पूर्व क्रिकेटर मनोज तिवारी ने गंभीर को पाखंडी कहा:बोले- सारा क्रेडिट खुद लेना चाहते हैं; जो कहते हैं, वैसा नहीं करते
पूर्व क्रिकेटर मनोज तिवारी ने गौतम गंभीर को पाखंडी कहा है। इतना ही नहीं, मनोज ने गौतम को अकेले क्रेडिट लेने वाला भी बताया। 39 साल के मनोज तिवारी ने न्यूज-18 बांग्ला से कहा- 'गंभीर ने अकेले दम पर KKR को खिताब नहीं जिताया, क्योंकि हम सभी ने एक युनिट के रूप में प्रदर्शन किया। कैलिस, नरेन और मैं, सभी ने इसमें योगदान दिया। पर इसका श्रेय किसने लिया? एक ऐसा वातावरण और PR है। जो उसे सारा श्रेय लेने की अनुमति देता है।' तिवारी 2012, 2014 में गंभीर की कप्तानी में IPL जीतने वाली कोलकाता नाइट राइडर्स की टीम का हिस्सा रहे हैं। मनोज तिवारी की पूरी बात- गौतम गंभीर पाखंडी हैं। वे जो कहते हैं, वैसा नहीं करते। कप्तान (रोहित) कहां से हैं? मुंबई से हैं। अभिषेक नायर कहां से हैं? मुंबई से हैं। उन्हें मुंबई के खिलाड़ी को आगे लाने का मौका मिला। जलज सक्सेना के लिए बोलने वाला कोई नहीं है। वे अच्छा प्रदर्शन करते हैं, लेकिन चुप रहते हैं। गेंदबाजी कोच का क्या उपयोग है? कोच जो भी कहेगा, वह मान जाएगा। मोर्ने मोर्कल लखनऊ सुपर जायंट्स से आए थे। अभिषेक नायर गंभीर के साथ KKR में थे। हेड कोच को पता है कि वे उनके निर्देशों के खिलाफ नहीं जाएंगे। गौतम गंभीर ने मनोज तिवारी को दोगुने रन बनाए थे 2012 के सीजन में कप्तान गौतम गंभीर ने मनोज तिवारी से दोगुने रन बनाए थे। गंभीर ने 17 मैचों में 590 रन स्कोर किए थे, जबकि मनोज तिवारी ने 16 मैचों में 260 रन बनाए थे। नीतीश राणा ने ट्विट पर जवाब दिया, लिखा- गौतम सबसे निस्वार्थ मनोज तिवारी के बयान के बाद नीतीश राणा ने सोशल प्लेटफॉर्म X पर उन्हें जवाब दिया है। राणा ने लिखा- 'आलोचना फैक्ट्स पर आधारित होनी चाहिए न कि व्यक्तिगत असुरक्षाओं पर। गौती भैया उन सबसे निस्वार्थ खिलाड़ियों में से एक हैं, जिनसे मैं कभी मिला हूं। संकट के समय में वे किसी अन्य की तरह जिम्मेदारी निभाते हैं। प्रदर्शन को किसी पीआर की आवश्यकता नहीं है। ट्रॉफियां अपने लिए बोलती हैं।' ग्राफिक्स में गौतम गंभीर की अचीवमेंट ---------------------------------------------------- क्रिकेट की यह खबर भी पढ़िए... ऑस्ट्रेलियाई कप्तान कमिंस के चैंपियंस ट्रॉफी में खेलने पर संशय ऑस्ट्रेलियाई कप्तान पैट कमिंस के ICC चैंपियंस ट्रॉफी खेलने पर संशय है। उनके टखने में चोट है, जिसके लिए उन्हें स्कैन करवाना होगा। ऑस्ट्रेलिया के चीफ सिलेक्टर जॉर्ज बैली ने पैट कमिंस की फिटनेस को लेकर अपडेट दिया है। पढ़ें पूरी खबर

पूर्व क्रिकेटर मनोज तिवारी ने गंभीर को पाखंडी कहा
पूर्व भारतीय क्रिकेटर मनोज तिवारी ने अपने एक हालिया बयान में अनुभवी खिलाड़ी गौतम गंभीर पर तेज नाराजगी व्यक्त की है। तिवारी ने गंभीर को 'पाखंडी' कहा और आरोप लगाया कि वह सारा क्रेडिट खुद लेना चाहते हैं। यह विवाद तब गरमाया जब गंभीर ने एक सार्वजनिक मंच पर कुछ ऐसे बयान दिए, जो तिवारी के अनुसार, उनके कार्यों के विपरीत हैं।
मनोज तिवारी की प्रतिक्रिया
मनोज तिवारी ने सोशल मीडिया पर गंभीर की आलोचना करते हुए कहा, "जो कहते हैं, वैसा नहीं करते," यह संकेत करता है कि गंभीर की बातें केवल दिखावे की हैं। तिवारी ने अपने करियर के अनुभव साझा करते हुए यह स्पष्ट किया कि गंभीर को अपने काम का श्रेय लेने का कोई हक नहीं है।
गौतम गंभीर का दृष्टिकोण
गौतम गंभीर, जो खुद एक सफल क्रिकेटर रहे हैं, ने हमेशा टीम के हितों को प्राथमिकता दी है। लेकिन तिवारी का यह आरोप गंभीर के व्यक्तित्व पर सवाल उठाता है। क्या गंभीर वास्तव में अपने साथियों के योगदान को नजरअंदाज करते हैं? यह तो समय ही बताएगा।
क्रिकेट में आत्महत्या का बढ़ता मुद्दा
यह विवाद एक और महत्वपूर्ण मुद्दे की ओर इशारा करता है, वह है क्रिकेट में आत्महत्या का बढ़ता मुद्दा। खिलाड़ी, फिर चाहे वह कितने भी सफल क्यों न हों, मानसिक दबाव का सामना कर रहे हैं। मनोज तिवारी और गौतम गंभीर का यह विवाद हमें यह सोचने पर मजबूर करता है कि क्या प्रतिस्पर्धा में हम एक-दूसरे को समर्पित करने में सक्षम हैं।
क्रिकेट की दुनिया में इस तरह की चर्चाएं हमेशा महत्वपूर्ण होती हैं। इससे न केवल खिलाड़ियों बल्कि प्रशंसकों और विश्लेषकों को नए दृष्टिकोण मिलते हैं।
दूरदर्शी और ज्ञानवर्धक बातों का आदान-प्रदान इस खेल को और भी रुचिकर बनाता है।
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