रणजी में कोहली के लिए शतकवीर खिलाड़ी को ड्रॉप किया:दिल्ली के जॉन्टी बोले- मुझे बताया भी नहीं; विराट के साथ न खेल पाने का अफसोस
भारतीय बल्लेबाज विराट कोहली ने गुरुवार को 12 साल 2 महीने और 25 दिन बाद दिल्ली से रणजी ट्रॉफी में वापसी की। DDCA ने कोहली को खिलाने के लिए इस सीजन 163 रन और 2 विकेट लेने वाले जोंटी सिद्धू को बिना बताए ही बेंच पर बिठा दिया। इस पर 27 साल के जोंटी ने दैनिक भास्कर से कहा- 'मैच से पहले तक न तो कप्तान और न ही टीम मैनेजमेंट ने मुझे बताया कि मैं टीम से बाहर होने वाला हूं। ड्रॉप होने पर दुख तो होता ही है। विराट के साथ न खेल पाने का अफसोस रहेगा। हालांकि, उनके साथ ड्रेसिंग रूम शेयर करना और उन्हें खेलते देखना ही शानदार मोमेंट है। जोंटी पिछले हफ्ते सौराष्ट्र के खिलाफ हुए मैच में टीम का हिस्सा थे। स्टोरी में विराट के लिए दिल्ली की टीम से ड्रॉप होने वाले जोंटी सिद्धू की कहानी... एक दिन पहले इंस्टा पोस्ट में खुशी जाहिर की थी एक दिन पहले 29 जनवरी को जोंटी ने सोशल मीडिया पोस्ट पर कोहली के दिल्ली से खेलने पर खुशी जाहिर की थी। उन्हें नहीं पता था कि वे खुद ही टीम से बाहर होने वाले हैं। पोस्ट पर उन्होंने लिखा था, किंग (विराट कोहली) के साथ फील्ड साझा करना, इस गेम को और भी अधिक पसंद करने का एक कारण है। अफ्रीकी फील्डर जोंटी रोड्स से मिला नाम सिद्धू के पिता राजिंदर सिद्धू क्रिकेट लवर रहे हैं। वे पूर्व साउथ अफ्रीकी क्रिकेटर जोंटी रोड्स के प्रशंसक थे। ऐसे में उन्होंने अपने बेटे का नाम जोंटी सिद्धू रख दिया। शतक से रणजी सीजन की शुरुआत सिद्दू ने इस रणजी सीजन की शुरुआत शतकीय पारी से की थी। उन्होंने अक्टूबर 2024 में छत्तीसगढ़ के खिलाफ रायपुर में 103 रनों की नाबाद पारी खेली थी। उन्होंने पिछले सीजन के आखिरी मुकाबले में भी ओडिशा के खिलाफ नाबाद 105 रन बनाए थे। यानी कि सिद्दू रणजी में बैक टु बैक मैचों में शतक जमाए थे। रणजी 2024-25 में सिद्धू ने 4 मैचों में 163 रन बनाए। उन्होंने इस सीजन 6.39 की बॉलिंग औसत से 2 विकेट भी लिए हैं। पिछली 6 पारियों में केवल 60 रन बना सके पिछले 3 मैच से फ्लॉप चल रहे सिद्धू पिछली 6 पारियों में केवल 60 रन बना सके हैं। उन्होंने सौराष्ट्र के खिलाफ पिछले मैच में 16 और 4 रन की पारी खेली थी। उससे पहले असम के खिलाफ 13 रन और तमिलनाडु के खिलाफ महज 4 और 23 रन बना सके थे। जोंटी ने 2018 में आंध्रप्रदेश के खिलाफ डेब्यू किया था। फर्स्ट क्लास में रणजी में विराट से ज्यादा मैच खेलने वाले जोंटी ने 26 मैच में 43.48 की औसत से 1435 रन बनाए हैं। उन्होंने इस दौरान 3 शतक और 8 फिफ्टी जमाई है। लिस्ट-ए में भी शतक लगा चुके हैं जोंटी जोंटी सिद्धू ने 2021 में मुंबई के खिलाफ जयपुर में लिस्ट-ए यानि डोमेस्टिक वनडे क्रिकेट में डेब्यू किया था। उन्होंने 12 मैचों में 29.50 की औसत से 295 रन बनाए हैं, जिसमें 1 शतक और 1 अर्धशतक शामिल है। सिद्धू ने दिल्ली के लिए एक टी20 मैच भी खेला, जिसमें उन्होंने 21 रन बनाए थे। ऋषभ पंत के दोस्त हैं सिद्धू, अंडर-19 इंडिया की कप्तानी कर चुके 27 साल के सिद्धू दिल्ली के रहने वाले हैं। वे भारतीय विकेटकीपर ऋषभ पंत के अच्छे दोस्त हैं। उन्हें 2017 में इंग्लैंड के खिलाफ इंग्लैंड के खिलाफ 2 चार दिवसीय मैचों के लिए भारत की अंडर-19 टीम का कप्तान बनाया गया था। उन्होंने पूर्व भारतीय कोच राहुल द्रविड़ की देखरेख में भारतीय टीम की कप्तानी की थी। --------------------------- कोहली की रणजी वापसी से जुड़ी यह खबर भी पढ़ें... कोहली 12 साल बाद रणजी खेलेंगे विराट कोहली 12 साल बाद रणजी ट्रॉफी में वापसी कर रहे हैं। भारत के स्टार बैटर 30 जनवरी को नई दिल्ली के अरुण जेटली स्टेडियम में रेलवे के खिलाफ खेलते नजर आएंगे। विराट ने आखिरी रणजी मैच गाजियाबाद में 2 से 5 नवंबर के बीच 2012 में उत्तर प्रदेश के खिलाफ खेला था। पढ़ें पूरी खबर...

रणजी में कोहली के लिए शतकवीर खिलाड़ी को ड्रॉप किया
दिल्ली के जॉन्टी का बयान
रणजी ट्रॉफी में एक महत्वपूर्ण मोड़ आया है, जब दिल्ली के शतकवीर खिलाड़ी को भारतीय टीम से ड्रॉप करने का निर्णय लिया गया। पूर्व अंतरराष्ट्रीय क्रिकेटर जॉन्टी रोड्स ने इस मामले पर अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि उन्हें इस निर्णय की जानकारी नहीं दी गई। उन्होंने विवादास्पद तरीके से इस बात का खेद जताया कि वह विराट कोहली जैसे दिग्गज के साथ खेल नहीं पाएंगे।
खिलाड़ी के प्रदर्शन पर चर्चा
जॉन्टी रोड्स ने कहा कि जिस खिलाड़ी को ड्रॉप किया गया, वह हाल ही में शानदार प्रदर्शन कर रहा था। उनके आलोचकों का मानना है कि यदि एक अच्छे फॉर्म में दिखाई दे रहे खिलाड़ी को अनदेखा किया जाता है, तो यह चयन व्यवस्था पर सवाल उठाता है। उन्होंने कहा कि इस चयन के पीछे की रणनीतियों को स्पष्ट करना आवश्यक है।
विराट कोहली का प्रभाव
विराट कोहली भारतीय क्रिकेट का एक मजबूत स्तंभ हैं और उनके साथ खेलना किसी भी खिलाड़ी के लिए गर्व का विषय होता है। कोहली के साथ न खेलने का अफसोस जॉन्टी के लिए केवल एक व्यक्तिगत मुद्दा नहीं है, बल्कि यह उनके युवा खिलाड़ियों के विकास के लिए भी एक महत्वपूर्ण अवसर को गंवाने जैसा है।
चयन प्रक्रिया की पारदर्शिता
यह घटना चयन प्रक्रिया की पारदर्शिता पर भी सवाल उठाती है। जब खिलाड़ियों को उनके प्रदर्शन के आधार पर नहीं बल्कि अन्य कारणों से ड्रॉप किया जाता है, तो इससे भविष्य में समस्याएँ उत्पन्न हो सकती हैं। क्रिकेट और विशेष रूप से रणजी ट्रॉफी में मौजूदा चयन प्रक्रिया पर पुनर्विचार की आवश्यकता है, ताकि प्रतिभाशाली खिलाड़ियों को हमेशा एक मौका मिले।
इस संदर्भ में, सभी क्रिकेट प्रेमियों को अपनी राय रखनी चाहिए और चयनकर्ताओं से अपेक्षा करनी चाहिए कि वे पारदर्शिता से काम करें। जॉन्टी रोड्स ने इस मुद्दे को उठाकर उद्देश्यपूर्ण चर्चा को बढ़ावा दिया है और यह देखना दिलचस्प होगा कि भविष्य में क्या सुधार होते हैं।
अंत में, क्रिकेट का यह सफर हमेशा संघर्ष और विकास का होता है। खिलाड़ियों का चयन एवं प्रदर्शन उन पर निर्भर करता है, लेकिन संतुलित निर्णय और चयन प्रक्रिया निश्चित रूप से खेल के उत्थान में सहायक होगी।
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