नोएडा में 10.50 किलो गांजा पकड़ा:उड़ीसा समेत अन्य राज्यों से लाते थे, मजदूरों को बचते थे
थाना फेस-1 नोएडा पुलिस व नारकोटिक्स टीम ने गांजा तस्करी करने वाला एक तस्कर को गिरफ्तार किया है। इसके पास से 10 किलो 500 किग्रा गांजा बरामद किया गया। इसकी अनुमानित कीमत करीब 1 लाख रुपए आंकी जा रही है। तस्कर की पहचान रोहित पुत्र सीताराम हुई है। गिरफ्तारी सेक्टर-10 पार्क से गिरफ्तार किया गया है। बताया गया कि आरोपी बाहर से गांजा मंगवाता था। इसे ऑन डिमांड पुडिय़ा में रखकर बेचता था। गांजा की मादकता काफी ज्यादा है। ऐसे में इसकी डिमांड ज्यादा होती थी। पूछताछ में बताया कि आरोपी पुडिय़ा बनाकर झुग्गी झोपड़ी व फैक्ट्री एरिया में बेचता था। इसके अलावा वॉट्सऐप ग्रुप के जरिए भी इसके पास डिमांड आती थी। जिसे जाकर ये देता था। ये गांजा उड़ीसा व अन्य स्थानों से यहां आता था। पूछताछ के जरिए पता लगाया जा रहा है कि मुख्य गांजा सप्लाय कौन है। जल्द ही उसे भी गिरफ्तार किया जाएगा। पुलिस ने तस्कर का मोबाइल जब्त कर लिया है। मजदूर और पीजी टारगेट गांजा तस्कर रोहित का मुख्य टारगेट फैक्ट्री में काम करने वाले मजदूर और पीजी थे। दरअसल नोएडा में सेक्टर-1 से 11 तक इंडस्ट्रियल सेक्टर है। यहां सुबह से रात तक शिफ्टों में काम होता है। ऐसे में रोजाना लाखों की संख्या में मजदूर यहां आते है। यही मजदूर इसके क्लाइंट थे। इसके अलावा पीजी में रहने वाले लोग व स्टूडेंट्स को भी गांजा देता था।

नोएडा में 10.50 किलो गांजा पकड़ा: उड़ीसा समेत अन्य राज्यों से लाते थे, मजदूरों को बचते थे
हाल ही में नोएडा पुलिस ने एक बड़े मादक पदार्थों के तस्करी के मामले का पर्दाफाश किया है। इस कार्रवाई के दौरान 10.50 किलो गांजा बरामद किया गया, जो विभिन्न राज्यों से आए तस्करों द्वारा लाया गया था। इस घटनाक्रम ने ना सिर्फ स्थानीय अधिकारियों को चौंकाया है, बल्कि समाज के लिए भी एक चेतावनी का संदेश दिया है।
तस्करी का नेटवर्क और मजदूरों का शोषण
अधिकारियों के अनुसार, यह गांजा मुख्य रूप से उड़ीसा से लाया गया था। इस तस्करी में शामिल लोग मजदूर वर्ग के उन व्यक्तियों का शोषण कर रहे थे, जो बिना किसी जानकारी के इसमें शामिल हो जाते थे। तस्करों ने उन्हें इस काम में शामिल करने के लिए भ्रामक तरीके अपनाए, जिससे मजदूरों को संभावित खतरे का अंदाजा नहीं था।
पुलिस की कार्रवाई और गिरफ्तारियां
नोएडा पुलिस ने जानकारी मिलने के बाद त्वरित कार्रवाई की। पुलिस ने सूचना के आधार पर छापेमारी की और दो मुख्य आरोपियों को गिरफ्तार किया। इन गिरफ्तारियों के बाद पुलिस ने इस मामले में और गहराई से जांच करना शुरू कर दिया है, ताकि पूरे तस्करी के नेटवर्क का पर्दाफाश किया जा सके।
समाज पर असर और जागरूकता
इस तरह की घटनाएं न केवल स्थानीय समुदाय पर असर डालती हैं, बल्कि इससे देश भर में कानून व्यवस्था और सुरक्षा की स्थिति पर भी सवाल उठते हैं। इसलिए, यह आवश्यक है कि समाज में जागरूकता बढ़ाई जाए। स्कूलों, कॉलेजों और समाज के विभिन्न वर्गों में इस विषय पर चर्चा होनी चाहिए, जिससे युवा पीढ़ी इन दुर्व्यसनों से बच सके।
गांजे की तस्करी के खिलाफ एकजुट होकर सामाजिक संगठनों और सरकारी संस्थानों को मिलकर काम करना चाहिए। इसके अलावा, तस्करी से संबंधित मामलों में भारी दंड का प्रावधान किया जाना चाहिए ताकि अपराधियों को रोकने में मदद मिल सके।
आप सभी से अनुरोध है कि ऐसी गतिविधियों की रिपोर्ट करें, जिससे हम एक स्वस्थ और सुरक्षित समाज का निर्माण कर सकें।
News by indiatwoday.com Keywords: नोएडा गांजा पकड़ना, उड़ीसा गांजा तस्करी, मजदूरों का शोषण, नोएडा पुलिस कार्रवाई, गांजे का नेटवर्क, मादक पदार्थों की तस्करी, तस्करी से बचाव, गांजा तस्करी रिपोर्ट, मजदूरों की सुरक्षा, समाज में जागरूकता
What's Your Reaction?






