भाभी के स्थान पर ननद दे रही थी डीएलएड परीक्षा:आजमगढ DIOS ने प्रधानाचार्य को दिया मुकदमा दर्ज करने के निर्देश, मौके से फरार हुई ननद
आजमगढ़ जिले में डीएलएड की परीक्षा 28 केंद्रों पर चल रही है। इस परीक्षा के दौरान बुधवार को मुबारकपुर थाना क्षेत्र के जमुड़ी स्थित राजकीय बालिका इंटर कालेज में परीक्षा की सुचिता जांचने के लिए जिला विद्यालय निरीक्षक पहुंचे थे। इस दौरान जिला विद्यालय निरीक्षक वीरेन्द्र कुमार सिंह ने एक महिला को संदिग्ध आधार कार्ड मिलने पर पकड़ा था। जनपद में डीएलएड परीक्षा को सकुशल संपन्न कराने के लिए प्रशासन लगा हुआ है। राजकीय इण्टर कालेज जमुड़ी में भाभी की जगह परीक्षा दे रही ननद के पकड़े जाने से एक बार फिर जनपद में संचालित परीक्षाएं संदेह के घेरे में आ गयी हैं। बुधवार को डीएलएड चतुर्थ सेमेस्टर की परीक्षा के दौरान सहायक जिला विद्यालय निरीक्षक विरेंद्र सिंह राजकीय बालिका इंटर कालेज जमुड़ी में निरीक्षण करने पहुंचे। कक्ष संख्या चार में उन्होंने एक छात्रा का संदिग्ध आधार मिलने पर जांच की तो पाया कि वह अपनी भाभी के स्थान पर परीक्षा दे रही थी। प्रधानाचार्य को दिए मुकदमा दर्ज करने के निर्देश जिले के जिला विद्यालय निरीक्षक वीरेंद्र कुमार ने प्रधानाचार्य अंगद मौर्य को उक्त छात्रा के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने का निर्देश दिया था। मुबारकपुर थाना प्रभारी ने बताया कि मामले में प्रधानाचार्य अंगद मौर्या की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है और जांच की जा रही है। इस मामले में यह भी सामने आया कि पकड़े जाने के बाद जिला विद्यालय निरीक्षक व विद्यालय प्रबन्धन तंत्र की उपस्थिति में ही महिला सबको चकमा देते हुए मौके से फरार हो गयी। अब देखने वाली बात यह होगी कि पुलिस प्रशासन इस मामले में क्या कार्रवाई करता है।

भाभी के स्थान पर ननद दे रही थी डीएलएड परीक्षा
आजमगढ में एक अनोखा मामला सामने आया है, जहाँ एक ननद ने अपनी भाभी के स्थान पर डीएलएड परीक्षा देने का प्रयास किया। इस घटना से शिक्षा विभाग में हड़कंप मच गया है और जिला विद्यालय निरीक्षक (DIOS) ने प्रधानाचार्य को तुरंत कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं। यह मामला न केवल परीक्षा के नियमों का उल्लंघन है, बल्कि यह शिक्षा प्रणाली की सुरक्षा को भी चुनौती देता है।
घटना का विवरण
सूत्रों के अनुसार, आरोपित ननद परीक्षा के दिन परिस्थिति का लाभ उठाकर अपनी भाभी का स्थान लेकर परीक्षा केंद्र में प्रवेश कर गई। जब यह बात अधिकारियों को पता चली, तो उन्होंने तुरंत ननद के खिलाफ कार्रवाई करने का निर्णय लिया। ननद मौके से फरार हो गई, जब उसे पकड़ने की कोशिश की गई।
DIOS का निर्देश
DIOS ने प्रधानाचार्य को निर्देशित किया है कि वह इस मामले में उचित कानूनी कार्रवाई करें और प्राथमिकी दर्ज कराएं। शिक्षा क्षेत्र की सुरक्षा और सत्यनिष्ठा बनाए रखने के लिए यह कदम उठाया गया है। अधिकारी इस बात को लेकर गंभीर हैं कि इस तरह की घटनाएँ न केवल परीक्षा की प्रक्रिया को प्रभावित करती हैं, बल्कि छात्रों के मन में भी असुरक्षा की भावना पैदा करती हैं।
शिक्षा प्रणाली में सुधार की आवश्यकता
इस घटना ने यह स्पष्ट कर दिया है कि शिक्षा प्रणाली में सुधार की आवश्यकता है। न केवल परीक्षा की प्रक्रिया को मजबूत बनाने की जरूरत है, बल्कि इसकी निगरानी और सुरक्षा के लिए ठोस कदम उठाने आवश्यक हैं। आजमगढ में इस प्रकार की घटनाओं को रोकने के लिए प्रशासन को सख्त नियम लागू करने की आवश्यकता है।
इस तरह की घटनाएँ आगे भी न हों, इसके लिए शिक्षा विभाग को आगे बढ़कर कठोर कदम उठाने होंगे। छात्रों और अभिभावकों में विश्वास बनाना आवश्यक है ताकि शिक्षा प्रणाली में सुधार हो सके।
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निष्कर्ष
डीएलएड परीक्षा में इस तरह के धोखाधड़ी के प्रयासों ने शिक्षा क्षेत्र में चिंता का विषय बना दिया है। आशा है कि शिक्षा विभाग इस मामले को गंभीरता से लेगा और भविष्य में ऐसे मामलों की पुनरावृत्ति को रोकने के लिए प्रभावी कदम उठाएगा। Keywords: आजमगढ डीएलएड परीक्षा, भाभी के स्थान पर ननद परीक्षा, DIOS निर्देश, शिक्षा प्रणाली सुधार, परीक्षा में धोखाधड़ी, आजमगढ शिक्षण केस, ननद फरार, प्रधानाचार्य कार्रवाई, शिक्षा विभाग खबर, indiatwoday.com
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