संभल पहुंची न्यायिक जांच आयोग टीम:हिंसा प्रभावित क्षेत्र का निरीक्षण किया, अधिकारियों से ली जानकारी मुरादाबाद डीआईजी के अलावा डीएम-एसपी मौजूद पाकिस्तान एवं अमेरिकी कारतूस मिलने वाली जगह पहुंचे
संभल हिंसा में यूपी सरकार द्वारा गठित किया गया न्यायिक जांच आयोग पहुंच गया। 24 नवंबर को हुई हिंसा के मामले में पीडब्ल्यूडी गेस्ट हाउस में आयोग के सदस्य बयान दर्ज करेंगे। इससे पहले आयोग के दो सदस्य 1 दिसंबर को संभल आए थे और हिंसा प्रभावित क्षेत्र का निरीक्षण किया था और आज न्यायिक आयोग जांच टीम के तीनों संभल हिंसा प्रभावित क्षेत्र में पहुंचे हैं, जहां पर पथराव फायरिंग हुई थी उसे घटनास्थल का निरीक्षण किया है। बीती 19 नवंबर को हिंदू पक्ष की ओर से सिविल सीनियर डिवीजन चंदौसी कोर्ट में दावा किया गया कि संभल की शाही जामा मस्जिद श्री हरिहर मंदिर है। 19 नवंबर की शाम को मस्जिद का पहले चरण का सर्वे हुआ और दूसरे चरण का सर्वे 24 नवंबर को हुआ। मस्जिद में चल रहे सर्वे के दौरान हजारों की संख्या में इकट्ठा हुए लोगों ने पुलिस पर पथराव-फायरिंग शुरू कर दी, जिसमें पांच मौतें हो गई। वहीं उग्र भीड़ ने गाड़ियों को फूंक दिया। वहीं बीती 1 दिसंबर 2024 को न्यायिक जांच आयोग की टीम के दो सदस्यों ने हिंसा प्रभावित क्षेत्र का निरीक्षण किया था। सचिव सोहनलाल की ओर से एक पत्र भी जारी किया गया आज त्रिस्तरीय न्यायिक जांच आयोग संभल पहुंच गया है। कोतवाली संभल क्षेत्र के मौहल्ला कोट गर्वी एवं देहली दरवाजा में घटनास्थल का निरीक्षण किया है। चंदौसी रोड स्थित पीडब्ल्यूडी गेस्ट हाउस में 24 नवंबर को शाही जामा मस्जिद सर्वे के दौरान हुई हिंसा मामले में बयान दर्ज करेगा, इसके लिए आयोग के सचिव सोहनलाल की ओर से एक पत्र भी जारी किया गया है। पत्र में कहा गया है कि अपना कोई अभिकथन प्रस्तुत करना चाहता है तो वह आयोग के समझ 11 बजे से 04 बजे तक उपस्थित होकर स्वयं आकर अपना लिखित अभिकथन प्रस्तुत कर सकता है। न्यायिक जांच आयोग को लेकर पुलिस अधिकारी भी अलर्ट कल संभल आ रहे न्यायिक जांच आयोग को लेकर पुलिस प्रशासनिक अधिकारी भी अलर्ट है। यूपी सरकार द्वारा गठित न्यायिक जांच आयोग में रिटायर्ड जज देवेंद्र अरोड़ा, यूपी के पूर्व डीजीपी IPS अरविंद कुमार जैन एवं रिटायर्ड प्रमुख सचिव IAS अमित मोहन प्रसाद को नियुक्त किया गया है।

संभल पहुंची न्यायिक जांच आयोग टीम: हिंसा प्रभावित क्षेत्र का निरीक्षण किया
हाल ही में उत्तर प्रदेश के संभल में न्यायिक जांच आयोग की टीम ने हिंसा प्रभावित क्षेत्रों का निरीक्षण करने के लिए दौरा किया। इस टीम में विभिन्न उच्च रैंक के अधिकारी शामिल थे, जिन्होंने स्थिति का जायज़ा लेने के साथ ही स्थानीय अधिकारियों से जानकारी भी ली। यह दौरा मुरादाबाद के डीआईजी, डीएम और एसपी की उपस्थिति में महत्वपूर्ण था।
विशेषज्ञों ने सुरक्षा की स्थिति का आकलन किया
न्यायिक जांच आयोग की टीम ने विशेष रूप से हिंसा प्रभावित क्षेत्र में सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा की। इस बैठक में, स्थानीय पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों ने घटनाक्रमों के बारे में जानकारी साझा की। जांच आयोग की प्राथमिकता थी कि वे क्षेत्र में शांति और सुरक्षा और सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक कदम उठाएं।
पाकिस्तान और अमेरिकी कारतूसों की बरामदगी
टीम ने उन स्थानों का भी दौरा किया जहां पाकिस्तान और अमेरिका निर्मित कारतूस मिले थे। इस मामले में गहराई से जांच की जा रही है, क्योंकि यह सुरक्षा और आतंकवाद के संदर्भ में गंभीर चिंता का विषय है। अधिकारियों ने बताया कि इस संबंध में कई संदिग्धों को हिरासत में लिया गया है।
इस दौरे के बाद आयोग ने स्पष्ट किया कि वे इन मामलों को गंभीरता से लेंगे और जल्द ही अपनी रिपोर्ट पेश करेंगे। संभल में हुई यह हिंसा न केवल स्थानीय समुदाय पर असर डाल रही है, बल्कि इसकी खुफिया जांच भी जरुरी है।
अधिकारियों ने इस मामले को लेकर संवेदनशीलता से काम करने और निष्पक्ष जांच का आश्वासन दिया। आवाम की शांति और सुरक्षा प्राथमिकता है।
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संभल में न्यायिक जांच आयोग की पुष्टि हुई है कि वे सभी घटनाओं की बारीकी से निगरानी करेंगे और आवश्यक कदम उठाएंगे। यह कदम स्थानीय प्रशासन और समुदाय के लिए अहम है।
हमें उम्मीद है कि आयोग की यह पहल स्थानीय लोगों के बीच विश्वास बढ़ाने में मदद करेगी और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने में सहायक होगी। सीखने की जगह है, सामुदायिक सुरक्षा, अस्तित्व में हिंसा, कानूनी जांच आयोग, सामरिक स्थिति, पुलिस प्रशासन की जानकारी, पाकिस्तान और अमेरिकी कारतूस, संभल हिंसा रिपोर्ट Keywords: संभल न्यायिक जांच, हिंसा प्रभावित क्षेत्र, पाकिस्तान अमेरिकी कारतूस, मुरादाबाद डीआईजी, स्थानीय प्रशासन, सरकारी जांच आयोग, सामुदायिक सुरक्षा, पुलिस निरीक्षण, कम्युनिटी ट्रांसपैरेंसी, उत्तर प्रदेश हिंसा
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