दो माह से अनुपस्थित ग्राम पंचायत सचिव निलंबित:अयोध्या में डीडीओ ने की कार्रवाई, 5 पंचायतों का विकास कार्य था ठप

अयोध्या के रुदौली विकासखंड में पिछले दो माह से लापता ग्राम पंचायत सचिव को डीडीओ ने निलंबित कर दिया है। उनकी अनुपस्थिति से पांच ग्राम पंचायतों में विकास कार्य ठप हैं। बीडीओ की रिपोर्ट पर निलंबन की कार्यवाही की गई है। जिले के रुदौली विकासखंड में पिछले दो माह से गायब ग्राम विकास अधिकारी विकास रावत को जिला विकास अधिकारी महेंद्र देव पाण्डेय ने निलंबित कर दिया है। उन्होंने मया बाजार के बीडीओ को जांच अधिकारी नामित करते हुए सचिव को विकासखंड मवई से संबद्ध कर दिया है। ग्राम विकास अधिकारी विकास रावत पिछले दो माह से लापता हैं। उनकी अनुपस्थिति से विचाला, खैरी, कोटरा, पस्तामाफी व ऐथर सहित पांच ग्राम पंचायतों में विकास कार्य ठप हैं। खण्ड विकास अधिकारी रुदौली ने तीन बार नोटिस भी भेजी लेकिन ग्राम विकास अधिकारी ने एक भी नोटिस को रिसीव नहीं किया। जिला विकास अधिकारी ने बीडीओ रुदौली की रिपोर्ट पर संबंधित पंचायत सचिव का नवंबर माह का वेतन भी रोक दिया था। ब्लाक कार्यालय के स्थापना लिपिक कृष्ण सिंह ने बताया कि ग्राम विकास अधिकारी का फोन भी स्विच आफ है। पिछले दो माह से विकास कार्य के अलावा जन्म-मृत्यु का पंजीकरण व परिवार रजिस्टर की नकल के लिए लोगों को ब्लाक मुख्यालय तक की दौड़ लगानी पड़ रही है। बीडीओ अमित त्रिपाठी ने बताया सचिव को डीडीओ ने निलंबित कर दिया है।

Jan 9, 2025 - 16:47
 56  501823
दो माह से अनुपस्थित ग्राम पंचायत सचिव निलंबित:अयोध्या में डीडीओ ने की कार्रवाई, 5 पंचायतों का विकास कार्य था ठप
अयोध्या के रुदौली विकासखंड में पिछले दो माह से लापता ग्राम पंचायत सचिव को डीडीओ ने निलंबित कर दिय

दो माह से अनुपस्थित ग्राम पंचायत सचिव निलंबित: अयोध्या में डीडीओ ने की कार्रवाई, 5 पंचायतों का विकास कार्य था ठप

अयोध्या में हाल ही में एक महत्वपूर्ण घटना हुई है जिसमें डीडीओ ने दो माह से अनुपस्थित ग्राम पंचायत सचिव को निलंबित कर दिया है। यह कार्रवाई पंचायतों के विकास कार्यों की निरंतरता सुनिश्चित करने के लिए की गई है। सचिव की अनुपस्थिति के कारण 5 पंचायतों में विकास कार्य ठप हो गए थे, जिससे स्थानीय नागरिकों को कई समस्याओं का सामना करना पड़ा।

ग्राम पंचायत सचिव की जिम्मेदारियां

ग्राम पंचायत सचिव की भूमिका स्थानीय विकास में महत्वपूर्ण होती है। सचिव को गांवों में विकास योजनाओं को लागू करने, बजट का प्रबंधन करने तथा ग्राम सभा की बैठकों का संचालन करने जैसी जिम्मेदारियों का पालन करना होता है। ऐसे में सचिव की अनुपस्थिति से विकास कार्य प्रभावित होते हैं, जिससे गांव के नागरिकों को मिलने वाली सुविधाओं में कमी आती है।

डीडीओ द्वारा कार्रवाई का कारण

डीडीओ द्वारा की गई यह कार्रवाई ग्राम पंचायत के विकास कार्यों को प्राथमिकता देने की दिशा में उठाया गया एक कदम है। यह सुनिश्चित करना जरूरी है कि सभी संबंधित अधिकारी समय पर अपनी जिम्मेदारियों को निभाएं। पंचायत सचिव की अनुपस्थिति से न केवल कार्यों में रुकावट आई, बल्कि गांव के विकास की गति भी धीमी हो गई।

स्थानीय प्रतिक्रिया

स्थानीय निवासियों ने इस कार्रवाई का समर्थन किया है। उनका मानना है कि इस तरह की कार्रवाई से पंचायतों में जिम्मेदारी का एहसास होगा और विकास कार्यों में तेजी आएगी। ग्रामीणों ने उम्मीद जताई है कि अगली बार कोई भी सचिव बिना कारण कार्य से अनुपस्थित नहीं होगा और सभी विकास कार्य समय पर संपन्न होंगे।

निष्कर्ष

इस निलंबन के माध्यम से एक स्पष्ट संदेश दिया गया है कि जिम्मेदारी से भागना सहन नहीं किया जाएगा। डीडीओ की यह कार्रवाई न केवल ग्राम पंचायत सचिव को जिम्मेदार ठहराती है, बल्कि यह स्थानीय विकास के प्रति प्रशासन की प्रतिबद्धता को भी दर्शाती है।

अधिक अपडेट के लिए विजिट करें: News by indiatwoday.com Keywords: ग्राम पंचायत सचिव निलंबन, अयोध्या में डीडीओ कार्रवाई, पंचायत विकास कार्य ठप, ग्राम सचिव अनुपस्थिति, स्थानीय विकास मुद्दे, सरकारी अधिकारी निलंबन, पंचायत सचिव की जिम्मेदारियां, ग्रामीणों की प्रतिक्रिया, पंचायतों में सुधार, प्रशासनिक कार्रवाई

What's Your Reaction?

like

dislike

love

funny

angry

sad

wow