बाढ़ से क्षतिग्रस्त 48 सड़कों का होगा कायाकल्प:सदर और उतरौला विधानसभा में 7.32 करोड़ का बजट स्वीकृत, टेंडर प्रक्रिया शुरू
सदर और उतरौला विधानसभा क्षेत्र में बाढ़ से क्षतिग्रस्त हुई सड़कों का जल्द ही कायाकल्प होने जा रहा है। लोक निर्माण विभाग ने 48 क्षतिग्रस्त सड़कों की पहचान कर ली है और इनकी मरम्मत के लिए टेंडर प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। इस परियोजना पर कुल 7 करोड़ 32 लाख 4 हजार रुपए खर्च किए जाएंगे, जिससे लगभग 5 लाख लोगों को लाभ मिलेगा। 2024 के जुलाई-अगस्त में आई भारी बारिश और बाढ़ ने इन सड़कों को बुरी तरह प्रभावित किया था। राप्ती नदी और पहाड़ी नालों से आए पानी ने सड़कों को क्षतिग्रस्त कर दिया था, जिससे आवागमन में लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। सदर विधायक पल्टूराम और उतरौला विधायक राम प्रताप वर्मा ने अपने-अपने क्षेत्र की खराब सड़कों की सूची विभाग को सौंपी थी। सदर विधानसभा क्षेत्र में 1 करोड़ 60 लाख 78 हजार रुपए की लागत से 9 प्रमुख सड़कों का निर्माण होगा। इनमें चिर्रेया-कोठार मार्ग (17.90 लाख), गुलवरिया मार्ग (7.46 लाख), सुभाषनगर-गंगापुर मार्ग (29.80 लाख), कुकरभुकवा मार्ग (10.45 लाख), बालपुर तिलकपुर-लियाकतपुरवा मार्ग (22.35 लाख), पड़री मार्ग (29.85 लाख), चूल्हाभारी-मटेरा (23.85 लाख), गौरा-सिंघवापुर (13.15 लाख) और गोदाम मार्ग (5.97 लाख) शामिल हैं। विभागीय अधिकारियों के अनुसार, शासन से स्वीकृति मिलते ही निर्माण कार्य शुरू कर दिया जाएगा। कार्य योजना को तैयार करने में विभाग को दो महीने का समय लगा है। स्वीकृति के इंतजार में अन्य आवश्यक प्रक्रियाएं पूरी की जा रही हैं, ताकि मंजूरी मिलते ही काम में देरी न हो। मामले पर एक्सईएन पीडब्ल्यूडी निर्माण खंड राजेश कुमार का कहना है कि शासन से मंजूरी मिलने के बाद जर्जर सड़कों की मरम्मत कराने के लिए टेंडर प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। प्रक्रिया पूरी होने के बाद दो माह में सड़कों की मरम्मत का काम पूरा करा दिया जाएगा।

बाढ़ से क्षतिग्रस्त 48 सड़कों का होगा कायाकल्प
सदर और उतरौला विधानसभा क्षेत्र में बजट स्वीकृत
हाल ही में, सदर और उतरौला विधानसभा क्षेत्रों के लिए 7.32 करोड़ रुपये का बजट स्वीकृत किया गया है। इस बजट का उद्देश्य बाढ़ से प्रभावित 48 सड़कों के कायाकल्प को सुनिश्चित करना है। स्थानीय प्रशासन ने टेंडर प्रक्रिया शुरू कर दी है ताकि कार्य जल्द से जल्द प्रारंभ किया जा सके। यह निर्णय क्षेत्र की विकास योजनाओं के चलते लिया गया है, जिससे स्थानीय लोगों को बेहतर परिवहन सुविधा मिल सके।
बाढ़ से प्रभावित सड़कों की स्थिति
इन सड़कों की स्थिति पिछले बाढ़ में बेहद खराब हो गई थी, जिससे आवागमन में परेशानी उत्पन्न हुई। अब इस बजट के माध्यम से इन सड़कों की मरम्मत और पुनर्निर्माण का कार्य किया जाएगा। इस कदम से न केवल परिवहन व्यवस्था में सुधार होगा, बल्कि क्षेत्रीय विकास भी गति पकड़ेगा।
टेंडर प्रक्रिया का महत्व
टेंडर प्रक्रिया का सही ढंग से संपन्न होना आवश्यक है ताकि गुणवत्तापूर्ण कार्य सुनिश्चित हो सके। सभी निविदा दाताओं को इसके तहत प्रतिस्पर्धात्मकता से जुड़ा कार्य सौंपा जाएगा। संबंधित अधिकारियों का मानना है कि यह प्रक्रिया समय सीमा के भीतर पूरी की जाएगी ताकि स्थानीय निवासियों को शीघ्र ही सुविधा मिल सके।
स्थानीय लोगों की अपेक्षाएँ
स्थानीय निवासी इस पहल के प्रति बहुत उत्साहित हैं। उन्होंने उम्मीद जताई है कि इस काम से न केवल सड़कों की गुणवत्ता में सुधार होगा, बल्कि यह विकास की नई दिशा में भी योगदान करेगा। सभी नागरिक इस समाचार का स्वागत कर रहे हैं और प्रशासन का समर्थन कर रहे हैं।
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