रीय नागर विमानन मंत्री श्री किंजरापु राममोहन नायडू और उत्तर भारत के नागर विमानन मंत्रियों का स्वागत किया।
उड्डयन क्षेत्र में ऐतिहासिक प्रगति
मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि यह सम्मेलन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश के नागर विमानन क्षेत्र में आयी ऐतिहासिक प्रगति का प्रमाण है। उन्होंने बताया कि उड़ान योजना के माध्यम से छोटे शहरों और दुर्गम क्षेत्रों को हवाई संपर्क से जोड़ा गया है, जिससे आम नागरिकों के लिए हवाई यात्रा सुलभ हुई है और स्थानीय अर्थव्यवस्था में भी मजबूती आई है।
हेलीकॉप्टर सेवाओं की महत्वपूर्ण भूमिका
धामी ने उल्लेख किया कि उत्तराखंड में वर्तमान में 18 हेलीपोर्ट्स का विकास किया जा रहा है, जिनमें से 12 पर सेवाएं प्रारंभ हो चुकी हैं। हेलीकॉप्टर सेवाएं उत्तराखंड जैसे पर्वतीय राज्यों में केवल परिवहन का साधन नहीं, बल्कि जीवन रेखा बन चुकी हैं। चाहे आपदा प्रबंधन हो, स्वास्थ्य सेवाएं हों या तीर्थयात्रा, हेलीकॉप्टर सेवाओं ने इन क्षेत्रों में अभूतपूर्व सुविधा प्रदान की है।
पर्वतीय विमानन नीति की आवश्यकता
मुख्यमंत्री धामी ने केंद्रीय नागर विमानन मंत्रालय से पर्वतीय राज्यों के लिए एक पृथक “पर्वतीय विमानन नीति” बनाने का आग्रह किया। इसमें विशेष वित्तीय सहायता, संचालन हेतु सब्सिडी, पर्वतीय क्षेत्रों के लिए उपयुक्त एटीसी नेटवर्क, सटीक मौसम पूर्वानुमान, स्लॉटिंग और आपदा-पूर्व तैयारी जैसे प्रावधान शामिल होने की आवश्यकता है। इसके अलावा, सभी ऑपरेटरों से पर्वतीय उड़ानों के लिए विशेष पायलट प्रशिक्षण, सुरक्षा मानकों का कठोर पालन और यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने का अनुरोध भी किया गया।
सम्मेलन में उपस्थित dignitaries
इस अवसर पर उत्तर प्रदेश के कैबिनेट मंत्री सुरेश कुमार खन्ना, राजस्थान के कैबिनेट मंत्री गौतम कुमार, हरियाणा के कैबिनेट मंत्री विपुल गोयल, उत्तराखंड के मुख्य सचिव आनंद बर्द्धन और संबंधित राज्यों के अधिकारी उपस्थित रहे।
निष्कर्ष
हवाई यात्रा और हेलीकॉप्टर सेवाओं का विस्तार पर्वतीय राज्यों की विकास में एक महत्वपूर्ण कदम है। मुख्यमंत्री धामी का यह प्रयास इन स्थानों पर जीवन को सरल और सुगम बनाने का है। यह सुनिश्चित करना अत्यंत आवश्यक है कि हवाई यात्रा हर नागरिक के लिए उपलब्ध हो।
इसके अतिरिक्त, भविष्य में एक मजबूत पर्वतीय विमानन नीति न केवल हवाई यात्रा को बेहतर बनाएगी, बल्कि इन क्षेत्रों में विकास और आर्थिक स्थिरता लाने में भी मदद करेगी।
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