बुलंदशहर में मरीजों की जान से खिलवाड़:अस्पताल में एक्सपायर दवाएं दी गईं, ऑपरेशन के बाद मरीज की हालत बिगड़ी
बुलंदशहर में स्वास्थ्य विभाग और ड्रग महकमे की घोर लापरवाही सामने आई है। स्याना क्षेत्र में एक्सपायर दवाओं की बिक्री और उपयोग का गंभीर मामला प्रकाश में आया है, जिसमें मरीजों की जान से खिलवाड़ किया जा रहा है। गांव मूढ़ीबकापुर निवासी बंटी कुमार ने सीएचसी अधीक्षक को दी शिकायत में बताया कि उन्होंने अपने रिश्तेदार योगेश को 12 जनवरी को स्याना के बुलंदशहर रोड स्थित एक निजी अस्पताल में आंखों के ऑपरेशन के लिए भर्ती कराया था। ऑपरेशन के बाद डॉक्टरों द्वारा लिखी गई दवाएं जब वह खरीदकर लाए, तो पता चला कि वे एक्सपायर हैं। इन दवाओं के इस्तेमाल से मरीज की आंखों की स्थिति और भी खराब हो गई। शिकायतकर्ता के पास एक्सपायर दवाओं का बिल और अन्य सबूत मौजूद हैं। उन्होंने अस्पताल प्रशासन से भी शिकायत की, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई। यह मामला ड्रग विभाग के अधिकारियों की कार्यप्रणाली पर भी सवाल खड़े करता है, जिनकी मिलीभगत से शहर में एक्सपायर दवाओं की बिक्री धड़ल्ले से हो रही है। स्वास्थ्य विभाग से इस मामले में कड़ी कार्रवाई की मांग की गई है। यह घटना स्वास्थ्य सेवाओं की निगरानी व्यवस्था में व्याप्त गंभीर खामियों को उजागर करती है, जिससे आम जनता के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ हो रहा है।

बुलंदशहर में मरीजों की जान से खिलवाड़: अस्पताल में एक्सपायर दवाएं दी गईं, ऑपरेशन के बाद मरीज की हालत बिगड़ी
बुलंदशहर, एक ऐसा नाम जो अब नकारात्मक खबरों के साथ जुड़ गया है। हाल ही में एक स्वास्थ्य सेवा से जुड़ी गंभीर लापरवाही के मामले ने सभी को हैरान कर दिया है। यहां स्थित एक अस्पताल में मरीजों को एक्सपायर दवाएं दी गईं, जिससे न केवल उनकी सेहत पर असर पड़ा, बल्कि कई जीवन संकट में भी पड़े। यह घटना अस्पताल के भीतर उठते सवालों को भी उजागर करती है, जैसे चिकित्सा नीति की गुणवत्ता, स्टॉक प्रबंधन और तात्कालिक चिकित्सा सहायता।
क्या हुआ ऑपरेशन के बाद?
मामला तब सामने आया जब एक मरीज का ऑपरेशन किया गया और इसके बाद उनकी स्थिति बिगड़ गई। जानकारी के अनुसार, मरीज को जिन्हें दवा दी गई, वे सभी एक्सपायर थे। ऐसे में अस्पताल की लापरवाही साफ दिखाई देती है। स्वास्थ्य मंत्री और संबंधित अधिकारियों ने इस पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का आश्वासन दिया है।
अस्पताल की लापरवाही पर सवाल
इस घटना ने अस्पताल की लापरवाही पर गंभीर सवाल उठाए हैं। मरीजों का इलाज करने के लिए उच्च गुणवत्ता वाली दवाओं का प्रयोग क्या सुनिश्चित किया जा रहा है? अधिकारियों के अनुसार, अस्पताल में आवश्यक दवाओं की गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए कड़े मानक होना चाहिए। ऐसी लापरवाहियों को रोकना न केवल अस्पताल के लिए, बल्कि सभी स्वास्थ्य सेवाओं के लिए आवश्यक है।
संक्षेप में, बुलंदशहर में यह मामला निश्चित रूप से सभी स्वास्थ्य संबंधी संस्थानों के लिए एक चेतावनी है। मरीजों की सुरक्षा और स्वास्थ्य सर्वोपरि होने चाहिए। स्वास्थ्य व्यवस्था में सुधार के लिए सभी आपको जागरूक करने की आवश्यकता है।
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