फार्मर रजिस्ट्री न होने पर रुकेगी सम्मान निधि:अधिकारी गांव में लगाएंगे चौपाल, एक सप्ताह में पूरा करना होगा
बहराइच में किसानों की समस्याओं और कृषक उत्पादक संगठनों की समीक्षा बैठक में डीएम मोनिका रानी ने महत्वपूर्ण निर्देश दिए। उन्होंने अधिकारियों को किसानों की शिकायतों का समयबद्ध निस्तारण सुनिश्चित करने को कहा। डीएम ने एफपीओ को प्राकृतिक और जैविक खेती के माध्यम से आय बढ़ाने का सुझाव दिया। साथ ही महिला समूहों को पशुपालन और जैविक खेती से जोड़ने के निर्देश दिए। एलडीएम जितेन्द्र नाथ श्रीवास्तव को किसान दिवस की बैठकों में उपस्थित रहने और एग्रीजंक्शन, पशुपालन और मत्स्य पालन योजनाओं के आवेदनों का एक सप्ताह में निस्तारण करने को कहा। विशेष रूप से, शिवपुर बरदहा के किसान गिरधारी लाल के खेत की पैमाइश का मामला उठा, जिस पर तहसीलदार और बीडीओ नानपारा को अगली किसान दिवस बैठक में रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिए गए। एक सप्ताह में करनी होगी फॉर्मर रजिस्ट्री महत्वपूर्ण निर्णय के तहत 31 जनवरी 2025 तक सभी ग्रामों में कृषि और राजस्व विभाग के कर्मियों को चौपाल लगाकर फार्मर रजिस्ट्री तैयार करने को कहा गया है। एफपीओ के सदस्यों को एक सप्ताह के भीतर फार्मर रजिस्ट्री कराने के निर्देश दिए गए हैं। गुणवत्तापूर्ण निस्तारण का निर्देश सीडीओ मुकेश चन्द्र ने भी बैठक में शिकायतों के गुणवत्तापूर्ण निस्तारण और सरकारी योजनाओं का लाभ किसानों तक पहुंचाने पर जोर दिया। उन्होंने स्पष्ट किया कि किसानों की समस्याओं के निस्तारण में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

समाज में किसानों की स्थिति सुधारने की दिशा में नया कदम
जब से सरकार ने सम्मान निधि योजना लागू की है, तब से किसानों को आर्थिक सहायता प्रदान करने का एक महत्वपूर्ण साधन मिला है। हालाँकि, अधिकारियों ने स्पष्ट किया है कि इस योजना का लाभ उठाने के लिए किसानों की रजिस्ट्री अनिवार्य होगी। यदि किसान रजिस्टर्ड नहीं हैं, तो उन्हें सम्मान निधि नहीं मिलेगी। यह कदम निश्चित रूप से किसानों को रजिस्ट्रेशन के महत्व को समझाने के लिए उठाया गया है।
आधिकारिक चौपाल का आयोजन
संबंधित अधिकारी अब गांवों में चौपाल का आयोजन करेंगे। यह चौपाल किसान समुदाय को जागरूक करने और रजिस्ट्रेशन प्रक्रियाओं को सरल बनाने का एक प्रयास है। अधिकारियों ने बताया है कि यह चौपाल एक सप्ताह में सम्पन्न होगा, जिसमें किसानों को संबंधित जानकारी दी जाएगी और उनकी समस्याओं का समाधान किया जाएगा।
किसानों के लिए आवश्यक दस्तावेज
रजिस्ट्री के लिए किसानों को कुछ महत्वपूर्ण दस्तावेज प्रस्तुत करने होंगे। इसमें किसान की पहचान पत्र, भूमि की अधिकार उत्तम, और बैंक खाता विवरण शामिल हैं। अधिकारियों ने सावधानी बरती है कि सभी आवश्यक दस्तावेज सही तरीके से प्रस्तुत किए जाएं ताकि रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया में कोई बाधा न आए।
सरकारी सहायता का महत्व
सरकार का यह कदम किसानों को सुनिश्चित करने के लिए है कि वे सम्मान निधि का लाभ उठा सकें। जिससे न केवल उनकी आर्थिक स्थिती में सुधार हो, बल्कि उन्हें कृषि के विकास में भी मदद मिलेगी। सम्मान निधि योजना के द्वारा कृषकों की आर्थिक स्थिति बेहतर बनाने पर जोर दिया जा रहा है। इससे देश की कृषि उत्पादकता में वृद्धि की उम्मीद है।
चूंकि रजिस्ट्री प्रक्रिया के बिना सम्मान निधि नहीं मिलेगी, इसलिए किसानों को समय पर रजिस्ट्रेशन कराना आवश्यक है। सरकारी सहायता का अधिकतम लाभ उठाने के लिए, किसान समुदाय को जागरूकता बढ़ाना अत्यंत महत्वपूर्ण है। कीवर्ड्स: फसल रजिस्ट्री, सम्मान निधि 2023, किसान चौपाल, किसान रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया, सरकार की कृषि योजनाएं, आर्थिक सहायता किसान, भारतीय किसान सम्मान निधि For more updates, visit indiatwoday.com.
What's Your Reaction?






