नाबालिग को बहला-फुसलाकर भगाने का आरोप:पानी टंकी का काम करने आया था युवक, 70 हजार लेकर फरार
पीलीभीत के सुनगढी थाना क्षेत्र में एक नाबालिग के अपहरण का मामला सामने आया है। एक युवक ने थाने में शिकायत दर्ज कराते हुए बताया है कि उसकी नाबालिग बहन को शाहजहांपुर के वण्डा थाना क्षेत्र के गुनाहा खमरिया निवासी संजीव कुमार बहला-फुसलाकर भगा ले गया। टंकी के पाइप लाइन का काम करने आया था युवक पीड़ित के भाई की शिकायत के अनुसार, संजीव कुमार उनके गांव में पानी की टंकी की पाइप लाइन का काम करने आया था। 30 जनवरी को दोपहर करीब 3 बजे, जब घर पर कोई नहीं था। वह उनकी नाबालिग बहन को अपनी मोटरसाइकिल पर बैठाकर ले गया। पीड़िता घर में रखे मकान बनवाने के लिए जमा किए गए 70,000 रुपए भी साथ ले गई। गांव के कई लोगों ने दोनों को मोटरसाइकिल पर जाते हुए देखा था। परिवार ने बदनामी के डर से पहले खुद ही नाबालिग बेटी की तलाश की। लेकिन जब कोई सुराग नहीं मिला, तो 7 फरवरी को थाने में शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने मामला दर्ज कर आरोपी की तलाश शुरू कर दी है। आरोपी के खिलाफ नाबालिग को बहला-फुसलाकर भगाने का मामला दर्ज किया गया है।

नाबालिग को बहला-फुसलाकर भगाने का आरोप
घटना का संक्षिप्त परिचय
हाल ही में एक च shocking घटना सामने आई है जिसमें एक युवक पर नाबालिग लड़के को बहलाने-फुसलाने का आरोप लगाया गया है। यह युवक पानी की टंकी का काम करने के लिए आया था और मौके का फायदा उठाते हुए 70 हजार रुपये लेकर फरार हो गया। यह मामला न केवल स्थानीय समुदाय को झकझोर देने वाला है, बल्कि बच्चों की सुरक्षा पर भी सवाल उठाता है।
पुलिस की कार्रवाई
घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस ने तुरंत स्थान पर पहुंचकर मामले की जाँच शुरू की। आरोपित युवक की पहचान करने के लिए पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज की मदद ली। व्यवसायिक गतिविधियों में शामिल लोगों और क्षेत्र के निवासियों से पूछताछ की जा रही है ताकि युवक के बारे में अधिक जानकारी प्राप्त की जा सके।
सामाजिक पहल
इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए समाज और परिवारों को मिलकर कार्य करने की आवश्यकता है। स्कूलों में सुरक्षा सम्बन्धी जागरूकता कार्यक्रम आयोजित करना, और बच्चों को बाहरी लोगों से सतर्क रहने की नसीहत देना बेहद जरूरी है।
कानूनी पहलू
इस मामले में नाबालिग से छेड़खानी का आरोप बेहद गंभीर है। ऐसे मामलों में संबंधित भारतीय दंड संहिता (IPC) की धाराओं के अंतर्गत कड़ी कार्रवाई का प्रावधान है।
अंतिम शब्द
इस घटना ने एक बार फिर से हमें याद दिलाया है कि बच्चों की सुरक्षा हमारी प्राथमिकता होनी चाहिए। सभी को इस विषय में जागरूक रहकर जिम्मेदारी से पेश आने की आवश्यकता है। जल्दी ही वे घटनाएँ समाप्त होंगी, जब हम सामूहिक रूप से मुखर होंगे।
News by indiatwoday.com Keywords: नाबालिग भगाने का मामला, पानी टंकी काम युवक, नाबालिग से छेड़खानी, पुलिस गिरफ्तारी, बच्चों की सुरक्षा, 70 हजार रुपये चोरी, घटनाएँ रोकने के उपाय, कानूनी कार्रवाई नाबालिग संरक्षण
What's Your Reaction?






