रक्षामंत्री राजनाथ सिंह आज संगम स्नान करेंगे:रात में प्रयागराज में रहेंगे, अक्षयवट, पातालपुरी, सरस्वती कूप का दर्शन कर हनुमान मंदिर में पूजा करेंगे
दिव्य, भव्य और डिजिटल महाकुंभ में रक्षामंत्री राजनाथ सिंह आस्था की डुबकी लगाएंगे। रक्षामंत्री शनिवार को प्रयागराज आ रहे हैं। वे संगम स्नान करेंगे। साथ ही अक्षयवट, पातालपुरी, सरस्वती कूप दर्शन के बाद हनुमान मंदिर में पूजा अर्चना करेंगे। इसके बाद एक विवाह कार्यक्रम में शामिल होने के लिए अंदावा जाएंगे। रक्षा मंत्री रात में प्रयागराज में ठहरेंगे। वे अफसरों के साथ मीटिंग कर सबसे बड़े स्नान पर्व मौनी स्नान की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर मंथन करेंगे। रक्षा मंत्री प्रयागराज शहर और महाकुंभ में कई घंटे बिताएंगे। रक्षामंत्री सुबह 11:40 बजे बमरौली एयरपोर्ट आएंगे। इसके बाद हेलिकॉप्टर से 12:10 बजे डीपीएस हेलीपैड पर आएंगे। इसके बाद महाकुंभ मेला सर्किट हाउस आएंगे। पांच मिनट आरक्षित समय है। सड़क मार्ग से संगम पर 12:35 बजे पहुंचेंगे। यहां स्नान करेंगे। गंगा पूजन करेंगे। डिजिटल कुम्भ प्रदर्शनी का अवलोकन कर, मंदिरों में दर्शन के लिए जाएंगे। इसके बाद डीपीएस आएंगे। यहां से 1:25 बजे हेलीकॉप्टर से पुलिस लाइन हेलीपैड आएंगे। 1:45 बजे यहां आएंगे और 1:50 बजे सर्किट हाउस में आएंगे। इसके बाद यहीं रहेंगे। रात में एक विवाह कार्यक्रम में शामिल होकर रात्रि प्रयागराज सर्किट हाउस में ठहरेंगे। वहीं नगर विकास मंत्री एके शर्मा भी महाकुंभ की समीक्षा के लिए प्रयागराज आएंगे।

News by indiatwoday.com
रक्षामंत्री राजनाथ सिंह की धार्मिक यात्रा
रक्षामंत्री राजनाथ सिंह आज एक महत्वपूर्ण धार्मिक यात्रा पर जाएंगे। वह प्रयागराज में संगम स्नान करने के लिए पहुँचेंगे, जहाँ वह गंगा, यमुना, और सरस्वती के संगम में स्नान करेंगे। यह यात्रा न केवल धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है, बल्कि यह उनके आध्यात्मिकता और भारतीय संस्कृति के प्रति अटूट स्नेह को भी दर्शाती है।
रात में प्रयागराज में रुकने की तैयारी
स्नान के बाद राजनाथ सिंह प्रयागराज में रात बिताएंगे। वह इस दौरान अनेक पवित्र स्थानों का दर्शन करेंगे, जिसमें अक्षयवट और पातालपुरी शामिल हैं। ये स्थान न केवल धार्मिक महत्व रखते हैं, बल्कि यहाँ आने वाले भक्तों में आध्यात्मिक ऊर्जा का संचार भी करते हैं।
अक्षयवट और पातालपुरी का दर्शन
अक्षयवट, जिसे अमर होने का वृक्ष भी माना जाता है, हिंदू धार्मिक मान्यताओं के अनुसार संसार के अंतर्गत एक ऐसा स्थान है जहाँ पवित्रता और शुद्धता एकत्रित होती है। इसके बाद राजनाथ सिंह पातालपुरी मंदिर का भी दर्शन करेंगे। यह स्थान श्रद्धालुओं के लिए विशेष महत्व रखता है।
हनुमान मंदिर में पूजा का महत्व
राजनाथ सिंह की यात्रा का अंतिम चरण हनुमान मंदिर में पूजा करना है। हनुमान जी को शक्ति और साहस का प्रतीक माना जाता है, और इस मंदिर में जाकर भक्ति भाव से प्रार्थना करना एक महत्वपूर्ण अवसर होगा। इस पूजा के माध्यम से वह देश की सुरक्षा और समृद्धि की कामना करेंगे।
इस धार्मिक यात्रा के दौरान, राजनाथ सिंह न केवल अपने आध्यात्मिक विश्वासों को मजबूत करेंगे, बल्कि यह भी सिद्ध करेंगे कि भारतीय संस्कृति और परंपराएँ कैसे हमारे जीवन का एक अभिन्न हिस्सा हैं।
इस संपूर्ण यात्रा के बारे में और अधिक जानकारी के लिए, कृपया indiatwoday.com पर नियमित रूप से अपडेट्स देखें।
What's Your Reaction?






