भारत-पाकिस्तान की क्रिकेट राइवलरी पर बोले मोदी:खेलों को बदनाम होते नहीं देखना चाहता, बेहतर कौन इसका जवाब पिछले मैच के नतीजे में है

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत और पाकिस्तान की क्रिकेट राइवलरी पर बात की है। उन्होंने रविवार को लेक्स फ्रिडमैन के साथ एक इंटरव्यू में कहा- 'मैं कभी खेलों को बदनाम होते नहीं देखना चाहता हूं।' भारत-पाकिस्तान में कौन-सी क्रिकेट टीम बेहतर है...इस सवाल के जवाब में PM मोदी कहते हैं- 'कुछ दिन पहले भारत और पाकिस्तान के बीच एक मैच हुआ था। नतीजे इस बात को बता देते हैं कि कौन सी टीम बेहतर है। इससे हमें पता चलता है कौन बेहतर है।' 23 फरवरी को चैंपियंस ट्रॉफी में भारत और पाकिस्तान मैच हुआ था। इस मुकाबले को भारतीय टीम ने 6 विकेट से हराया था। उस मुकाबले में विराट कोहली ने नाबाद 100 रनों की पारी खेली थी। आगे खेलों से जुड़े फ्रिडमैन के सवाल पर मोदी के जवाब... सवाल- भारत या पाकिस्तान में से कौन-सी क्रिकेट टीम बेहतर है? दोनों टीमों के पिच पर दुश्मनी के चर्चे सभी ने सुने हैं और दोनों के बीच जियो पॉलिटिकल तनाव भी है। स्पोर्ट्स जैसे क्रिकेट फुटबॉल संबंध बनाने में बेहतर भूमिका कैसे निभाते हैं? जवाब- मुझे लगता है कि खेलों में वह ताकत है कि वे पूरी दुनिया को ऊर्जावान बना सकते हैं। खेल भावना अलग-अलग देशों के लोगों को एकसाथ लाती है। मैं इसीलिए कभी खेलों को बदनाम होते नहीं देखना चाहता हूं। मैं हमेशा से ही खेलों का मानव विकास में बहुत बड़ा रोल मानता हूं। ये खेल लोगों को गहराई से जोड़ते हैं। अब सवाल है कि कौन अच्छा है और कौन बुरा। अगर आप खेल की तकनीक के बारे में कहेंगे तो मैं कोई विशेषज्ञ नहीं हूं। ये बात वही बता सकते हैं जो तकनीक के बारे में जानते हैं। वही बता सकते हैं कि किस प्लेयर की तकनीक अच्छी है और किसकी खराब। लेकिन कई बार परिणाम उस खिलाड़ी के बारे में बोलते हैं। कुछ दिन पहले भारत और पाकिस्तान के बीच एक मैच हुआ था। नतीजे इस बात को बता देते हैं कि कौन सी टीम बेहतर है। इससे हमें पता चलता है कौन बेहतर है। सवाल- मैंने भी वो सीरीज देखी है, द ग्रेटेस्ट राइवलरी इंडिया वर्सेस पाकिस्तान। इसमें बहुत सारे बेहतरीन मैचों और बहुत से बेहतरीन खिलाड़ियों के बारे में बताया गया है। एसी महान टक्कर देखकर अच्छा लगता है। आपने फुटबॉल के बारे में भी बात की, भारत में फुटबॉल बहुत पॉपुलर है। एक और मुश्किल सवाल आपका पसंदीदा फुटबॉल खिलाड़ी कौन है? हमारे पास मैसी, क्रिश्चियानो रोनाल्डो, मैराडोना, पेले और जिनेदिन जिदान जैसे नाम हैं। आपको आज तक का सबसे महान फुटबॉल खिलाड़ी कौन लगाता है। जवाब- यह बात सच है कि भारत के कई क्षेत्रों में फुटबॉल खेला जाता है। स्ट्रॉन्ग फुटबॉल कल्चर है। हमारी महिला फुटबॉल टीम अच्छा कर रही है। पुरुष टीम भी अच्छी तरक्की कर रही है। अगर हम इतिहास की बात करें तो 80 के दशक में मैराडोना का नाम उभरकर सामने आता है। हो सकता है कि उस पीढ़ी के लोग उन्हें एक हीरो के रूप में देखते हों। अगर आज की पीढ़ी की बात करोगे आप तो वो मैसी का नाम लेंगे। मप्र में फुटबॉल का मिनी ब्राजील आपने पूछा तो मुझे एक दिलचस्प घटना याद आ रही है। हमारे देश में एक क्षेत्र है, जिसे मध्य प्रदेश कहा जाता है। यह भारत के मध्य में है। यहां एक जिला है शहडोल। वह एक आदिवासी जिला है और ज्यादातर आदिवासी आबादी है। मैं वहां महिला स्वसहायता समूह चलाने वाली आदिवासी महिलाओं से बात करता हूं, मुझे यह पसंद है। मैंने उनसे जाकर बात करने का फैसला किया। ---------------------------------------------- खेल से जुड़ी यह खबर भी पढ़िए... कोहली बोले- मुश्किल दौर में खिलाड़ी के लिए परिवार अहम विराट कोहली ने दौरों पर परिवारों की मौजूदगी की वकालत की है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि उन्हें लगता है कि वे खिलाड़ियों के लिए संतुलन लाते हैं, जो मैदान पर मुश्किल दौर से गुजर रहे होते हैं। उन्होंने कहा कि खिलाड़ी मैदान से अपने कमरे में लौटकर अकेले और उदास नहीं बैठना चाहता। वह नॉर्मल होना चाहता है। इसी से खिलाड़ी जिम्मेदारी को सही तरह से निभा सकता है। पढ़ें पूरी खबर

Mar 16, 2025 - 18:59
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भारत-पाकिस्तान की क्रिकेट राइवलरी पर बोले मोदी:खेलों को बदनाम होते नहीं देखना चाहता, बेहतर कौन इसका जवाब पिछले मैच के नतीजे में है
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत और पाकिस्तान की क्रिकेट राइवलरी पर बात की है। उन्होंने रविवार

भारत-पाकिस्तान की क्रिकेट राइवलरी पर बोले मोदी

News by indiatwoday.com

क्रिकेट और राजनीति का जुड़ाव

भारत और पाकिस्तान के बीच क्रिकेट राइवलरी हमेशा से ही एक विवादास्पद और चर्चा का विषय रही है। इस साल, भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस विषय पर खुलकर अपनी राय रखी है। उन्होंने कहा है कि उन्हें खेलों को बदनाम होते हुए नहीं देखना है। मोदी का यह बयान उस समय आया जब दोनों देशों के बीच मैच के नतीजे ने ग्राउंड पर तनाव पैदा किया था।

बीती यादों का जिक्र

मोदी ने पिछले मैच के परिणाम की बात करते हुए कहा कि इस नतीजे से यह स्पष्ट होता है कि खेल में सिर्फ खेल की भावना का महत्व होना चाहिए। उन्होंने वर्षों पुरानी क्रिकेट राइवलरी का जिक्र करते हुए कहा कि इसे एक नए दृष्टिकोण से देखा जाना चाहिए। राइवलरी का यह ताना-बाना सिर्फ क्रिकट के मैदान पर ही नहीं बल्कि दोनों देशों के बीच में एक जटिल राजनीतिक परिदृश्य भी पेश करता है।

खेलों का महत्व

मोदी का यह बयान सही समय पर आया जहाँ उन्होंने यह स्पष्ट किया कि खेल राजनीतिक संबंधों से परे होने चाहिए। भारतीय क्रिकेट टीम के प्रदर्शन पर उनके विचारों ने कई प्रशंसकों और खेल प्रेमियों को प्रभावित किया है। उन्होंने खेलों के महत्व को रेखांकित करते हुए कहा कि इससे न केवल दो देशों के बीच के रिश्तों में कड़वाहट कम होती है बल्कि युवाओं में एकता की भावना भी विकसित होती है।

खेलों का भविष्य

भविष्य में, जब भी भारत और पाकिस्तान के बीच क्रिकेट का मैच होगा, मोदी के विचारों का महत्व और भी बढ़ जाएगा। खेल से जुड़ी इस राइवलरी को एक सकारात्मक दिशा में आगे बढ़ाने की आवश्यकता है। भारत के साथ खेल परिसर में प्रदर्शनी मैचों और द्विपक्षीय श्रृंखलाओं के आयोजन से दोनों देशों के बीच संबंधों में सुधार हो सकता है।

इस प्रकार, मोदी का यह बयान ना केवल खेल प्रेमियों के लिए महत्वपूर्ण है बल्कि यह दर्शाता है कि खेल राजनीति से दूर रहने का सबसे अच्छा माध्यम हो सकता है।

निष्कर्ष

भारत-पाकिस्तान के बीच क्रिकेट की राइवलरी सदियों पुरानी है, लेकिन इसे खेल के सही मायने में देखना चाहिए। नरेंद्र मोदी के विचार इस दिशा में एक सकारात्मक पहल है, और आशा है कि आगे भी इस रवैये को बढ़ावा दिया जाएगा।

खेलों को हमेशा सकारात्मकता और एकता के प्रतीक के रूप में देखा जाना चाहिए। Keywords: भारत-पाकिस्तान क्रिकेट राइवलरी, मोदी का बयान खेलों पर, क्रिकेट मैच नतीजे, भारत-पाकिस्तान खेल संबंध, क्रिकेट और राजनीति, मोदी खेलों की भावना, क्रिकेट की राजनीति, खेल और एकता, भारत-पाकिस्तान मैच 2023, मोदी क्रिकेट राइवलरी

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