पांच करोड़ से अधिक के मादक पदार्थ किए गए नष्ट:आजमगढ़ पुलिस ने 5716 किलोग्राम, गांजा, हीरोइन, स्मैक और डाइजापाम को कराया नष्ट
आजमगढ़ जिले की पुलिस ने आपरेशन क्लीन अभियान के क्रम में अपर पुलिस अधीक्षक ग्रामीण चिराग जैन के नेतृत्व में बरामद अवैध गांजा, हीरोइन, स्मैक, डायजापाम व अन्य मादक पदार्थ को नष्ट कराया गया। जिले के 23 थाना के अंतर्गत अवैध मादक पदार्थो से संबंधित पंजीकृत 152 अभियोग में कार्रवाई हुई। विनष्टीकरण के तहत न्यायालय द्वारा निर्गत आदेश के अनुपालन में गठित जिला स्तरीय ड्रग डिस्पोजल कमेटी द्वारा मादक पदार्थो, स्वापक औषधियों, मन को प्रभावी पदार्थो के निस्तारण की कार्यवाही के क्रम में यह कार्रवाई की गई। 152 अभियोगों से संबंधित मामलों से संबंधित थे मादक पदार्थ जिले के एसपी ग्रामीण चिराग जैन ने बताया कि आजमगढ़ जिले के 23 थानों पर अवैध मादक पदार्थो से संबंधित पंजीकृत कुल 152 अभियोगों से सम्बंधित अवैध गांजा, हीरोइन, स्मैक, डायजापाम व अन्य मादक पदार्थ कुल 5716.75 किग्रा जिसकी अनुमानित कीमत 5 करोड़ 18 लाख 56 हजार 206 रुपये का विनष्टिकरण मानक के अनुसार मेसर्स सिलिकॉन बायोटेक प्राइवेट लिमिटेड, भादो, माहुल, मार्टीनगंज थाना क्षेत्र दीदारगंज जनपद आजमगढ़ में स्थित उद्योग में स्थापित, संचालित इंसीनिरेटर, ब्वायलर के माध्यम से कराया गया। बताते चलें कि जिले में अपराध और अपराधियों के विरूद्ध चल रहे अभियान के अन्तर्गत जो भी मादक पदार्थ बरामद किए जाते हैं। उन्हें एक निर्धारित समय के बाद नष्ट कराया जाता है। उसी क्रम में यह कार्रवाई की गई।

पांच करोड़ से अधिक के मादक पदार्थ किए गए नष्ट: आजमगढ़ पुलिस ने 5716 किलोग्राम, गांजा, हीरोइन, स्मैक और डाइजापाम को कराया नष्ट
आजमगढ पुलिस ने हाल ही में एक बड़ी कार्रवाई की है, जिसमें 5716 किलोग्राम मादक पदार्थों को नष्ट किया गया। यह कार्रवाई न केवल ड्रग्स के खिलाफ एक सख्त संदेश है, बल्कि यह सुरक्षा एजेंसियों की प्रतिबद्धता को भी दर्शाती है कि वे मादक पदार्थों की तस्करी और उपयोग के खिलाफ सक्रिय रूप से काम कर रही हैं। पुलिस ने बताया कि नष्ट किए गए पदार्थों में गांजा, हीरोइन, स्मैक और डाइजापाम शामिल हैं, जिनकी कुल कीमत लगभग पांच करोड़ रुपये है।
मादक पदार्थों का नष्ट होना क्यों है महत्वपूर्ण?
मादक पदार्थों का नष्ट होना समाज में एक सकारात्मक परिवर्तन की ओर एक कदम है। इससे यह सुनिश्चित होता है कि ये दवाएँ पुनः बाजार में नहीं लौटेंगी और युवा पीढ़ी को इससे सुरक्षित रखा जा सकेगा। पुलिस विभाग का यह प्रयास न केवल कानून व्यवस्था को सुदृढ़ करने में सहायक है, बल्कि यह दी दीर्घकालिक मानसिक स्वास्थ्य और सुरक्षा के लिए एक महत्वपूर्ण उपाय भी है।
पुलिस की कार्रवाई का असर
आजमगढ पुलिस की इस कार्रवाई ने नशीले पदार्थों की तस्करी करने वालों में डर पैदा किया है। पुलिस की ओर से पिछले कुछ महीनों में की गई कई सफल कार्रवाइयों ने इस क्षेत्र में मादक पदार्थों की तस्करी करने वालों का नेटवर्क तोड़ने में मदद की है। इससे पुलिस की कड़ी मेहनत और उनके समर्पण की पुष्टि होती है।
समाज में जागरूकता बढ़ाना
आधुनिक समय में, मादक पदार्थों के खिलाफ जागरूकता बढ़ाना अत्यंत आवश्यक है। पुलिस विभाग द्वारा किए गए इन प्रयासों के साथ, समाज को भी आगे आकर नशे की समस्याओं के खिलाफ संगठित रूप से लड़ने की आवश्यकता है। यह सुनिश्चित करने के लिए स्कूलों और कॉलेजों में जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जाने चाहिए।
News by indiatwoday.com
समाज में मादक पदार्थों के दुरुपयोग की समस्या को ध्यान में रखते हुए, यह जरूरी है कि हम collectively जागरूकता फैलाएं। पुलिस प्रशासन की इस कार्रवाई का संदर्भ में, स्टेकहोल्डर्स को एकजुट होकर काम करने की आवश्यकता है। Keywords: आजमगढ नशीले पदार्थ, गांजा हीरोइन स्मैक, मादक पदार्थ नष्ट, आजमगढ पुलिस कार्रवाई, पुलिस रिपोर्ट आजमगढ, मादक पदार्थ तस्करी, मादक पदार्थों की बिक्री, समाज में जागरूकता, पुलिस की कार्रवाई, नशीली दवाओं की समस्या.
What's Your Reaction?






