नौतनवा अस्पताल में लापरवाही पर सीएमओ सख्त:ओपीडी देरी और गंदगी पर अधीक्षक से मांगा जवाब, वार्ड बॉय को नोटिस
महाराजगंज के नौतनवा स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी), प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (पीएचसी) और महिला अस्पताल का मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डॉ. श्रीकांत शुक्ला ने औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान कई गंभीर खामियां सामने आईं। सीएमओ ने सबसे पहले उपस्थिति रजिस्टर की जांच की, फिर दवा काउंटर, पर्ची काउंटर और ओपीडी का निरीक्षण किया। तीनों अस्पतालों में पाई गई लापरवाही और गंदगी पर उन्होंने गहरी नाराजगी व्यक्त की। सीएचसी अधीक्षक अमित राव गौतम और प्रभारी चिकित्सा अधिकारी (एमओआईसी) राकेश कुमार से स्पष्टीकरण मांगा गया। साथ ही, वार्ड बॉय महेंद्र गौड़ को चेतावनी नोटिस जारी किया गया। सीएमओ ने बताया कि उन्हें कई बार शिकायतें मिली हैं कि ओपीडी समय पर नहीं खुलती और रात में आने वाले मरीजों को तत्काल इलाज नहीं मिलता। उन्होंने सभी डॉक्टरों को अस्पताल परिसर में रहने और मरीजों को त्वरित इलाज देने का निर्देश दिया। साथ ही चेतावनी दी कि अगली जांच में भी ऐसी कमियां मिलीं तो संबंधित डॉक्टर या कर्मचारी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

नौतनवा अस्पताल में लापरवाही पर सीएमओ सख्त
नौतनवा अस्पताल में हाल ही की गई एक घटना ने क्षेत्र में स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता पर सवाल खड़े कर दिए हैं। सीएमओ ने अस्पताल प्रशासन पर सख्त कार्रवाई का मन बनाया है, जिसके पीछे ओपीडी में देरी और स्वास्थ्य सेवाओं की गंदगी के मामले हैं। इस खबर ने न केवल मरीजों को बल्कि उनके परिजनों को भी चिंतित कर दिया है।
सीएमओ की कार्रवाई
सीएमओ ने अस्पताल के अधीक्षक को इस विषय पर जवाब देने के लिए नोटिस जारी किया है। उन्होंने स्पष्ट किया है कि लापरवाही किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं की जाएगी। ओपीडी में कतार में लगने वाले मरीजों को उचित समय पर सेवा नहीं मिलने और अस्पताल के वातावरण में गंदगी ने सीएमओ की चिंता बढ़ा दी है।
वार्ड बॉय को नोटिस
इस मामले में वार्ड बॉय को भी नोटिस जारी किया गया है, ताकि अस्पताल में सुधार लाया जा सके। यह साफ है कि सीएमओ की इस कार्रवाई का उद्देश्य अस्पताल में एक अनुशासित और स्वच्छ वातावरण का निर्माण करना है, जिससे सभी मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं मिल सकें।
स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार की आवश्यकता
इस तरह की घटनाएं यह दर्शाती हैं कि स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार की कितनी आवश्यकता है। मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने संकल्प लिया है कि वह इस मामले की जांच करेंगे और आवश्यक कदम उठाएंगे। उनके नेतृत्व में अस्पताल प्रशासन को दिशा-निर्देश दिए जाएंगे, ताकि भविष्य में ऐसी स्थितियां उत्पन्न न हों।
नौतनवा अस्पताल के मरीजों और उनके परिजनों ने सीएमओ के इस कदम का स्वागत किया है। वे आशा करते हैं कि इससे भविष्य में सेवा में सुधार आएगा।
स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता पर किसी भी प्रकार का समझौता नहीं होना चाहिए, और यह सीएमओ की जिम्मेदारी है कि वह इस मामले का त्वरित समाधान करे।
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